श्रीराम मंदिर भूमि पूजन मुहूर्त से जुड़ी रोचक बातें

5 अगस्त, 2020- दिन बुधवार, यानि वो तारीख, जो हर मायने में यादगार बनने वाली है। यह दिन दीवाली से कम नहीं है। आखिर यह वही दिन है, जब सालों के इंतज़ार के बाद प्रभु श्री राम के पावन श्री राम मंदिर का भूमि पूजन किया जायेगा। इस ख़ास मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में मौजूद रहेंगे। आइये इस ख़ास मौके पर इस पावन जगह, मंदिर के भूमि पूजन का शुभ मुहूर्त, इत्यादि कुछ जरूरी और रोचक बातों को जानते हैं।

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भूमि पूजन का शुभ मुहूर्त केवल 32 सेकेंड 

अयोध्या में बीते कुछ दिनों से ही राम मंदिर भूमि पूजन की तैयारी जोरोशोरों से की जा रही हैं। भूमि पूजन का अनुष्ठान सोमवार (3-अगस्त) से ही शुरू कर दिया गया था। सोमवार से शुरू हुए अनुष्ठान के प्रथम दिन गो-पूजन, प्रायश्चित अनुष्ठान, सहस्त्र मोदक से गणपति हवन, पंचांग पूजन, वेदिका पूजन, सर्वतोभद्र पूजन, ब्राह्मण वरण के अलावा अथर्व शीर्ष के मंत्रों से सहस्त्र आहुतियां दी गयी। इसके अलावा भगवान राम की कुलदेवी, बड़ी देवकाली-छोटी देवकाली का भी पूजन किया गया है। 

मुख्य पूजन पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निर्धारित शुभ मुहूर्त में किया जाना है। यह मुहूर्त केवल 32 सेंकेंड का है जो मध्याह 12 बज-कर 44 मिनट आठ सेकेंड से लेकर 12 बज-कर 44 मिनट 40 सेकेंड के बीच है। जानकारी के मुताबिक षोडशवर्ग अनुसार 15 वरद में ग्रह स्थितियों का संचरण शुभ और अनुकूलता प्रदान करने वाला है। हाल ही में जारी हुई राम मंदिर की इन खुबसूरत तस्वीरों से आप खुद अंदाज़ा लगा सकते हैं कि प्रभु श्रीराम का यह मंदिर कितना भव्य और शानदार बनकर तैयार होने वाला है ।

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इसी कड़ी में 4 अगस्त (मंगलवार) के दिन, कुलदेवी देवकली मंदिर में भी पूजा शुरू की गयी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, 5 अगस्त को, भूमि पूजन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, हनुमानगढ़ी जाकर भगवान हनुमान का आशीर्वाद लेंगे, क्योंकि मान्यता है कि प्रभु राम का कोई भी काम हनुमान जी की पूजा से ही शुरू किया जाता है। 

देश के जाने-माने ज्योतिषी मृगांक शर्मा के मुताबिक,

“श्री राम मंदिर की भूमि पूजन का शुभ कार्य प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों द्वारा संपन्न होगा। उनकी कुंडली में उस दिन (जो वृश्चिक लग्न और वृश्चिक राशि की है) चंद्रमा की महादशा में शुक्र की अंतर्दशा और बृहस्पति की प्रत्यंतर दशा चल रही होगी। चंद्रमा भाग्येश होकर लग्न में विराजमान है और बृहस्पति चतुर्थ भाव में बैठकर पूर्ण रूप से दशम भाव को दृष्टि दे रहा है तथा शुक्र दशम भाव में विराजमान है। इस प्रकार माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के हाथों भूमि पूजन के कारण यह एक अच्छा संकेत लेकर आएगा और स्वयं प्रधानमंत्री के साथ-साथ देश के मान सम्मान में वृद्धि के साथ-साथ सुख, संपत्ति और मान तथा यश बढ़ाने वाला होगा।”

(ज्योतिषी मृगांक शर्मा से कॉल पर बात करने के लिए यहाँ क्लिक कर सकते हैं)

बृहत् कुंडली से आपको ग्रहों के प्रभाव को समझने में भी मदद मिलेगी। 

क्या कुछ ख़ास होने वाला है इस दिन में, आइये डालते हैं एक नज़र 

  • भूमि पूजन से पहले एक शिखर और 5 मंडप वाले 3 मंजिला मंदिर के मॉडल को आम लोगों के लिए रखा जाएगा। 
  • राम मंदिर के इस नए मॉडल में कुल 17 हिस्से होंगे, इन्हें शिखर, गर्भ-गृह, कलश गोपुरम रथ, मंडप और अर्थ मंडप, परिक्रमा तोरण, प्रदक्षिणा अधिष्ठान जैसे वर्गों में बाँटा गया है। 

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  • इसी दिन प्रभु श्रीराम को हरे रंग के वस्त्र (क्योंकि बुधवार के दिन प्रभु राम को हरे कपड़े पहनाये जाते हैं) में सुसज्जित किया जायेगा। 
  • बाबा विश्‍वनाथ को चढ़ा रजत-बेल-पत्र चंदन राम मंदिर की नींव में रखा जायेगा। इसके अलावा काशी से अयोध्या लायी गयी सर्वऔषधि भी भूमि पूजन में इस्तेमाल की जाएगी।
  • इसके अलावा भूमि पूजन में संगम से लाया गया 11 लीटर गंगा-जल और मिट्टी भी इस्तेमाल की जानी है।
  • 5 अगस्त को देश में, और विशेष-तौर से अयोध्या में दीवाली का नज़ारा देखने को मिलेगा। कोरोना के चलते यह सब भव्य रूप से तो नहीं किया जा सकेगा, लेकिन मंदिरों को सजाया जायेगा और लोग भी अपने घरों के आगे दिये जलाकर रामलला का स्वागत करेंगे। 
  • इस आयोजन में तकरीबन 200 लोगों (50-50 इंसानों की चार टुकड़ियाँ) शामिल होंगी। कोरोना संकट को देखते हुए यह फ़ैसला लिया गया है। 
  • राम मंदिर भूमि पूजन में पीएम मोदी के अलावा, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत (विशिष्ट अतिथि) मौजूद होंगे। पीएम मोदी के बाद मोहन भागवत भी देश को संबोधित करेंगे।

