जुलाई 2023: अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार साल का सातवां महीना यानी कि जुलाई 2023 व्रत-त्योहार व ग्रह-नक्षत्र के लिहाज़ से काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। वैसे तो, वर्ष 2023 का प्रत्येक महीना अपने साथ कुछ न कुछ ख़ास लेकर आया है चाहे जनवरी में मकर संक्रांति का पर्व हो, फरवरी में महाशिवरात्रि का उत्सव हो, मार्च में होली हो या फिर अप्रैल में चैत्र नवरात्रि का त्योहार हो। अब इसी क्रम में जुलाई 2023 का महीना में भी गुरु पूर्णिमा के साथ-साथ सावन जैसे कई बड़े त्योहार अपने साथ लेकर आ रहा है। जुलाई 2023 महीने की शुरुआत गुरु पूर्णिमा से हो रही है और इसके अगले दिन यानी 4 जुलाई से सावन के महीने की शुरुआत हो रही है। ऐसे में, आप भी यह जानने के लिए उत्सुक होंगे कि यह महीना आपकी नौकरी, प्रेम जीवन, घर-परिवार और व्यापार के लिए कैसा रहने वाला है? तो आपको इन सभी सवालों के जवाब मिलेंगे एस्ट्रोसेज के जुलाई 2023 के इस विशेष ब्लॉग में।
भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके
इसके साथ-साथ इस महीने पड़ने वाले व्रत, त्योहार,ग्रहण, गोचर समेत बैंक अवकाशों की तिथियों के बारे में भी हम आपको विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे लेकिन सबसे पहले जानते हैं जुलाई माह में जन्मे लोगों के व्यक्तित्व से जुड़ी रोचक और दिलचस्प बातों के बारे में। तो आइये बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस विशेष लेख की।
जुलाई 2023 को कौन सी बातें बनाती हैं सबसे ख़ास?
- एस्ट्रोसेज का यह ब्लॉग बहुत ही विशेष है क्योंकि इसमें आपको जुलाई माह में मनाए जाने वाले व्रत-त्योहारों की तिथियों के बारे में जानकारी प्राप्त होगी।
- साथ ही, उन लोगों के व्यक्तित्व से जुड़ी कुछ ख़ास बातों से भी आपको रूबरू कराएंगे जिनका जन्म जुलाई के महीने में हुआ है।
- जुलाई 2023 में बैंक अवकाश कब-कब पड़ रहे हैं, इस बारे में भी जानकारी देंगे।
- इसके अलावा इस महीने में कौन सा ग्रह करेगा कब-कब अपनी राशि और दशा में परिवर्तन? जुलाई 2023 के महीने में कब लगने जा रहा है ग्रहण? इन सभी महत्वपूर्ण बातों के बारे में आपको जानकारी इस ब्लॉग के माध्यम से मिलेगी।
- आखिरी हम यह भी जानेंगे कि राशि चक्र की सभी 12 राशियों के लिए जुलाई का महीना कैसा रहने वाला है?
