जून 2023: साल का छठा महीना यानी कि जून 2023 अब जल्द ही दस्तक देने वाला है। इस महीने के स्वभाव के बारे में बात करें तो, जून का महीना मिज़ाज से थोड़ा गर्म होता है क्योंकि इस दौरान सूरज अपनी ज्येष्ठता पर होता है। हालांकि, जून का महीना आपके लिए कैसा रहेगा और क्या कुछ छुपा है इस माह में आपके लिए? चाहे नौकरी हो या व्यापार, क्या करियर पकड़ेगा रफ़्तार? आप भी इस बारे में जानने के लिए उत्सुक होंगे, तो आपको अपने इन सभी सवालों के जवाब मिलेंगे एस्ट्रोसेज के जून 2023 के इस ख़ास ब्लॉग में।
भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके
इस लेख में न सिर्फ आपको अपने मन में उठने वाले प्रश्नों के उत्तर मिलेंगे, बल्कि जून 2023 में पड़ने वाले व्रत-त्योहारों, ग्रहण, गोचरों के साथ-साथ इस माह के बैंक अवकाशों की तिथियों के बारे में समस्त जानकारी प्राप्त होगी। साथ ही जानेंगे, कैसा होता है जून में जन्म लेने वालों का व्यक्तित्व और कौन सी बातें बनाती हैं इन लोगों को सबसे हटकर। तो आइये बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की।
जून 2023 को कौन सी बातें बनाती हैं सबसे ख़ास?
- एस्ट्रोसेज का यह ब्लॉग बहुत ही विशेष है क्योंकि इसमें आपको जून माह में मनाए जाने वाले व्रत-त्योहारों की तिथियों के बारे में जानकारी प्राप्त होगी।
- और उन लोगों के व्यक्तित्व से जुड़ी दिलचस्प बातों से भी आपको अवगत कराएंगे जिनका जन्म जून के महीने में हुआ है।
- जून 2023 में कब-कब है बैंक हॉलिडे?
- इस महीने में कौन सा ग्रह करेगा कब-कब अपनी राशि और दशा में परिवर्तन? जून 2023 के महीने में कब लगने जा रहा है कोई ग्रहण? इसकी जानकारी इस ब्लॉग में आपको मिलेगी।
- साथ ही जानेंगे, राशि चक्र की सभी 12 राशियों के लिए जून का महीना आपके लिए कैसा रहने वाला है? इसके बारे में भी हम आपको बताएंगे।
अब हम आगे बढ़ते हैं और जानते हैं जून 2023 के बारे में।
जून 2023 का ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू पंचांग की गणना
अगर हम बात करें, वर्ष 2023 के छठे महीने यानी कि जून की तो, आपको बता दें कि इस महीने का आरंभ चित्रा नक्षत्र के तहत शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि यानी कि 01 जून 2023 को होगा और इसका समापन अनुराधा नक्षत्र के अंतर्गत शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि यानी कि 30 जून 2023 को होगा। इस महीने का पंचांग जानने के बाद अब हम जानेंगे उन लोगों के बारे में जिनका जन्म जून के महीने में हुआ है।
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जून में जन्में लोगों के व्यक्तित्व में पाई जाती हैं ये विशेषताएं
प्रत्येक व्यक्ति के व्यक्तित्व में अच्छे और बुरे गुण दोनों ही पाए जाते हैं और उनकी यही विशेषताएं उन्हें सबसे अलग बनाती हैं। इन्हीं गुणों और अवगुणों के आधार पर हम किसी व्यक्ति की तरफ आकर्षित होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि किसी इंसान के स्वभाव और व्यवहार के निर्धारण में वह महीना महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जिसमें आपका जन्म हुआ है। आपकी पर्सनालिटी में कौन सी खूबियां हैं इसके बारे में आपके जन्म के महीने से पता लगाया जा सकता है।
