होली 2023: इन अचूक ज्योतिषीय उपायों से होली को बनाएं और भी ख़ास!

हिन्दू धर्म के प्रमुख और बड़े त्यौहारों में से एक होली का सुनते ही हम सब हर्ष और उल्लास से भर जाते हैं। रंगों का यह त्यौहार हमारी ज़िंदगी में रंग घोलने का काम करता है। बच्चे कई तरह की पिचकारियां लेकर गली-मोहल्ले में आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर रंग डालते हैं। लोग एक-दूसरे से कोसों दूर मिलने जाते हैं। बड़े-बुज़ुर्गों का आशीर्वाद लेते हैं। छोटों को उपहार देते हैं और ख़ूब होली खेलते हैं। देवर-भाभी और जीजा-साली जैसे रिश्तों में होली अलग रोमांच के साथ मनाई जाती है। इस दिन घर का माहौल बेहद ख़ुशनुमा और खेल-कूद जैसा रहता है। हर घर में तरह-तरह के पकवान जैसे कि गुझिया, स्वादिष्ट भोजन, खीर, पुआ आदि बनते हैं। इतने आनंदमय वातावरण को एन्जॉय करने के लिए लोग दूसरे शहरों से अपने-अपने घरों को जाते हैं और रीति-रिवाजों के साथ होली का पर्व मानते हैं।

भारत के अवध, मगध, ब्रज, मध्यप्रदेश, राजस्थान, मैसूर, गढ़वाल, कुमाऊँ, वृंदावन आदि सभी क्षेत्रों में होली बड़ी ही धूमधाम से मनाई जाती है। कहीं लट्ठमार होली खेली जाती है तो कहीं पर फूलों की होली होती है। कहीं पर गुलाल और रंगों के साथ होली मनाते हैं तो कहीं पर घुड़सवारी और तलवारबाज़ी का आयोजन किया जाता है। होली समरसता और सौहार्द का प्रतीक है। यही वजह है कि इस पर्व की तैयारियां भी बड़े पैमाने पर की जाती हैं। तो आइए विस्तार से जानते हैं कि धार्मिक और ज्योतिषीय नज़रिए से होली 2023 हमारे लिए कितनी ख़ास है। इस दिन हमें कौन से उपाय करने चाहिए और क्या-क्या नहीं करना चाहिए।

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होली 2023: तिथि और समय

फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 6 मार्च, 2023 को शाम 04 बजकर 20 मिनट से होगी। वहीं पूर्णिमा तिथि का समापन 07 मार्च, 2023 को शाम 06 बजकर 13 मिनट पर होगा। अगर होलिका दहन के मुहूर्त की बात करें तो इसकी शुरुआत 07 मार्च, 2023 को शाम 06 बजकर 24 मिनट से शुरू होकर रात 08 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। 08 मार्च, 2023 बुधवार के दिन रंगों वाली होली खेली जाएगी, जिसे धुलेंडी और धूलि के नाम से भी जाना जाता है।

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होलिका दहन और शास्त्रों के अनुसार इसके नियम

फाल्गुन मास की अष्टमी तिथि से पूर्णिमा तिथि तक होलाष्टक मान्य होता है। इस अवधि में किसी भी तरह का शुभ कार्य वर्जित होता है। फाल्गुन महीने की पूर्णिमा तिथि के दिन ही होलिका दहन यानी होली जलाई जाती है। इसमें दो ख़ास बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिसका जिक्र शास्त्रों में किया गया है।

  • होलिका दहन के दिन भद्रा नहीं होना चाहिए क्योंकि इस समय अवधि में कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है।
  • दूसरा अहम पहलू यह है कि पूर्णिमा प्रदोषकाल व्यापिनी होनी चाहिए अर्थात होलिका दहन के दिन सूर्यास्त के बाद तीन मुहूर्तों में पूर्णिमा होनी चाहिए।