चलिए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं जुलाई 2023 के इस विशेष ब्लॉग में।
जुलाई 2023 का ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू पंचांग की गणना
पंचांग के अनुसार साल 2023 के सातवें महीने यानी कि जुलाई 2023 के महीने का आरंभ अनुराधा नक्षत्र के तहत शुक्ल पक्ष की द्वादशी यानी कि 01 जुलाई 2023 को होगा जबकि इस माह का समापन 31 जुलाई 2023,सोमवार को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के तहत शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को होगा।
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जुलाई में जन्में लोगों के व्यक्तित्व में पाई जाती हैं ये विशेषताएं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किसी भी व्यक्ति के जन्म का महीना उसके व्यवहार और व्यक्तित्व को निर्धारित कर सकता है। ऐसा ही जुलाई के महीने में जन्म लेने वाले लोगों के लिए भी है। जुलाई में जन्म लेने वाले लोगों में कुछ ख़ास गुण होते हैं जो उन्हें भीड़ से अलग बनाते हैं। ये लोग काफी आशावादी होते हैं और कठिन परिस्थिति में भी सकारात्मक बने रहते हैं। विषम परिस्थितियों में आपा खोने की बजाय ये लोग स्थिति का हल ढूंढने में सक्षम होते हैं। इनके सबसे अच्छे गुणों में एक बाद यह है कि ये लोग फैमली ओरिएंटेड होते हैं। जब परिवार की बात आती है, तो ये अत्यधिक सुरक्षात्मक और संवेदनशील हो सकते हैं। ये अपने परिवार का ध्यान काफी अच्छे से रखते हैं।
आर्थिक दृष्टि से देखा जाए तो जुलाई में पैदा हुए लोग खुद को आर्थिक रूप से सुरक्षित रखना चाहते हैं और इसके लिए ये लोग कड़ी मेहनत भी करते हैं। हालांकि, ये अपनी आवश्यकताओं और इच्छाओं को पूरा करने के लिए पैसा खर्च करते हैं लेकिन पैसे को मैनेज करना भी अच्छे से जानते हैं। जुलाई महीने में जन्म लेने वाले लोग शिक्षा या बैंकिंग क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करने में सक्षम होते हैं। ये लोग दूसरों के प्रति सौम्य और सहानुभूतिपूर्ण स्वभाव के होते हैं और दूसरों के दर्द को समझते हैं। साथ ही, जरूरतमंदों की मदद करने की पूरी कोशिश करते हैं। ये दयालु और समझदार होते हैं। हालांकि, कई बार अधिक इमोशनल हो जाते हैं और इनका ये इमोशनल स्वभाव इन्हें परेशानी में भी डाल देता है।
इन लोगों के अंदर नई-नई चीजें सीखने की जिज्ञासा होती है और चीज़ों को सीखने के लिए हमेशा उत्सुक रहते हैं। साथ ही, अपने ज्ञान का विस्तार करना इन लोगों को पसंद होता है। यही एक कारण है कि जुलाई महीने में जन्म लेने वाले लोग कभी भी प्रश्न पूछने से पीछे नहीं हटते। इसके अलावा ये लोग अपने हर फैसले को बहुत सोच-समझकर लेते हैं और जो भी निर्णय लेते हैं उसमें अमल करते हैं। इन लोगों के प्रेम जीवन की बात की जाए तो इस मामले में ये सावधानी से कदम उठाते हैं। पहले तो ये जल्दी प्रेम में नहीं पड़ते, लेकिन अगर इन्हें प्रेम हो जाता है, तो ये अपने प्रिय का साथ कभी नहीं छोड़ते हैं और अपने साथी के प्रति पूरी तरह लॉयल रहते हैं।
जून में जन्म लेने वालों के लिए भाग्यशाली अंक: 2, 9
जून में जन्म लेने वालों के लिए भाग्यशाली रंग: नारंगी और नीला रंग
जून में जन्म लेने वालों के लिए शुभ दिन: सोमवार और शुक्रवार का दिन
जून में जन्म लेने वालों के लिए भाग्यशाली रत्न: यदि आपका जन्म 22 जून से 22 जुलाई के बीच में हुआ है तो आपकी कर्क राशि है और आपकी राशि के स्वामी चंद्रमा होते हैं ऐसे में, आपके लिए मोती धारण करना शुभ साबित हो सकता है।
वहीं अगर आपका जन्म 23 जुलाई से 21 अगस्त के बीच हुआ है तो आपकी राशि सिंह बनती है जिनके स्वामी सूर्य हैं। ऐसे में माणिक्य रत्न धारण करना आपके लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है।