ज्योतिष की दृष्टि से, यदि हम जून में जन्में लोगों के बारे में बात करें तो, जून साल का छठा महीना होता है और इन लोगों की राशि मिथुन या कर्क होती है। ये लोग ज्यादातर अच्छे व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं और जुनून से भरे होते हैं। विनम्रता इनके स्वभाव की सबसे बड़ी विशेषता होती है और अपने दयालु स्वभाव के कारण ये जातक जरूरतमंदों की मदद करने के लिए सदैव तैयार रहते हैं और कभी भी किसी की मदद करने से हिचकिचाते नहीं हैं। इस वजह से ये लोग अपने आसपास के लोगों में बेहद लोकप्रिय होते हैं। ऐसे जातक बहुत ही मिलनसार होते हैं और जल्दी ही दूसरों से घुल-मिल जाते हैं। इनके इस स्वभाव से अन्य लोग शीघ्र ही प्रभावित हो जाते हैं। हालांकि, ये लोग ज्यादातर अपनी कल्पना में खोये रहते हैं और अगर हम कहें कि जून में जन्में लोगों को दिन में सपना देखना पसंद होता है, तो ये गलत नहीं होगा। इनके दिमाग में हमेशा कुछ न कुछ रोमांचक चलता रहता है और इन्हें कभी भी आइडियाज की कमी महसूस नहीं होती है। साथ ही, ये लोग हर काम को बहुत सोच-समझकर और योजना बनाकर करना पसंद करते हैं।
जहां तक सवाल इनके मूड का है, तो आपको बता दें कि ये बहुत मूडी किस्म के होते हैं। ऐसे में, इन लोगों का मूड कब बदल जाए, इसका पता लगाना काफ़ी मुश्किल होता है क्योंकि ये लोग एक पल में आपके साथ हंसी-मज़ाक करते हुए दिखाई दे सकते हैं और अगले ही पल आपसे नाराज़ हो सकते हैं। वहीं, ये जातक अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने की पूरी कोशिश करते हैं। इन्हें महंगे कपड़े खरीदने का बहुत शौक होता है। साथ ही, सिंगिंग और डांसिंग के भी शौकीन होते हैं। जून में जन्म लेने वालों को गुस्सा जल्दी आता है लेकिन ये किसी से ज्यादा देर तक नाराज़ नहीं रह पाते हैं। ऐसे जातक बातचीत में माहिर होते हैं और अपनी बातों से दूसरों का दिल जल्द ही जीत लेते हैं। इन लोगों को दूसरों को ख़ुश करना बहुत अच्छे से आता है।
जब बात आती है इनके करियर की, तो जून में जन्म लेने वाले अधिकांश डॉक्टर, पत्रकार, टीचर, मैनेजर और अधिकारी आदि बनते हैं। हम आपको ऊपर बता चुके हैं कि नाचना, गाना या कला से संबंधित कार्य करना जैसे चित्रकारी आदि इन्हें पसंद होता है, तो ये इस क्षेत्र में भी अपना करियर आगे ले जाने के बारे में सोच सकते हैं। जून में पैदा होने वाले लोगों के गुणों के बारे में तो हमने आपको बता दिया है, लेकिन इनके व्यक्तित्व में कुछ अवगुण भी पाए जाते हैं। ये लोग काफ़ी ज़िद्दी स्वभाव के होते हैं और अपनी बात पर हमेशा टिके रहते हैं। हालांकि, कई बार अपने अड़ियल और रूखे व्यवहार के चलते इन्हें नुकसान भी उठाना पड़ता है। इन लोगों में कभी-कभार दूसरों पर शासन करने वाली प्रवृत्ति भी पाई जाती है।
जून में जन्म लेने वालों के लिए भाग्यशाली अंक: 4, 6, 9
जून में जन्म लेने वालों के लिए भाग्यशाली रंग: संतरी, पीला, मजेंटा
जून में जन्म लेने वालों के लिए शुभ दिन: मंगलवार, शनिवार, शुक्रवार
जून में जन्म लेने वालों के लिए भाग्यशाली रत्न: रूबी
जून में जन्म लेने वालों के व्यक्तित्व के बारे में रोचक तथ्य जानने के बाद अब हम बात करते हैं उन बैंक अवकाशों के बारे में जो कि जून के महीने में पड़ने वाले हैं।
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जून 2023 में इन तिथियों पर पड़ेंगे बैंक अवकाश
तिथि | बैंक अवकाश का दिन | कहां-कहां मान्य होगा |
4 जून 2023, रविवार | संत गुरु कबीर जयंती | पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़ |
14 जून, 2023 बुधवार | पाहिली राजा | ओडिशा |
15 जून 2023, गुरुवार | राजा संक्रांति | ओडिशा |
15 जून 2023, गुरुवार | वाईएमए दिवस | मिजोरम |
20 जून 2023, मंगलवार | रथ यात्रा | ओडिशा |
