अगस्त महीने की समाप्ति में बुध ग्रह एक बार फिर गोचर करने जा रहा है। इस बार बुध का यह गोचर 26 अगस्त 2021 को कन्या राशि में होगा। बुध का यह गोचर कई मायनों में महत्वपूर्ण कहा जा सकता है, इसका प्रमुख कारण यह भी है कि, ज्योतिष में बुध ग्रह को ग्रहों में राजकुमार का दर्जा प्राप्त होता है। मिथुन और कन्या राशि के स्वामी बुध की कृपा से व्यक्ति विद्वान होता है और उसकी तर्क क्षमता मजबूत होती है। इसके अलावा जिस व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह मजबूत स्थिति में होता है ऐसे व्यक्ति का संचार कौशल बेहद ही शानदार होता है। इसके अलावा कन्या राशि में बुध ग्रह को उच्च का माना जाता है और मीन राशि में नीच का माना जाता है।
जहाँ एक तरफ बुध ग्रह का सूर्य ग्रह, शुक्र ग्रह और राहु ग्रह के साथ मित्रता वाले संबंध होते हैं वहीं चंद्रमा के साथ बुध के शत्रुता वाले संबंध होते हैं। इसके अलावा शनि, मंगल, बृहस्पति और केतु के साथ बुध के संबंध तटस्थ माने जाते हैं। सभी ग्रहों में बुध के गोचर की अवधि सबसे कम मानी गयी है। यह लगभग 14 दिनों में एक राशि से दूसरी राशि में गोचर कर जाता है। यानी कि, बुध ग्रह हर एक राशि में लगभग 14 दिनों तक स्थिर रहते हैं और उसके बाद गोचर करते हैं।
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बुध गोचर का ज्योतिषीय महत्व
बुध ग्रह सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह होता है और इसीलिए इसे राजकुमार का दर्जा प्राप्त है। इसके अलावा चूंकि बुध ग्रह का सीधा संबंध वाणी, बुद्धि और संचार से जोड़कर देखा जाता है इसलिए स्वाभाविक है कि बुध गोचर का सीधा प्रभाव इसपर देखने को मिलेगा। अर्थात जिन जातकों की कुंडली में बुध ग्रह शुभ स्थिति में होगा ऐसे जातकों की बुद्धि में विकास, वाणी में मधुरता और संचार क्षमता में वृद्धि देखने को मिल सकती है।
वहीं इसके विपरीत जिन जातकों की कुंडली में बुध ग्रह शुभ स्थिति में नही मौजूद है उन्हें वाणी, बुद्धि और संचार में कुछ परेशानियाँ उठानी पड़ सकती हैं। इसके अलावा एक महत्वपूर्ण बात यह भी है कि बुध ग्रह गणित, अनुसंधान, तर्कशास्त्र, व्यापार और शिक्षा पर भी शासन करता है, इसलिए छात्रों के लिए बुध ग्रह का गोचर बेहद ही महत्वपूर्ण माना जाता है। बुध को वाणी का कारक माना जाता है इसलिए बुध के गोचर से आपकी वाणी प्रभावित होती है। आगे बढ़ते हैं और जानते हैं इस वर्ष में होने वाले सभी बुध गोचर की संपूर्ण और विस्तृत जानकारी।
बृहत् कुंडली से ग्रहों के गोचर का आपके जीवन पर प्रभाव जानें
2021 में आने वाले सभी बुध गोचर की जानकारी:
गोचर | दिनांक | दिन |
कन्या राशि में बुध गोचर | 26 अगस्त | गुरुवार |
तुला राशि में बुध गोचर | 22 सितम्बर | बुधवार |
तुला राशि में बुध वक्री गोचर | 27 सितंबर | सोमवार |
वक्री बुध का कन्या राशि में गोचर | 2 अक्टूबर | शनिवार |
वृश्चिक राशि में बुध गोचर | 21 नवंबर | रविवार |
धनु राशि में बुध गोचर | 10 दिसम्बर | शुक्रवार |
मकर राशि में बुध गोचर | 29 दिसम्बर | बुधवार |
आने वाले बुध गोचर का समय
बुध देव का ये विशेष गोचर 26 अगस्त 2021, गुरूवार की सुबह 11 बजकर 08 मिनट पर होगा और बुध यहाँ 22 सितम्बर 2021, बुधवार शाम 07 बजकर 52 मिनट तक इसी राशि में स्थित रहेंगे, जिसके बाद वो अपना पुनः गोचर करते हुए शुक्र की तुला राशि में विराजमान हो जाएंगे।
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बुध गोचर का देश और दुनिया पर प्रभाव
- बुध को संचार का मुख्य कारक माना जाता है और जबकि बुध गोचर कन्या राशि में होने जा रहा है ऐसे में देश के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है और टीवी चैनलों पर इन महत्वपूर्ण चर्चा का दुनिया पर बहुत प्रभाव देखने को मिलेगा।
- दुनिया में नए राजनीतिक सुधार देखने को मिल सकते हैं।
- अभी शुक्र की स्थिति के चलते हमें तमाम तरह की कठिनाइयों और बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। मौजूदा दौर में दुनिया में भी काफी तनाव फैला हुआ है। ऐसे में बुध के कन्या राशि में गोचर के साथ, बुध उच्च स्थिति में होगा और नीच शुक्र की युति से नीच भंग योग का निर्माण होगा, जो की धीमी गति से ही लेकिन हमारे जीवन में कुछ राहत अवश्य लाएगा।