हालांकि कोई भी रत्न धारण करने से पहले विद्वान ज्योतिषियों से परामर्श अवश्य ले लें।
जुलाई में जन्म लेने वाले जातकों का स्वभाव जानने के बाद अब हम बात करते हैं उन बैंक अवकाशों के बारे में जो कि जुलाई के महीने में पड़ने वाले हैं।
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जुलाई 2023 में इन तिथियों पर पड़ेंगे बैंक अवकाश
तिथि | बैंक अवकाश का दिन | कहां-कहां मान्य होगा |
5 जुलाई 2023, बुधवार | गुरु हरगोबिंद जी जन्मदिन | जम्मू और कश्मीर |
6 जुलाई, 2023 गुरुवार | एमएचआईपी दिवस | मिजोरम |
8 जुलाई 2023, शनिवार | बेहदीनखलम महोत्सव | मेघालय |
13 जुलाई 2023, गुरुवार | शहीद दिवस | जम्मू और कश्मीर |
13 जुलाई 2023, गुरुवार | भानु जयंती | सिक्किम |
13 जुलाई 2023, गुरुवार | बोनालु | तेलंगाना |
17 जुलाई 2023, सोमवार | यू तिरोत सिंग डे | मेघालय |
29 जुलाई 2023, शनिवार | मुहर्रम | चंडीगढ़, दमन और डियो, दादरा और नगर हवेली, सिक्किम, गोवा, हरियाणा, केरल, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, पांडिचेरी, पंजाब, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल को छोड़कर राष्ट्रीय अवकाश |
31 जुलाई 2023, सोमवार | शहीद उधम सिंह की शहादत | हरियाणा |
जुलाई का धार्मिक महत्व
जुलाई के महीने को धार्मिक नजरिए से बहुत ही पवित्र और पावन माना जाता है। इस महीने में कई बड़े-बड़े त्योहार पड़ते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, जुलाई का महीना आषाढ़ और सावन का होता है। धार्मिक दृष्टिकोण से भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए जुलाई का महीना बेहद अच्छा माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस महीने में भोलेनाथ की श्रद्धा पूर्वक पूजा करने से उनकी कृपा सदैव बनी रहती है। आषाढ़ माह की शुरुआत 5 जून 2023 से हुई थी और इसका समापन 3 जुलाई 2023 को होगा। जबकि सावन माह की शुरुआत 4 जुलाई 2023 से होगी और समापन 31 अगस्त 2023 को होगा। जुलाई महीने में पड़ने वाले यह दोनों ही माह यानी आषाढ़ और सावन के महीने को आध्यात्मिक रूप से बेहद ही महत्वपूर्ण माना जाता है।
आषाढ़ माह की बात करें तो हिंदू कैलेंडर में आषाढ़ मास को वर्ष का तीसरा मास माना जाता है। इस मास से वर्षा ऋतु की शुरुआत हो जाती है। भारत में यह महीना मानसून का सीजन होता है। कुछ नकारात्मक धारणाओं के कारण आषाढ़ मास को अशक्त मास के रूप में मान्यता प्राप्त है। मान्यता यह है कि आषाढ़ मास शुभ कार्यों जैसे गृह प्रवेश, जनेऊ संस्कार, विवाह आदि के लिए अशुभ होता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, आषाढ़ माह में गुरु की उपासना सबसे फलदायी मानी जाती है। इस माह में मनोकामना की पूर्ति के लिए श्री हरि विष्णु की उपासना की जाती है साथ ही संतान प्राप्ति का वरदान मिलता है। इस महीने में जल देव की भी पूजा करनी चाहिए। माना जाता है कि जल देव की उपासना करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहती है। ऊर्जा के स्तर को काबू करने के लिए आषाढ़ के महीने में सूर्य की उपासना की जाती है।
