साल का यह आखिरी सूर्य ग्रहण 2022 जल्द ही दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में दिखाई देगा। इसलिए इस ग्रहण से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने के लिए एस्ट्रोसेज यह विशेष ब्लॉग लेकर आया है। इस ब्लॉग में हम ग्रहण की तिथि, समय और अलग-अलग राशियों पर इसके प्रभाव आदि के बारे में जानेंगे। इसके अलावा, सूर्य ग्रहण के हानिकारक प्रभावों से कैसे बचा जा सकता है? उन उपायों से भी हम आपको अवगत कराएंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये विशेष ब्लॉग हमारी विद्वान एवं अनुभवी ज्योतिषी पारुल वर्मा द्वारा लिखा गया है।
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साल 2022 के अंतिम सूर्य ग्रहण की तिथि और समय
सूर्य ग्रहण की तिथि- 25 अक्टूबर 2022
सूर्य ग्रहण का समय- शाम 4 बजकर 49 मिनट से शाम 6 बजकर 06 मिनट तक
सूर्य ग्रहण की अवधि- 1 घंटा 17 मिनट
सूर्य ग्रहण 2022: पौराणिक कथा
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि चंद्र और सूर्य ग्रहण का संबंध समुद्र मंथन से है। जब समुद्र मंथन हुआ था तो उससे अमृत निकला था जिसे असुरों ने चुरा लिया था। उस अमृत को पाने के लिए भगवान विष्णु ने एक सुंदर अप्सरा मोहिनी का रूप धारण किया था ताकि वो असुरों का ध्यान भटका कर अमृत हासिल कर सकें।
असुरों से अमृत लेने के बाद मोहिनी देवताओं के पास गई जिससे उस अमृत को देवताओं में बांटा जा सके और समस्त देवता अमर हो जाए। उसी वक्त एक असुर राहु अमृतपान करने के मकसद से देवताओं के बीच आकर बैठ गया। लेकिन इस बात का पता चंद्र देव और सूर्य देव को चल गया कि राहु छल से देवताओं के बीच आकर बैठ गया है जो एक असुर है। इस बात से क्रोधित होकर भगवान विष्णु ने राहु का सिर काट दिया, लेकिन राहु की मृत्यु नहीं हुई क्योंकि वो अमृत की कुछ बूंदों का सेवन कर चुका था।
मान्यता है कि राहु सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के रूप में सूर्य देव और चंद्र देव से बदला लेने के लिए आता है। इसलिए हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता।
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सूर्य ग्रहण 2022: रखें सेहत का ध्यान, रहें सुरक्षित
सूर्य ग्रहण हमारी सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकता है क्योंकि हम सब जानते हैं कि सूर्य ही पृथ्वी पर जीवन और ऊर्जा का प्रथम स्रोत है और इसके बिना जीवन संभव नहीं है। प्राकृतिक तौर पर सूर्य आत्मकारक है और यह आत्मा, गरिमा, स्वाभिमान, अहंकार, करियर, समर्पण, सहनशक्ति, जीवनशक्ति, इच्छाशक्ति, सामाजिक सम्मान और नेतृत्व की गुणवत्ता का प्रतिनिधित्व करता है। यही कारण है कि सूर्य ग्रहण के दौरान छोटे बच्चों, बीमार लोगों और गर्भवती महिलाओं को ज्यादा सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।
अगर ग्रहण की बात करें तो 25 अक्टूबर 2022 को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा। यह सूर्य ग्रहण आंशिक होगा जो यूरोप, यूराल, वेस्टर्न साइबेरिया, सेंट्रल एशिया, साउथ एशिया और नॉर्थ-ईस्ट अफ्रीका में दिखाई देगा। इस आंशिक सूर्य ग्रहण का अधिकतम चरण वेस्टर्न साइबेरिया के पास रूस के निज़नेवार्टोवस्क के पास दिखाई देगा। वहीं भारत की बात करें तो यहां सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा, लेकिन कुछ एस्ट्रोनॉट्स का दावा है कि यह सूर्य ग्रहण कोलकाता और भारत के नॉर्थ-वेस्टर्न हिस्से में दिखाई देगा।
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साल 2022 का यह आखिरी सूर्य ग्रहण तुला राशि में लगेगा। इस दौरान तुला राशि में कुल 4 ग्रह सूर्य, चंद्रमा, केतु और शुक्र आदि मौजूद होंगे, वहीं चार ग्रह स्वाति नक्षत्र में होंगे। राहु स्वाति नक्षत्र का स्वामी है। साथ ही, तुला राशि में जहां सूर्य ग्रहण हो रहा है इसी राशि में बृहस्पति षडाष्टक योग भी बना रहे हैं। इसलिए हमें इस आखिरी सूर्य ग्रहण से ज्यादा सचेत रहना होगा। साल का अंतिम सूर्य ग्रहण दिवाली के अगले दिन पड़ रहा है और ऐसे में हमें सावधान होकर त्योहार मनाना होगा। इस दौरान गरीबों और जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए।
सूर्य ग्रहण 2022: 12 राशियों समेत दुनियाभर पर कैसा होगा ग्रहण का प्रभाव?