29 जून 2023, गुरुवार | बकरा-ईद/ईद-अल-अधा | राष्ट्रीय अवकाश (चंडीगढ़, दमन और डियो, दादरा और नगर हवेली, सिक्किम को छोड़कर) |
30 जून 2023, शुक्रवार | बकरा-ईद/ईद-अल-अधा | जम्मू और कश्मीर |
30 जून 2023, शुक्रवार | रेम्ना नि | मिजोरम |
जून का धार्मिक महत्व
यह हम सभी भली-भांति जानते है कि सनातन धर्म में प्रत्येक दिन, तिथि, वार और माह का अपना महत्व होता है। एक साल में बारह महीना होते हैं और हर माह को धार्मिक दृष्टि से एक विशेष दर्जा प्राप्त है। इसी क्रम में, जून महीने का आगाज़ ज्येष्ठ के महीने के साथ होगा लेकिन इसका अंत आषाढ मास के तहत होगा। ज्येष्ठ माह हिंदू कैलेंडर में तीसरा महीना है और सामान्यतौर पर, ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, यह महीना मई या जून माह में पड़ता है और इसे ज्येष्ठ मास के अलावा जेट के नाम से भी जाना जाता है। ज्येष्ठ की शुरुआत 06 मई 2023 को हुई थी और इसका समापन 04 जून 2023 को होगा।
जैसे कि हमने आपको अपने पिछले लेखों में भी बताया है कि हिंदू धर्म में महीनों का नाम नक्षत्र के आधार पर रखा जाता है यानी कि महीने के बदलने पर चंद्रमा जिस नक्षत्र में मौजूद होता है उस नक्षत्र के नाम पर ही माह का नाम रखा जाता है। इसी तरह, ज्येष्ठ पूर्णिमा पर चंद्रमा ज्येष्ठा नक्षत्र में होता है इसलिए इसे ज्येष्ठ का महीना कहते हैं। अगर हम बात करें, ज्येष्ठ महीने के महत्व की, तो मान्यता है कि इस माह में देवी गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। साथ ही, ज्येष्ठ में सूर्य भी वृषभ राशि में प्रवेश करते हैं।
हालांकि, 4 जून को ज्येष्ठ महीने की समाप्ति के साथ आषाढ़ माह की शुरुआत हो जाएगी। हिंदू कैलेंडर में आषाढ़ मास वर्ष का चौथा महीना होता है जो कि जून या जुलाई में पड़ता है। साल 2023 में आषाढ़ 5 जून से शुरू होकर 03 जुलाई, 2023 को गुरु पूर्णिमा तक रहेगा। इस पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पूर्वाषाढ़ा और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के मध्य होता है इसलिए इसे आषाढ़ मास के नाम से जाना जाता है। यह महीना बेहद खास होता है क्योंकि ये लोगों को तपती-झुलसती गर्मी से राहत दिलाता है और बारिश का सुहावना मौसम लेकर आता है। जून के महीने में अनेक महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार को मनाया जाता है।
सनातन धर्म में आषाढ़ के महीने को विशिष्ट माना गया है और इस समय मंगल और सूर्य देव की पूजा करना अत्यंत फलदायी साबित होता है। जहां एक तरफ सूर्य वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करता है, तो इस अवधि को सूर्य उपासना के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। वहीं, जिन लोगों की कुंडली में मंगल कमज़ोर या कुपित होता है उनके द्वारा इस माह में मंगल देव की पूजा-अर्चना करने से मंगल शुभ परिणाम प्रदान करने लगता है।
हालांकि, जगत के पालनकर्ता भगवान विष्णु को आषाढ़ माह समर्पित होता है और इस दौरान इनकी आराधना करना शुभ माना जाता है। विशेष रूप से आषाढ़ में किया गया दान, स्नान, तप और पूजन आदि से व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस दौरान गुप्त नवरात्रि, मिथुन संक्रांति आदि पर्व मनाये जाते हैं और वहीं, जगन्नाथ रथयात्रा का आयोजन भी आषाढ़ में ही किया जाता है जिसमें शामिल होने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। साथ ही, देवशयनी एकादशी भी जून के महीने में मनाई जाती है। इस दिन से ही श्रीहरि विष्णु चार महीने की निद्रा में चले जाते हैं और चातुर्मास का आरंभ हो जाता है। ऐसा कहा जाता है कि विष्णु जी के शयन के दौरान सभी प्रकार के मांगलिक या शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है।
धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व के अलावा भी जून का महीना या यूं कहें कि आषाढ़ का महीना अपने साथ कुछ संदेश भी लेकर आता है। इस महीने से ही बारिश के मौसम की शुरुआत होती है और ऐसे में, यह समय कृषि के लिए अच्छा माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जून में जीव-जंतुओं की पैदावार बढ़ जाती है इसलिए इस दौरान स्वच्छ जल का ही सेवन करना चाहिए। साथ ही, पाचन क्रिया भी सुस्त पड़ जाती है और ऐसे में, सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
चलिए जानते हैं जून में मनाये जाने वाले व्रत और त्योहारों की तिथियों के बारे में।
जून 2023: व्रत एवं त्योहारों की सूची
तिथि | दिन | पर्व या त्यौहार |
1 जून 2023 | गुरुवार | प्रदोष व्रत(शुक्ल) |
4 जून 2023 | रविवार | ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत |
7 जून 2023 | बुधवार | संकष्टी चतुर्थी |
14 जून 2023 | बुधवार | योगिनी एकादशी |
15 जून 2023 | गुरुवार | प्रदोष व्रत(कृष्ण),मिथुन संक्रांति |
16 जून,2023 | शुक्रवार | मासिक शिवरात्रि |
18 जून 2023 | रविवार | आषाढ़ अमावस्या |
20 जून 2023 | मंगलवार | जगन्नाथ रथ यात्रा |
29 जून 2023 | गुरुवार | देवशयनी एकादशी, आषाढ़ी एकादशी |
जून 2023 में मनाये जाने वाले व्रतों एवं त्योहारों का धार्मिक महत्व
प्रदोष व्रत(शुक्ल) (1 जून 2023): सनातन धर्म में प्रत्येक व्रत और त्यौहार को बेहद आस्था के साथ किया जाता है। इसी प्रकार, प्रदोष व्रत को भी अत्यंत श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ करने की परंपरा रही है जो कि हर महीने आता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रदोष व्रत हर माह के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। हालांकि, जब यह व्रत सोमवार के दिन पड़ता है, तो इसे सोम प्रदोष, मंगलवार पर पड़ने वाले व्रत को भौम प्रदोष और शनिवार को पड़ने वाले व्रत को शनि प्रदोष व्रत कहा जाता है। आपको बता दें कि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती के लिए व्रत और उनकी पूजा-अर्चना आदि की जाती है।
ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत (4 जून 2023): ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा को हिंदू धर्म में अत्यंत पावन एवं मंगलकारी माना जाता है और इस शुभ अवसर पर स्नान, दान और धार्मिक कार्यों को करने का विधान है। मान्यता है कि इस पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती हैं और मनुष्य को पापों से मुक्ति मिलती है। ज्येष्ठ पूर्णिमा का दिन उन लोगों के लिए भी ख़ास होता है जिनके विवाह में देरी हो रही है या फिर बार-बार विवाह में बाधाएं उत्पन्न हो जाती हैं। इस दिन से ही भक्तजन गंगा जल लेकर अमरनाथ यात्रा की शुरुआत करते हैं। ज्येष्ठ पूर्णिमा पर पितरों के लिए किया गया दान भी फलदायी होता है और इसके परिणामस्वरूप उन्हें मुक्ति की प्राप्ति होती है।
