53 की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए केके
हम रहे या न रहे कल,
कल याद आयेंगे ये पल,
पल ये हैं प्यार के पल,
चल आ मेरे संग चल,
चल सोचें क्या छोटी सी है ज़िन्दगी,
कल मिल जाए तो होगी खुश नसीबी
हम रहें या न रहें याद आयेंगे ये पल
जिंदगी की सच्चाई को अपनी खूबसूरत आवाज़ से हर दिल, हर धड़कन तक पहुंचाने वाले बॉलीवुड के सबसे बहुमुखी गायकों में से एक 53 वर्षीय केके दुनिया को अलविदा कर गए हैं। बीती रात कोलकाता में लाइव प्रदर्शन के बाद वो अचानक स्टेज पर गिर पड़े। जिसके बाद कॉन्सर्ट के कार्यकारी सदस्यों द्वारा उन्हें तुरंत शहर के एक निजी अस्पताल सीएमआरआई ले जाया गया किंतु भाग्य के आगे किसी की नहीं चलती और तकरीबन रात दस बजे डॉक्टर द्वारा उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
पूरी दुनिया में उनके संगीत के मुरीद हैं। देखें उनकी कुंडली में क्या थे ऐसे विशेष योग जिन्होंने उन्हें संगीत के क्षेत्र में दी इतनी बुलन्दी। साथ ही देखें कि किस तरह वर्तमान ग्रह दशा थी उनके स्वास्थ्य के लिए घातक। केके की बहुमुखी प्रतिभा के पीछे छुपे कारणों को समझें – केके की कुण्डली।
केके एक संगीत कार्यक्रम के लिए कोलकाता में थे, और जैसा कि कहा जाता है कि एक कलाकार के लिए स्टेज ही उसका सब कुछ होता है। स्टेज ही उसका धर्म, उसकी पहचान और उसकी पूजा होती है। केके इस कथन का जीवंत उदाहरण थे, शायद इसलिए ही उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर कोलकाता के नजरूल मंच में खींची अपने संगीत कार्यक्रम की रंगारंग तस्वीरें अपने फॉलोअर्स के साथ साझा की।
किसे पता था केके द्वारा साझा की गई तस्वीरें, उनका कॉन्सर्ट अपने चाहने वालों के लिए आखिरी संदेश हो जाएगा। केके ने जीवनपर्यन्त मां सरस्वती एवं कला की साधना की और ऐसे ही कल रात स्टेज शो पर अपने प्रशंसकों के बीच परफॉर्म करते हुए वह इस दुनिया को अपने मधुर गीतों के साथ छोड़ कर चले गए। ऐसे में उन्हीं के गाने की पंक्ति याद आती है, “हम रहें या न रहें याद आयेंगे ये पल”
ऐस्ट्रोसेज ने पहले ही स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने के लिए की थी भविष्यवाणी…..
“कृष्णकुमार कुनाथ के लिए यह कठिन समय है। कृष्णकुमार कुनाथ को अपने सगे संबंधियों को लेकर कोई अशुभ समाचार मिल सकता है। कई बीमारियाॅं हो सकती हेै। निकट रिश्तेदार की आकस्मिक मृत्यु भी संभव है। दुर्घटना का योग है। धन की, आत्मविश्वास की हानि होगी। मानसिक तनाव रहेगा।” …..(विस्तार से कुंडली पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
23 अगस्त 1968 को दिल्ली में जन्में बालीवुड के मशहूर प्लेबैक सिंगर कृष्णकुमार कुन्नथ जो इंडस्ट्री में केके नाम से जाने जाते थे। केके ने सिर्फ हिंदी ही नहीं बल्कि तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, मराठी, बंगाली और गुजराती फिल्मों के लिए भी गाने गाए हैं। फिल्मों में ब्रेक मिलने से पहले ही केके ने करीब 35000 जिंगल्स गाए थे।
केके ने अपनी स्कूली पढ़ाई दिल्ली के माउंट सेंट मेरी स्कूल से की है और ग्रेजुएशन किरोड़ीमल कालेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी से किया था।
संगीत के क्षेत्र में केके एक जाना-माना नाम हैं। वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। केके ने अपने करियर की शुरुआत विज्ञापन जिंगल्स के लिए गाकर की थी और बॉलीवुड में गाने का पहला ब्रेक उन्हें संगीत निर्देशक ए.आर. रहमान के साथ मिला। 1999 में, उन्होंने अपना पहला एल्बम ‘पल’ नाम से लॉन्च किया। पल एल्बम के गाने “पल” और “यारों” बहुत लोकप्रिय हुए और आमतौर पर स्कूल में सीनियर्स की विदाई में बजाए जाते हैं। 1999-22 के दौरान कई सुपर हिट गाने दिए जो आज भी लोगों की ज़ुबान पर चढ़े हुए हैं।
उन्होंने अपना आखिरी बॉलीवुड गाना ’83’ के लिए गाया था, जिसमें रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण मुख्य भूमिका में हैं। गाने का शीर्षक “ये हौसले” था, जिसका संगीत मशहूर संगीतकार प्रीतम दा ने दिया था। गीत के बोल कौसर मुनीर ने लिखे थे। केके का ऐसे जाना निश्चित तौर पर म्यूजिक इंडस्ट्री के साथ-साथ भारतीय संगीत प्रेमियों के लिए एक दुःखद समाचार है।
एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।