- भारत के लिए बुध का गोचर कुछ वित्तीय नुकसान की वजह बन सकता है और इसलिए इस समय अवधि के दौरान भारत को सतर्क रहने की आवश्यकता है। भारत की कुंडली में यह गोचर पंचम भाव में होने वाला है जो बुद्धि और सोच का कारक है। इस समय भारत को कुछ अहम और महत्वपूर्ण निर्णय लेने की आवश्यकता पड़ सकती है और मुमकिन है कि भारत को कुछ ऐसे निर्णय लेने पड़ जायें जो भारत के लोगों को पसंद न आये। साथ ही इस समय भारत को कुछ नुकसान भी हो सकता है।
- दुनिया के लिए सीमाओं पर तनाव बढ़ने की आशंका है।
- काल पुरुष कुण्डली में यह गोचर छठे भाव में हो रहा है इसलिए जहां तक हर एक व्यक्ति के मन में कोरोना से संबंधित सवाल है, राहत की बात है कि चीजें खराब नहीं होंगी। साथ ही इस अवधि के दौरान चिकित्सा विज्ञान में उन्नति देखने को मिलेगी। इस दौरान वायरस से लड़ने के लिए रिकवरी के नए तरीके मिलेंगे और 22 सितंबर 2022 तक कुछ भी बड़ा नहीं है होने जा रहा है।
- रिश्तों के लिए यह कठिन समय साबित हो सकता है और आप इस समय अवधि में खुश महसूस नहीं करेंगे और बुध के गोचर के साथ आप अपने दिमाग का उपयोग करना भी शुरू कर सकते हैं जिससे आप बेहद व्यावहारिक हो सकते हैं और इसलिए आपके व्यक्तिगत जीवन में कुछ अशांति होने की आशंका है और कुछ लोगों का ब्रेकअप भी हो सकता है।
- लोग इस अवधि के दौरान कुछ अच्छा या समाज की सेवा जैसा अच्छा काम कर सकते हैं।
- 6 सितंबर को मंगल के कन्या राशि में गोचर और बुध की युति के साथ यह आपके मस्तिष्क को शक्ति देगा और आप गणना में तेज़ होंगे और इस अवधि के दौरान आपकी विश्लेषणात्मक शक्ति में वृद्धि होगी। यह बैंकिंग, वित्त और शेयर बाजार क्षेत्रों आदि के लिए भी विकास लाएगा।
- इस दौरान गणेश जी की पूजा करने से आपको शुभ फल प्राप्त होंगे।
- इस अवधि के दौरान यात्रा में वृद्धि हो सकती है। आप पारिवारिक या व्यावसायिक यात्राएं कर सकते हैं। मुमकिन है कि कुछ लोगों को इन यात्राओं से कोई लाभ न मिले जिससे बेचैन होकर वो एक स्थान से दूसरे स्थान पर भटक सकते हैं।
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बुध गोचर से इन राशियों को मिलेगा लाभ
- सिंह राशि: सिंह जातकों को पेशेवर जीवन में लाभ मिलेगा और वेतन वृद्धि या वृद्धि के माध्यम से उनकी आर्थिक स्थिति में भी वृद्धि होगी। इस दौरान किया गया निवेश आपके लिए फायदेमंद साबित होगा। प्रेम प्रसंग में सुधार होगा और आपके रिश्ते में सकारात्मकता आएगी।
- कन्या राशि: इस अवधि में आपको भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा और आपकी विश्लेषणात्मक एवम बौद्धिक शक्ति आपको इस अवधि के दौरान सक्षम और सफल बनाने में मददगार साबित होगी और आप सभी को अपनी बात स्पष्ट रूप से समझाने में भी कामयाब रहेंगे। अध्यापन और मीडिया के क्षेत्र से जुड़े जातकों को लाभ मिलेगा। आय के स्रोत में वृद्धि होगी।
- तुला राशि: तुला जातकों को विभिन्न स्रोतों से लाभ मिलेगा। आपकी आय में वृद्धि होगी और यदि कोई स्टॉक मनी है तो आप उसे पुनर्प्राप्त करने में सक्षम होंगे और इस अवधि के दौरान आपके बॉस और वरिष्ठ आपसे खुश रहेंगे।
- वृश्चिक: आपको भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। आप पेशेवर रूप से अच्छा करेंगे और व्यापार करने वाले जातकों के लिए वित्तीय लाभ की भी प्रबल संभावना है। कुल मिलाकर यह अवधि आर्थिक लाभ के लिए बहुत अच्छी मानी जा सकती है।
बुध गोचर से सावधान रहें ये राशियाँ
मेष राशि : पैसों के मामले में इस राशि के जातकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है और आपको इस अवधि में अधिक पैसे बचाने की कोशिश करनी होगी।
वृषभ राशि: शत्रुओं से बहुत सावधान रहना होगा और अपनी वाणी पर विशेष ध्यान रखें।
मिथुन राशि: इस दौरान मिथुन जातकों को अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
बुध ग्रह शांति के उपाय
- तामसिक भोजन से जितना मुमकिन हो दूरी बनाकर रखें।
- भेड़, बकरी और तोता जैसे जानवर और पक्षी न पालें।
- धार्मिक स्थल पर दूध और चावल का दान करें और कौवों को भोजन कराएं।
बुध ग्रह से संबंधित रत्न-रुद्राक्ष और यंत्र
रत्न: पन्ना
रुद्राक्ष: 4 मुखी रुद्राक्ष
यंत्र: बुध यंत्र
रंग: हरा रंग
बुध से संबंधित मंत्र:
बुध का वैदिक मंत्र
ॐ उद्बुध्यस्वाग्ने प्रति जागृहि त्वमिष्टापूर्ते सं सृजेथामयं च।
अस्मिन्त्सधस्थे अध्युत्तरस्मिन् विश्वेदेवा यजमानश्च सीदत।।
बुध का तांत्रिक मंत्र
ॐ बुं बुधाय नमः
बुध का बीज मंत्र
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः
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