संकष्टी चतुर्थी (7 जून 2023): हिंदू धर्म में किसी भी शुभ एवं मांगलिक कार्यों को करने से पहले भगवान श्री गणेश का स्मरण एवं पूजन आदि किया जाता है। विघ्नहर्ता के नाम से प्रसिद्ध गणेश जी की कृपा प्राप्त करने के लिए संकष्टी चतुर्थी का व्रत करने का विधान है। इस व्रत को कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने से भगवान गणेश भक्त के जीवन में आने वाले बड़े से बड़े संकट को हर लेते हैं। संकष्टी चतुर्थी का दिन गणेश जी को समर्पित होता है और पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी को बेहद शुभ माना जाता है।
योगिनी एकादशी (14 जून 2023): हम सभी जानते हैं कि भगवान विष्णु को एकादशी का दिन समर्पित होता है और इस दिन इनकी पूजा-आराधना एवं व्रत भक्तों द्वारा सच्चे हृदय से किया जाता है। योगिनी एकादशी का नाम विष्णु जी के ही एक नाम पर रखा गया है। मान्यता है कि जो भक्त इस एकादशी का व्रत रखता है उसके सभी पापों का नाश हो जाता है। साथ ही, पीपल के पेड़ काटने जैसे पाप से भी मुक्ति की प्राप्ति होती है। जो जातक योगिनी एकादशी का उपवास करते हैं उन्हें 88000 ब्राह्मणों को भोजन कराने के तुल्य पुण्य की प्राप्ति होती है।
मिथुन संक्रांति (15 जून 2023): ज्योतिष में ग्रहों के राजा सूर्य के गोचर करने को संक्रांति के नाम से जाना जाता है जो कि सामान्य तौर पर हर महीने आती है। सूर्य देव प्रत्येक महीने एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं और इस प्रकार, एक हिंदू कैलेंडर में 12 संक्रांतियां आती हैं। सनातन धर्म में संक्रांति को विशेष महत्व दिया जाता है और इस समय को अत्यंत शुभ माना जाता है। संक्रांति के अवसर पर दान, धर्म, तर्पण और स्नान आदि करना फलदायी रहता है। हालांकि, आपको बता दें कि जून के महीने में सूर्य देव वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे इसलिए इसे मिथुन संक्रांति के नाम से जाना जाता है।
मासिक शिवरात्रि (16 जून,2023): हिंदू धर्म में भगवान शिव को “देवों के देव महादेव” की संज्ञा दी गयी है और कहा जाता है कि ये अपने भक्तों से जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं। वैसे तो, हर साल भोलेबाबा के भक्तों द्वारा महाशिवरात्रि का पर्व बेहद धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन हर माह आने वाली मासिक शिवरात्रि का व्रत भक्तजन बहुत ही आस्था से रखते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह व्रत कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से मनुष्य के जीवन से सभी समस्याओं का समाधान हो जाता है।
आषाढ़ अमावस्या (18 जून 2023): हिंदू वर्ष के चौथे महीने यानी कि आषाढ़ में आने के कारण इस अमावस्या को आषाढ़ अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस अमावस्या को बहुत ही खास माना गया है। हालांकि, साल भर में पड़ने वाली सभी अमावस्याओं का अपना महत्व है, लेकिन आषाढ़ अमावस्या के दिन दान, पुण्य और पितरों के लिए किये जाने वाले तर्पण आदि को पुण्यकारी माना गया है। यह अवसर धार्मिक कार्यों के लिए भी शुभ है। कहते हैं कि इस अमावस्या के दिन पवित्र नदियों और तीर्थ स्थलों में स्नान करने से कई गुना फल की प्राप्ति होती है।
जगन्नाथ रथ यात्रा (20 जून 2023): जगन्नाथ रथ यात्रा का हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्व है जो कि किसी भी व्यक्ति को रोमांच से भर देने का सामर्थ्य रखती है। प्रत्येक वर्ष इस यात्रा का आयोजन उड़ीसा के पुरी में किया जाता है जिसमें शामिल होने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रति वर्ष आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली जाती है। साल में एक बार भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए जगन्नाथ मंदिर से बाहर आते हैं। इस यात्रा के दौरान जगन्नाथ रथ यात्रा गुंडिचा माता के मंदिर तक जाती है।