बात करते है सावन महीने की तो ऐसा माना गया है कि सावन के महीने में भगवान शिव पृथ्वी पर अवतरित होते हैं और पृथ्वी का वातावरण शिवमय हो जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, सावन के महीने में ही समुद्र मंथन हुआ था और इसमें से निकले विष को भगवान शिव ने अपने अंदर धारण कर लिया था और पूरी सृष्टि को बचाया था। इस कारण ही भगवान शिव का नाम नीलकंठ पड़ गया था। विष का प्रभाव इतना था कि भोलेनाथ का कंठ जलने लगा। इसके बाद सभी देवी-देवताओं ने मिलकर उनके ऊपर जल डाला। यही कारण है कि सावन की महीने भगवान शिव की आराधना और जलाभिषेक करने से व्यक्ति हर समस्याओं से मुक्ति पा लेता है। श्रावण मास में सोमवार व्रत या अन्य व्रत शुरू किया जा सकता है। इस मास में जो व्यक्ति सोमवार को बिल्वपत्र, दूध-दही, घी, शहद, गन्ने का रस आदि से भोलेनाथ का अभिषेक करता है, भोलेनाथ उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। ख़ास बात यह है कि इस वर्ष सावन 59 दिन का रहेगा और 8 सोमवार व्रत रखे जाएंगे। ऐसा 19 वर्ष बाद हो रहा है।
चलिए आगे बढ़ते है और जानते हैं जुलाई 2023 में मनाये जाने वाले व्रत और त्योहारों की तिथियों के बारे में।
जुलाई 2023: व्रत एवं त्योहारों की सूची
तिथि | दिन | पर्व या त्यौहार |
1 जुलाई 2023 | शनिवार | प्रदोष व्रत(शुक्ल) |
3 जुलाई 2023 | सोमवार | गुरु-पूर्णिमा, आषाढ़ पूर्णिमा व्रत |
6 जुलाई 2023 | गुरुवार | संकष्टी चतुर्थी |
13 जुलाई 2023 | गुरुवार | कामिका एकादशी |
14 जुलाई 2023 | शुक्रवार | प्रदोष व्रत(कृष्ण) |
15 जुलाई 2023 | शनिवार | मासिक शिवरात्रि |
16 जुलाई 2023 | रविवार | कर्क संक्रांति |
17 जुलाई 2023 | सोमवार | श्रावण अमावस्या |
29 जुलाई 2023 | शनिवार | पद्मिनी एकादशी |
30 जुलाई 2023 | रविवार | प्रदोष व्रत (शुक्ल) |
जुलाई 2023 में मनाये जाने वाले व्रत एवं त्यौहार का धार्मिक महत्व
प्रदोष व्रत(शुक्ल) (1 जुलाई 2023): सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत रखा जाता है। प्रदोष व्रत की तिथि प्रत्येक माह में दो बार पड़ती है। जब यह व्रत सोमवार के दिन पड़ता है, तो इसे सोम प्रदोष के नाम से जाना जाता है, वहीं जब मंगलवार के दिन पड़ता है तो इसे भौम प्रदोष कहते हैं और शनिवार को पड़ने वाले व्रत को शनि प्रदोष व्रत कहा जाता है। इस माह प्रदोष व्रत शनिवार के दिन पड़ रहा है। यह व्रत भगवान शिव को समर्पित है। इस शुभ तिथि में जो भी भोलेनाथ की विधि विधान से पूजा करता है, उसके जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है।
गुरु-पूर्णिमा (3 जुलाई 2023): गुरु पूर्णिमा का पर्व हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। इसी दिन वेदों और पुराणों की रचना करने वाले वेदव्यास जी का जन्म भी हुआ था इसलिए इस दिन को व्यास जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। कहा जाता है कि गुरु पूर्णिमा के दिन ही व्यास जी ने अपने शिष्यों और मुनियों को श्री भागवत पुराण का ज्ञान दिया था। इसी दिन वेदव्यास के सभी शिष्यों में से पांच शिष्यों ने गुरु पूजा की परंपरा की शुरुआत की थी। कई मठों और आश्रमों में लोग ब्रह्मलीन संतों समाधि और मूर्तियों की पूजा-अर्चना भी करते हैं।
संकष्टी चतुर्थी (6 जुलाई 2023): संकष्टी चतुर्थी के उपवास में सभी चतुर्थी का महत्व समान है। इस व्रत को हर महीने कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर किया जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से भगवान गणेश भक्त के जीवन में आने वाले बड़े से बड़े संकट व विघ्न को हर लेते हैं इसलिए संकष्टी चतुर्थी को भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करना बेहद लाभप्रद होता है और भगवान गणेश की कृपा भी प्राप्त होती है।
कामिका एकादशी (13 जुलाई 2023): कामिका एकादशी को पवित्रा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है। सावन के महीने में पड़ने वाली इस एकादशी की कई विशेषताएं हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार कामिका एकादशी का व्रत रखने वाले जातक को अपने जीवन में किए गए सभी पाप कर्मों से मुक्ति मिलने के साथ उनका आशीर्वाद भी प्राप्त होता है और साथ ही व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