- तुला साझेदारी और सहयोग की राशि है इसलिए सूर्य ग्रहण के प्रभाव के कारण साझेदारी या गठबंधन में परेशानियां आ सकती हैं।
- बिजनेस पार्टनरशिप में भी विवाद पैदा हो सकता है।
- तुला वायु तत्व की राशि है इसलिए प्राकृतिक आपदा जैसे तूफान आदि आ सकते हैं।
- दुनिया भर के सत्ताधारियों और अधिकारी वर्ग के लोगों पर आरोप लग सकते हैं।
- रूस और यूक्रेन की जंग और तेज़ होने की संभावना है और इसके कारण सैनिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
- सूर्य ग्रहण के कारण सबसे ज्यादा समस्याएं पश्चिम दिशा में होगी या फिर वहां से उत्पन्न होगी।
- सूर्य जीवन और ऊर्जा का प्रमुख स्त्रोत है, साथ ही वह प्रतिरोधक क्षमता का कारक भी है। इसलिए आपको अपनी सेहत का बहुत ख्याल रखने की जरूरत है।
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सूर्य ग्रहण 2022 के दौरान ऐसे बरतें सावधानी
- सूर्य ग्रहण 2022 के दौरान बाहर ना जाएं- सूर्य ग्रहण के वक्त बाहर जाने से बचना चाहिए। इससे आपके शारीरिक स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है। साथ ही आपको स्किन से जुड़ी परेशानियां भी हो सकती हैं।
- सूर्य को सीधे नंगी आंखों से न देखें- हम सभी जानते हैं कि सूर्य ग्रहण के दौरान हानिकारक किरणें निकलती हैं। इसलिए सूर्य को सीधे नहीं देखना चाहिए, इससे आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।
- गर्भवती महिलाएं नुकीली चीजों के इस्तेमाल से बचें- सभी गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान किसी भी नुकीली चीज जैसे कैंची, चाकू या सुई के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
- ग्रहण के दौरान व्रत करें- सूर्य ग्रहण के दौरान वातावरण में नकारात्मकता मौजूद होती है जिसकी वजह से खाने में अशुद्धियां बढ़ जाती हैं। इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है कि इस दौरान कुछ भी खाने या पीने से बचें क्योंकि इसका हानिकारक प्रभाव आपकी सेहत पर हो सकता है। इसके अलावा, अगर आप भोजन कर रहे हैं तो उसे शुद्ध करने के लिए आप उसमें तुलसी के पत्ते मिला सकते हैं।
- ध्यान और पूजा करें- सूर्य ग्रहण की पूरी अवधि में आपको तुलसी के पत्ते को जीभ पर रखकर मंत्रों का जाप करना चाहिए।
- ग्रहण के बाद स्नान करें- सभी लोगों को सूर्य ग्रहण के बाद खारे पानी से नहाने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे सभी नकारात्मक प्रभाव नष्ट हो जाते हैं।
- दान जरूर करें- वैदिक सभ्यता में दान का काफी महत्व है इसलिए जरूरतमंदों को अनाज, कपड़े, गुड़ और लाल रंग के फल दान करने चाहिए।
- इन मंत्रों का करें जाप- सूर्य ग्रहण की अवधि में मन की शांति के लिए मृत्युंजय मंत्र, सूर्य कवच स्तोत्र, आदित्य हृदय स्तोत्र आदि का जाप कर सकते हैं। इसके अलावा भगवान शिव के मंत्र और संतान गोपाल मंत्र का भी जाप किया जा सकता है।
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