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राम मंदिर भूमि पूजन और अंक 5 : एक ख़ास कनेक्शन 

अब अगर अंक शास्त्र के नज़रिए से 5 अगस्त 2020 को  देखा जाए तो 5 का अंक बुध का प्रतीक माना गया है। यह भी अपने आप में एक संयोग है कि इस दिन के स्वामी ग्रह का नंबर और तारीख भी 5 है। इसके अलावा राम मंदिर में अब 5 शिखर बनाये जायेंगे। संयोग और ख़ास कनेक्शन यहीं नहीं रुकता है, राम मंदिर की नींव में 5 चाँदी की ईंट रखी जाएँगी। यह 5 ईंट पाँच नक्षत्रों के प्रतीक के रूप में स्थापित की जाएँगी। इसके अलावा मंदिर के 5 दरवाज़े होंगे और मंदिर को 5 खंडों में बाँटा गया है। 

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इसके अलावा अगर बात करें ज्योतिषशास्त्र में अंक 5 की तो उसके अनुसार सूर्य को 5वां ग्रह माना गया है। यहाँ गौर करने वाली बात यह भी है कि खुद भगवान राम सूर्यवंशी हैं। यानि कि इस लिहाज़ से  अंक 5 और राम मंदिर का यह कनेक्शन बेहद ही शुभ प्रतीत होता है। 

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मंदिर भूमि पूजन से जुड़ी कुछ रोचक बातें 

राम मंदिर से जुड़ी हर बात को बेहद ही बारीकी से समझा और अब प्रत्यक्ष रूप से हमारे सामने उतारा जा रहा है। उदाहरण के तौर पर जैसा कि हमें अभी मंदिर भूमि पूजन और अंक पांच के अद्भुत संयोग की बात की। अब आइये मंदिर के भूमि पूजन के शुभ मुहूर्त से जुड़ी कुछ रोचक बातें भी आपको बताते हैं जो यकीनन आपको नहीं पता होंगी।

मंदिर के पूजन मुहूर्त के बारे में ज्योतिषाचार्य मृगांक जी कहते हैं कि, “श्रावण का पवित्र महीना भगवान शिव को समर्पित है जो स्वयं भगवान विष्णु और श्रीराम की उपासना करते हैं तो वहीं भाद्रपद का महीना श्री कृष्ण के जन्म के लिए जाना जाता है जो स्वयं भगवान विष्णु के अवतार हैं। इसके अलावा अभिजीत समय को चुना गया है। यह वही समय है, जिस समय में भगवान श्रीराम ने जन्म लिया था।”

5 अगस्त 2020 को अयोध्या में दोपहर 12 बज-कर 15 मिनट का समय शिलान्यास के लिए चुना गया है। उस समय तुला लग्न, राहु का नक्षत्र स्वाति में होगा। राहु उच्च राशि मिथुन में कुंडली के नवम भाव में होगा जिससे धर्म से संबंधित काम होने से मान सम्मान की बढ़ोतरी होगी। लग्न का स्वामी शुक्र भी राहु के साथ स्थित होगा जिससे यह पता लगता है कि यह मंदिर काफी भव्य बनेगा और देखने में बहुत सुंदर होगा।

भूमि पूजन वाले दिन की शुरुआत में सुबह 9:30 बजे तक धनिष्ठा नक्षत्र होगा लेकिन उसके बाद राहु का शतभिषा नक्षत्र आ जाएगा। इस प्रकार इस पूरे मंदिर निर्माण में राहु की भूमिका अत्यंत मजबूत होगी और पंचक में मंदिर का भूमि पूजन होगा। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि शतभिषा नक्षत्र ऐसा नक्षत्र है, जो 100 अभिलाषाओं को पूर्ण करता है। शतभिषा नक्षत्र भूमि पूजन का समापन होना इसकी शुभता को दर्शाता है।

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सिर्फ भारत ही नहीं अमेरिका भी डूबेगा प्रभु राम की भक्ति के रंग में 

जी हाँ, 5 अगस्त का यह शुभ दिन, केवल भारत में ही बतौर त्यौहार नहीं मनाया जायेगा बल्कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम की भक्ति का यह खूबसूरत रंग अमेरिका में भी देखने को मिलेगा, जहाँ  5 अगस्त को न्यूयॉर्क के प्रतिष्ठित टाइम्स स्क्वायर पर प्रभु श्री राम की एक भव्य तस्वीर प्रदर्शित की जाएगी। 

सिर्फ इतना ही नहीं भगवान राम की तस्वीर के साथ ही टाइम्स स्क्वायर पर राम मंदिर की 3डी तस्वीर को भी प्रदर्शित किया जायेगा। वाकई यह खूबसूरत नज़ारा देखने योग्य होगा, जब भारत से लेकर अमेरिका तक ‘जय श्री राम’ के नारों का स्वर सुनाई देगा।

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