प्रदोष व्रत(शुक्ल) (14 जुलाई): हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर माह की शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। जुलाई के महीने में 3 प्रदोष व्रत पड़ रहे हैं। सावन माह में पड़ने वाला प्रदोष व्रत कई मायनों में खास होता है। यह व्रत सूर्यास्त के समय पर निर्भर करता है।
मासिक शिवरात्रि (15 जुलाई 2023): मासिक शिवरात्रि हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। सनातन धर्म में हर साल 12 मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस मासिक शिवरात्रि का विशेष महत्व है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार जो भी भक्त मासिक शिवरात्रि का व्रत रखता है और विधि विधान से भगवान शिव की पूजा अर्चना करता है उसकी भगवान शिव की कृपा से हर मुश्किल आसान हो जाती है, सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है और उसे किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है।
कर्क संक्रांति (16 जुलाई 2023): सूर्य जब किसी राशि में प्रवेश करते हैं, तब उस तिथि को संक्रांति के नाम से जाना जाता है। 16 जुलाई को सूर्य मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में गोचर करने वाले हैं इसलिए इस तिथि को कर्क संक्रांति कहा जाएगा। सूर्य सभी 12 राशियों में प्रवेश करते हैं, इस तरह साल में कुल 12 संक्रांति होती हैं इसी क्रम में कर्क संक्रांति का विशेष महत्व है। कर्क संक्रांति पर पूजा-पाठ, जप-तप और दान आदि करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। इस दिन विधि-विधान से पूजा पाठ करने से व्यक्ति हर दोष व बुरी शक्तियों से छुटकारा पा लेता है।
श्रावण अमावस्या (17 जुलाई 2023): अमावस्या हर माह में एक बार आती है। अमावस्या तिथि के स्वामी पितृदेव हैं इसलिए इस अमावस्या पर पितरों की शांति के लिए पिंडदान और दान-धर्म करने का महत्व है। श्रावण मास की अमावस्या को हरियाली अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। हरियाली अमावस्या या श्रावण अमावस्या मुख्य रूप से प्रकृति के प्रति आभार प्रकट करने का त्योहार है। इस दिन वृक्षारोपण करने का विशेष महत्व है। माना जाता है कि इस दिन वृक्षारोपण करने से जीवन के सारे कष्ट दोष दूर हो जाते हैं और सुख-समृद्धि का आगमन होता है। यह अमावस्या किसानों के लिए खासतौर पर महत्वपूर्ण मानी जाती है।
पद्मिनी एकादशी (29 जुलाई 2023): पुरुषोत्तम मास में पड़ने वाली एकादशी को पद्मिनी एकादशी कहते हैं। सनातन धर्म में इस एकादशी का विशेष महत्व है क्योंकि यह तीन साल में एक बार आती है। मान्यता है कि, पद्मिनी एकादशी का व्रत करने वाले श्रद्धालुओं को साल भर की सभी एकादशी व्रतों के बराबर फल की प्राप्ति होती है साथ ही भगवान विष्णु की कृपा सदैव बनी रहती है। इस दिन निद्रा का त्याग करना चाहिए और रात भर भगवान विष्णु के नाम का स्मरण करते हुए जागरण करना चाहिए।
जुलाई 2023 में पड़ने वाले ग्रहण और गोचर
व्रत-त्योहारों के बाद, अगर हम जुलाई 2023 के महीने में होने वाले गोचर और पड़ने वाले ग्रहण के बारे में बात करें, तो इस माह में कई बड़े ग्रहों की चाल में परिवर्तन हो रहा है। वहीं अगर ग्रहण की बात की जाए तो इस महीने में कोई ग्रहण नहीं लग रहा है।
मंगल का सिंह राशि में गोचर (01 जुलाई 2023): ऊर्जा और पराक्रम के कारक ग्रह मंगल 01 जुलाई 2023 की रात 01 बजकर 52 मिनट पर सिंह राशि में गोचर करेंगे।
शुक्र का सिंह राशि में गोचर (7 जुलाई 2023): वैवाहिक सुख, भोग और विलासिता आदि के कारक शुक्र 7 जुलाई 2023 की सुबह 3 बजकर 59 मिनट पर सिंह राशि में गोचर करेंगे।