देवशयनी एकादशी (29 जून 2023): देवशयनी एकादशी को सभी एकादशियों में से सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रति वर्ष आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी मनाई जाती है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, देवशयनी एकादशी के दिन जगत के पालनहार श्रीहरि विष्णु चार महीने के लिए योगनिद्रा में चले जाते हैं और इन चार महीनों को चातुर्मास के नाम से जाना जाता है। चातुर्मास के दौरान सभी प्रकार के शुभ कार्यों को करना वर्जित होता है। देवशयनी एकादशी को ही आषाढ़ एकादशी के नाम से भी जाना जाता है।
जून 2023 में पड़ने वाले ग्रहण और गोचर
व्रत-त्योहारों के बाद, अगर हम बात करें जून 2023 के महीने में होने वाले गोचर और पड़ने वाले ग्रहण के बारे में, तो इस माह में सूर्य गोचर के साथ-साथ बुध ग्रह दो बार अपनी राशि परिवर्तन करेंगे जबकि शनि और बुध जैसे ग्रहों की स्थिति में बदलाव देखने को मिलेगा। तो अब आगे बढ़ते है और नज़र डालते हैं इन ग्रहों के गोचरों पर।
बुध का वृषभ राशि में गोचर (07 जून 2023): बुद्धि और तर्क के कारक ग्रह कहे जाने वाले बुध 07 जून 2023 की शाम 07 बजकर 40 मिनट पर वृषभ राशि में गोचर करेंगे।
सूर्य का मिथुन राशि में गोचर (15 जून 2023): ग्रहों के राजा के नाम से विख्यात सूर्य 15 जून 2023 की शाम 06 बजकर 07 मिनट पर वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे।
शनि कुंभ राशि में वक्री (17 जून 2023): ज्योतिष में शनि ग्रह को कर्मफल दाता कहा गया है और अब यह 17 जून 2023 की रात 10 बजकर 48 मिनट पर कुंभ राशि में वक्री होने जा रहे हैं।
बुध वृषभ राशि में अस्त (19 जून 2023): 19 जून 2023 की सुबह 07 बजकर 16 मिनट पर भाषा और वाणी के कारक ग्रह बुध वृषभ राशि में अस्त होने जा रहे हैं।
बुध का मिथुन राशि में गोचर (24 जून 2023): जून के महीने में एक बार पुनः बुध देव अपनी राशि में परिवर्तन करते हुए 24 जून 2023 की दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे।
जहां तक सवाल है जून 2023 में पड़ने वाले ग्रहण का, तो आपको बता दें कि इस महीने में कोई ग्रहण नहीं लगने जा रहा है।
जून 2023 के लिए 12 राशियों का राशिफल और उपाय
मेष राशि
- जून 2023 मेष राशि वालों के करियर के लिए औसत रहेगा क्योंकि इस दौरान आप पर काम का बोझ अधिक हो सकता है।
- छात्र जून के महीने में उत्कृष्टता हासिल करते हुए अपनी क्षमताओं को साबित करने में सक्षम होंगे।
- इस दौरान आपको पार्टनर के साथ संबंधों में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, तालमेल बैठाने की कोशिश करें।
- मेष राशि वालों को इस महीने किसी भी परेशानी से बचने के लिए अपने स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहना होगा।
उपाय: शनिवार के दिन शनि ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
वृषभ राशि
- वृषभ राशि के व्यापार करने वाले जातकों के लिए जून का महीना थोड़ा औसत रह सकता है।
- करियर के क्षेत्र में आपको वेतन वृद्धि और इंसेंटिव मिलने में देरी हो सकती है।
- राहु और गुरु के बारहवें भाव में होने के कारण आपको पारिवारिक जीवन में समस्याओं से जूझना पड़ सकता है।
- विवाहित जातकों को जून का महीना थोड़ा मुश्किल लग सकता है। ऐसे में, पार्टनर को समझने का प्रयास करें।