भद्रा पुंछा: 01:02 से 02:19 तक

भद्रा मुखा: 02:19 से 04:28 तक

होली और भगवान भोलेनाथ का संबंध

होली के त्यौहार को कामदेव के वध से जोड़ कर भी देखा जाता है। दरअसल माता पार्वती भगवान शिव से विवाह करना चाहती थीं, लेकिन भगवान शिव तपस्या में लीन थे। उन्हें तपस्या से उठाने के लिए कामदेव ने पुष्प बाण चलाया था। इसी बात से क्रोधित होकर महादेव ने अपने तीसरे नेत्र से कामदेव को भस्म कर दिया था। जिसके बाद कामदेव की पत्नी ने भगवान शंकर से दया याचना करते हुए, उन्हें वापस जीवित करने की गुहार लगाई। कामदेव के वध के पश्चात, भगवान शिव का क्रोध शांत हो गया था, जिसके बाद उन्होंने कामदेव को पुनर्जीवित कर दिया। इसलिए कामदेव के भस्म होने के प्रतीक में होलिका दहन और उनके जीवित होने के उपलक्ष्य में होली का त्यौहार मनाया जाता है।

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होलिका दहन का प्राचीन इतिहास

विंध्याचल पर्वत के पास रामगढ़ में 1 ईसा पूर्व से 300 साल पुराने अभिलेख में होलिका दहन का पूरा उल्लेख देखने को मिलता है। इसकी मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु ने श्री कृष्ण के अवतार में पूतना नाम की राक्षसी का वध किया था। इसी खुशी में ब्रज की गोपियों ने श्री कृष्ण के साथ होली खेली थी।

होलिका दहन में करें ये अचूक ज्योतीषीय उपाय

एस्ट्रोसेज के विद्वान ज्योतिषियों ने आपके लिए कुछ ज्योतिषीय उपाय सुझाए हैं, जिनकी मदद से आप अपने जीवन को सुखद और आनंदमय बना सकते हैं।

विवाहित जोड़ों के लिए उपाय

होलिका दहन के दिन उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठें। बैठने के लिए पीढ़ी/पाटा/चौकी/आसन का प्रयोग करें। फिर एक सफ़ेद कपड़ा बिछाकर उस पर चना, दाल, चावल, गेहूं, काली उड़द और तिल से नवग्रह बनाएं। आप पूजा में केसर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके बाद एक दीपक/दीया जलाएं और महादेव और माता पार्वती का ध्यान करके, उनकी स्तुति करें। वैवाहिक जीवन में विवाद कम करने के लिए यह उपाय किया जा सकता है।

शादीशुदा जीवन को आनंदमय बनाने के लिए उपाय

शादीशुदा जीवन को सुखमय बनाने के लिए एक सूखे नारियल में चीनी भर लें। इसके बाद पुरुष इसे अपने हाथ में लेकर, पत्नी के सिर पर 7 बार वार कर, होलिका की अग्नि में डाल दें। इसके पश्चात, आप जोड़े में होलिका की 7 बार परिक्रमा करें। 

आर्थिक तंगी का उपाय

अगर आपको पैसे की परेशानी है, तो होलिका दहन पर यह ख़ास उपाय करें। शादीशुदा जोड़े हाथ में मखाने, छुहारे और घी का दीया लेकर चंद्रमा की रोशनी में खड़े हों। इसके बाद चंद्र देव को दूध का अर्घ्य देकर आरती करें।

कर्ज से मुक्ति के लिए उपाय

कर्ज से मुक्ति पाने के लिए होलिका दहन और रंगों की होली वाले दिन नहाने के पानी में एक चुटकी हल्दी मिलाकर उससे स्नान करें। ऐसा करने से आमदनी के रास्ते खुलेंगे और आपको कर्ज से मुक्ति मिलेगी।

होली 2023: राशि अनुसार उपाय

मेष

मेष राशि के जातकों को अपने जीवन से नकारात्मकता को खत्म करने के लिए होली पर तांबे के बर्तनों का दान करना चाहिए। इसके साथ ही आप मसूर दाल, केसर, लाल वस्त्र, चमेली का तेल दान कर सकते हैं।

वृषभ

वृषभ राशि के जातक छोटे बच्चों को किताबें और स्टेशनरी का सामान दान कर सकते हैं। इसके अलावा जरूरतमंद लोगों को गुड़, गेहूं और चना दाल भी दान करना आपके लिए लाभकारी होगा। 

मिथुन

मिथुन राशि के जातक गाय को हरा चारा खिलाएं। इसके अलावा जरूरतमंद लोगों को सब्जियां, चीनी या फिर जूते भी दान कर सकते हैं।