बुध का कर्क राशि में गोचर (8 जुलाई, 2023): बुद्धि के कारक ग्रह बुध 8 जुलाई, 2023 की रात 12 बजकर 05 मिनट पर कर्क राशि में गोचर करेंगे।
बुध का कर्क राशि में उदय (14 जुलाई 2023): तर्क के कारक ग्रह कहे जाने वाले बुध 14 जुलाई, 2023 को कर्क राशि में उदित होंगे।
सूर्य का कर्क राशि में गोचर (16 जुलाई 2023): ग्रहों के राजा के नाम से विख्यात सूर्य 16 जुलाई 2023 की सुबह 4 बजकर 59 मिनट पर कर्क राशि में गोचर करेंगे।
शुक्र सिंह राशि में वक्री (23 जुलाई 2023): प्रेम के कारक ग्रह शुक्र 23 जुलाई 2023 की सुबह 6 बजकर 01 मिनट पर सिंह राशि में वक्री हो जाएंगे।
बुध का सिंह राशि में गोचर (25 जुलाई 2023): बुध का सिंह राशि में गोचर 25 जुलाई 2023 की सुबह 4 बजकर 26 मिनट पर होगा।
जुलाई 2023 के लिए 12 राशियों का राशिफल और उपाय
मेष राशि
- करियर के क्षेत्र में मेष राशि के जातकों के लिए जुलाई का महीना मिलाजुला रहने के आसार है। आपको अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है।
- इस दौरान आप जो भी सीखेंगे उसे याद रख पाना आपको मुश्किल लग सकता है।
- विवाह के लिए यह अवधि आपके लिए बेहतर रहेगी। इस दौरान दांपत्य जीवन मधुर रहेगा और आपसी समझ बढ़ेगी।
- इस माह सर्दी, खांसी और एलर्जी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय: प्रतिदिन राहु-केतु के लिए मंगलवार को यज्ञ/हवन करें।
वृषभ राशि
- इस दौरान नौकरी में बदलाव या ट्रांसफर होने की संभावना है। इसके साथ ही आपको कई तरह की चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है।
- इस महीने के दौरान विदेश में पढ़ाई करना जातकों के लिए फलदायी होगा।
- वैवाहिक जीवन में जातकों को धैर्य रखने और विवाद को शांति से संभालने की जरूरत होगी।
- इस माह जातकों को सर्दी व खांसी जैसी छोटी-मोटी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय: प्रतिदिन 108 बार “ॐ दुर्गाय नमः” का जाप करें।
मिथुन राशि
- जातकों को नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही, जो जातक नौकरी कर रहे हैं उन्हें प्रमोशन मिल सकता है।
- इस दौरान प्रतियोगी परीक्षाओं में आप बेहतर और अच्छे परिणाम प्राप्त करेंगे।
- जातकों को प्यार में सफलता मिलेगी और आप दोनों का रिश्ता मज़बूत होगा।
- स्वास्थ्य के लिहाज़ से, इस महीने आपका स्वास्थ्य काफ़ी अच्छा रहेगा।
उपाय: प्रतिदिन 41 बार “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।
कर्क राशि
- जुलाई माह में आप में से कुछ लोग अपनी वर्तमान नौकरी छोड़ने का मन बना सकते हैं या नौकरी में अच्छी पहचान न मिलने की भी स्थिति हो सकती है।
- जातक पढ़ाई में अत्यधिक कठिन परिश्रम करेंगे लेकिन ऐसी संभावना है कि उनकी मेहनत रंग न लाए।
- ग्रहों की प्रतिकूल स्थिति के कारण प्रेम और वैवाहिक जीवन में कई बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।
- इस दौरान आपकी मां का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।
उपाय: सोमवार के दिन चंद्रमा ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
सिंह राशि
- जुलाई माह में जातक को कार्यक्षेत्र में प्रमोशन और लाभ मिलने की संभावना है।
- इस दौरान पढ़ाई के प्रति जातकों की रुचि बढ़ेगी, जिससे उन्हें अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी।
- इस माह जो जातक प्रेम के बंधन में बंधे है उन्हें सफलतापूर्वक प्यार मिलेगा और प्रेम विवाह के योग भी बन सकते हैं।
- बृहस्पति की कृपा से इस दौरान जातक अच्छा स्वास्थ्य बनाएं रखने में सक्षम होंगे।
उपाय: प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
कन्या राशि
- इस दौरान आप पूरे जोश, समर्पण और निष्ठा से अपने कार्य को करने के लिए उत्साहित नज़र आएंगे।