- जून का दूसरा भाग आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छे परिणाम लेकर आ सकता है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ शुक्राय नमः” का 24 बार जाप करें।
मिथुन राशि
- मिथुन राशि के जातक इस महीने अच्छा ख़ासा धन कमाने में सक्षम होंगे। साथ ही, आपको अचानक से धन लाभ भी हो सकता है।
- सेहत की बात करें तो, आपको जून के माह में कंधों में दर्द और तनाव आदि की समस्या परेशान कर सकती है।
- गुरु और राहु के ग्यारहवें भाव में बैठे होने के कारण यह अवधि इन लोगों को प्रेम में सफलता दिला सकती है।
- मिथुन राशि के छात्र पढ़ाई में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
- इस माह आपको करियर में नए अवसर प्राप्त होने के साथ-साथ सकारात्मक परिणाम भी प्राप्त होंगे।
उपाय: शनि ग्रह के लिए शनिवार के दिन यज्ञ-हवन करें।
कर्क राशि
- कर्क राशि के लोगों को नौकरी में दबाव का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको सावधानी से आगे बढ़ना होगा।
- व्यापार करने वाले जातकों को प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिल सकती हैं और संभव है कि लाभ भी कम रहें।
- नौकरी में बदलाव या समस्याओं के चलते आपकी आर्थिक स्थिति प्रभावित हो सकती है। ख़र्चों में भी वृद्धि होने की संभावना है।
- ये जातक थोड़े बैचैन नज़र आ सकते हैं और इन्हें माता के स्वास्थ्य पर भी धन खर्च करना पड़ सकता है।
- आपके प्रेम जीवन में प्रेम की कमी रह सकती है और शादीशुदा जीवन भी अशांत रहने की आशंका है।
उपाय: संभव हो, तो सोमवार के दिन उपवास करें।
सिंह राशि
- सिंह राशि वालों को जून माह में धार्मिक उद्देश्यों के चलते कई यात्राएं करनी पड़ सकती हैं जो आपके लिए फायदेमंद साबित होंगी।
- इस महीने आपको नौकरी और करियर के क्षेत्र में शुभ परिणामों की प्राप्ति होगी।
- सिंह राशि के छात्र अपनी योग्यताओं को पहचानते हुए पढ़ाई में टॉप पर पहुँचने में कामयाब रहेंगे।
- जून में इन जातकों को धन कमाने के कई अवसर मिलेंगे जिससे आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी।
- आपका स्वास्थ्य जून में अच्छा रहेगा और आप उत्साह एवं ऊर्जा से भरे रहेंगे।
उपाय: प्रतिदिन सुबह-सवेरे सूर्य देव की पूजा करें।
कन्या राशि
- करियर के क्षेत्र में आपके द्वारा किये गए प्रयास आपको सफलता की राह पर लेकर जाएंगे।
- व्यापार करने वाले जातकों को थोड़ा कम मुनाफा होने की संभावना है और इस समय पार्टनरशिप में काम करना फलदायी साबित नहीं होगा।
- जून का महीना कन्या राशि वालों के लिए ख़र्चें लेकर आ सकता है। ऐसे में, धन खर्च सोच-समझकर करें।
- आपके पार्टनर में अहंकार की भावना आने के कारण आप दोनों के बीच विवाद होने की संभावना है।
- कन्या राशि वालों को सिर दर्द और पाचन संबंधी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है इसलिए सावधान रहें।
उपाय: प्रतिदिन देवी दुर्गा की पूजा करें।
तुला राशि
- धन से संबंधित मामलों में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। ऐसे में, धन ख़र्चों में भी बढ़ोतरी हो सकती है।
- आपको स्वास्थ्य संबंधित कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, त्वचा और पाचन से जुड़ी समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं।
- तुला राशि के जातकों के काम में देरी होने की आशंका है। संभव है कि आप जो भी काम करें उसमें संतुष्टि न मिलें।
- पारिवारिक जीवन की बात करें तो, आपके परिवार से खुशियां नदारद रह सकती हैं क्योंकि परिवार में विवाद होने की संभावना है।
उपाय: राहु के लिए मंगलवार के दिन यज्ञ-हवन करें।