- संभावना है कि पढ़ाई की ओर आपका झुकाव कम हो सकता है।
- शादीशुदा जातकों को वैवाहिक जीवन सुख की कमी महसूस हो सकती है और अशांति का वातावरण हो सकता है
- इस अवधि में जातकों को सिरदर्द व पाचन से संबंधित स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
उपाय: प्रतिदिन 41 बार “ॐ राहे नमः” मंत्र का जाप करें।
तुला राशि
- करियर के क्षेत्र में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
- जातकों को शिक्षा के क्षेत्र में यह अवधि कई नए अवसर प्रदान कर सकती है, जिससे जातकों को पढ़ाई में लाभ मिल सकता है।
- प्रेम और वैवाहिक जीवन में खुशी व आकर्षण महसूस कर सकते हैं लेकिन सामंजस्य की कमी के चलते रिश्तों में कुछ खटास पैदा होने की संभावना है।
- जातक को स्वास्थ्य के प्रति ध्यान देने की बेहद जरूरत है क्योंकि पाचन और त्वचा संबंधी समस्याएं होने की संभावना है।
उपाय: प्रतिदिन 41 बार ” ॐ केतवे नमः” मंत्र का जाप करें।
वृश्चिक राशि
- इस माह नौकरी में बदलाव या संतुष्टि की कमी महसूस हो सकती है।
- इस दौरान जातकों का पढ़ाई से मन हट सकता है।
- प्रेम और वैवाहिक जीवन में यह समय कुछ खास अवसर प्रदान नहीं करेगा।
- स्वास्थ्य के मोर्चे में जातक सुख सुविधाओं की कमी महसूस कर सकते हैं।
उपाय: रोजाना 108 बार “ॐ केतवे नमः” मंत्र का जाप करें।
धनु राशि
- यह अवधि जुलाई माह के दौरान जातकों को विदेश में नौकरी के नए अवसर प्रदान कर सकती है।
- इस अवधि जातक को पढ़ाई में कई नए अवसर प्राप्त करने के मौके भी मिल सकते हैं।
- इस माह शुक्र जो कि प्यार का ग्रह है वह जातकों को प्रेम में बेहतर परिणाम दे सकते हैं।
- स्वास्थ्य की दृष्टि से जातक काफी साहसी और जोशीला महसूस कर सकते हैं।
उपाय: प्रतिदिन 108 बार “ॐ गुरवे नमः” मंत्र का जाप करें।
मकर राशि
- करियर के क्षेत्र में जातकों को विदेश में अवसर प्राप्त हो सकते हैं।
- शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर परिणाम प्राप्त करने में कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
- जो जातक शादी का विचार बना रहे हैं उन्हें इस दौरान साथी के साथ सामंजस्य की कमी का सामना करना पड़ सकता है।
- इस दौरान जातकों को आंखों सें संबंधित समस्या जैसे- आंखों में जलन, दर्द व इन्फेक्शन के साथ साथ दांतों में दर्द जैसी समस्या झेलनी पड़ सकती है।
उपाय: प्रतिदिन 11 बार “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।
कुंभ राशि
- करियर के लिहाज़ से कुंभ राशि वालों के लिए यह समय थोड़ा मुश्किल भरा हो सकता है।
- इस दौरान कुंभ राशि के जातक अच्छे अंक प्राप्त करने व अपने लक्ष्यों को हासिल करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं।
- जो जातक शादीशुदा नहीं है और अपने पार्टनर की तलाश में हैं उन्हें शादी में देरी का सामना करना पड़ सकता है।
- इस माह के दौरान आपको लंबी दूरी की यात्रा करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे आपको पैरों में अकड़न व सेहत संबंधित कई और समस्याएं प्रभावित कर सकती है।
उपाय: प्रतिदिन शनिवार के दिन शनि चालीसा का पाठ करें।
मीन राशि
- जुलाई माह में मीन राशि के जातकों को अपने सहकर्मियों और वरिष्ठों से चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
- प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे जातकों के लिए यह महीना लाभप्रद नहीं हो सकता है।
- प्रेम और वैवाहिक जीवन में मुश्किल भरे समय का सामना करना पड़ सकता है।
- यह अवधि जातकों को चिंता, तनाव और पाचन संबंधी समस्या दे सकती है।
उपाय: हर रोज 108 बार “ॐ बुधाय नमः” मंत्र का जाप करें।
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