वृश्चिक राशि
- वृश्चिक राशि के जातक जून माह में बैचैन नज़र आ सकते हैं और असुरक्षा की भावना से ग्रस्त हो सकते हैं।
- इस दौरान आपको व्यापार में ज्यादा ख़ास परिणाम न मिलने के आसार हैं और लाभ भी कम हो सकता है।
- आपके रिश्ते से प्रेम नदारद रह सकता है और हो सकता है कि आप दोनों के बीच आपसी समझ कम रहें।
- धन के मामले में आपको मिले-जुले परिणाम मिल सकते हैं और इस दौरान आपको लाभ तो होगा, लेकिन खर्चें भी बढ़ेंगे।
उपाय: प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें।
धनु राशि
- जून के महीने में आपको धन प्राप्त होगा लेकिन उसकी रफ़्तार न ज्यादा तेज़ होगी और न ज्यादा धीमी।
- इन लोगों को करियर में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे और ऐसे में, आपको नौकरी में प्रगति मिलने की संभावना है।
- यह समय प्रेम जीवन के लिए अच्छा रहेगा और इस दौरान पार्टनर के साथ आपके संबंध मधुर बने रहेंगे।
- धनु राशि के जातक पूरे महीने स्वस्थ और फिट रहेंगे जो कि आपकी प्रसन्नता के कारण संभव होगा।
उपाय: गुरुवार के दिन दिव्यांगों को भोजन कराएं।
मकर राशि
- आर्थिक स्थिति की बात करें तो, जून 2023 में आपके ख़र्चों के साथ-साथ लाभ में भी वृद्धि होगी। लेकिन लाभ कमाने में मेहनत करनी पड़ सकती है।
- करियर के क्षेत्रों में मकर राशि वालों को अच्छे और बुरे दोनों तरह के परिणाम मिल सकते हैं। साथ ही, विदेश जाने के भी योग हैं।
- पारिवारिक जीवन में आपको संपत्ति से संबंधित विवादों का सामना करना पड़ सकता है। परिवार के सदस्यों में तालमेल की कमी दिखाई दे सकती है।
- प्रेम जीवन की बात करें तो, पार्टनर के साथ बहस या मतभेद होने की आशंका है। साथ ही, अलग होने की नौबत तक आ सकती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ नमः शिवाय” का 108 बार का जाप करें।
कुंभ राशि
- कुंभ राशि के जातकों के खर्चों में एकदम से बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है और ऐसे में, खर्चें पूरा करना आपको मुश्किल लग सकता है।
- करियर के क्षेत्र में आपको कुछ चुनौतियों से जूझना पड़ सकता है और आशंका है कि आप जो भी काम करें उससे संतुष्ट न हो।
- संभावना है कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को अच्छे अंक न मिलें।
- जून में आपको तनाव और कमर दर्द की शिकायत हो सकती है जिसके चलते आपका स्वास्थ्य इस महीने औसत रहेगा।
- शादीशुदा लोगों के लिए ये महीना ज्यादा ख़ास नहीं रहने की आशंका है क्योंकि पार्टनर के साथ मतभेद हो सकता है।
उपाय: प्रत्येक शनिवार शनि चालीसा का पाठ करें।
मीन राशि
- करियर के लिए जून का महीना थोड़ा कठिन रह सकता है। साथ ही, किसी समस्या या फिर दबाव के कारण नौकरी बदलने का सोच सकते हैं।
- व्यापार करने वालों को इस महीने नुकसान होने की संभावना है और प्रतिद्वंदियों से भी कड़ी टक्कर मिल सकती है।
- जो लोग रिलेशनशिप में हैं उनकी पार्टनर के साथ बहस होने की आशंका है जबकि शादीशुदा लोगों के रिश्ते से प्रेम गायब रह सकता है।
- मीन राशि के जातकों को पैसा कमाने में समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। साथ ही, आपके खर्चें भी बढ़ सकते हैं।
- आपको कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमताओं और आत्मविश्वास की कमी की वजह से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ सकता है।
उपाय: प्रतिदिन 108 बार “ॐ बुधाय नमः” का जाप करें।
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