कर्क

आपके घर में जो भी पुराने कपड़े, बच्चों के कपड़े, कंबल या गहने जो आपके काम के न हों, उन्हें गरीबों को दान कर दें।

सिंह

गाय के दूध से बना घी, दाल, पीले या लाल रंग के कपड़े दान करना सिंह राशि के जातकों के लिए फायदेमंद साबित होगा।

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कन्या

छोटे बच्चों को बेसन या बूंदी के लड्डू दान करना आपके लिए लाभकारी रहेगा। इसके साथ ही आप अपनी बहनों को भी भेंट देकर, उनसे आशीर्वाद ले सकते हैं।

तुला

तुला राशि के जातकों को घर की सफाई पर ख़ास ध्यान देना चाहिए। पुराना मेकअप का सामान, परफ्यूम की खाली बोतल, आर्टिफिशियल गहने आदि अपने घर से हटा दें।

वृश्चिक

होली के दिन जरूरतमंद लोगों को केसरिया रंग के कपड़े दान करें। इसके अलावा हनुमान मंदिर में चमेली के तेल का दीपक जलाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें।

धनु

धनु राशि के जातकों को चंद्र देव से जुड़ी चीजें, जैसे चांदी, मोती, चावल और चंदन का दान करना चाहिए। इसके प्रभाव से आपके जीवन से नकारात्मकता दूर होगी।

मकर

पुराने कपड़े, जूते और काली दाल दान करें। इसके अलावा शनि देव के मंदिर जाएं और पूजा-अर्चना करें।

कुंभ

हरी सब्जियों और फलों का दान करना आपके लिए शुभ रहेगा। इसके अलावा आप गरीब लोगों को गहरे नीले रंग के कपड़े या कंबल भी दान कर सकते हैं। शनि बीज मंत्र ॐ शं शनैश्चराय नमः का जाप करना भी आपके लिए फायदेमंद रहेगा।

मीन

होली के दिन पीले चने की दाल का दान करें। इसके अलावा आप गरीबों को पीले रंग के कपड़े भी दान में दे सकते हैं। अगर मुमकिन हो, तो सोने की बनी चीजों का दान करें। 

भूल से भी न करें ये काम

धुलेंडी यानी रंगों वाली होली से 8 दिन पहले होलाष्टक लग जाता है। इस अवधि को काफी अशुभ माना जाता है। इस दौरान किसी भी तरह का मांगलिक कार्य करना वर्जित है। होलाष्टक की अवधि को अशुभ मानने के पीछे ज्योतिष शास्त्र के तर्क शामिल हैं। मान्यताओं के अनुसार, इस दौरान सौरमंडल के सभी ग्रह उग्र हो जाते हैं और इसी कारण इस अवधि में किए जाने वाला कोई भी काम शुभ परिणाम नहीं देता है। आइए, एक बार यह जान लेते हैं कि इन दिनों में कौन से काम वर्जित होते हैं।

  • शादी, सगाई जैसे मांगलिक कार्य, इन दिनों में वर्जित हैं।
  • मुंडन, उपनयन जैसे कार्य भी इन 8 दिनों में नहीं किए जाने चाहिए।
  • अगर आप कोई वाहन खरीदने के बारे में सोच रहे हैं, तो इन 8 दिनों में ऐसा न करें।
  • कोई नया घर खरीदना या फिर गृह प्रवेश का कार्य इन दिनों में नहीं किया जाना चाहिए।
  • हवन और यज्ञ जैसे धार्मिक कार्य भी इन 8 दिनों में नहीं किए जाते हैं।

होली 2023: इन 4 राशियों की होगी बल्ले-बल्ले!

मेष

मेष राशि के जातकों को अच्छा धन लाभ होने की संभावना है। इस दौरान आप जिस भी काम की शुरुआत करेंगे, उसमें सफलता हासिल करेंगे। इसके अलावा, आपको नौकरी के नए प्रस्ताव भी मिल सकते हैं।

मिथुन

आपके जीवन में आर्थिक सुधार आने की प्रबल संभावना है। नौकरीपेशा जातकों को अपने सीनियर्स का भरपूर साथ प्राप्त होगा। इसके अलावा आपको नौकरी के नए और बेहतर अवसर भी प्राप्त होंगे। 

सिंह

सिंह राशि के जातकों को भाग्य का भरपूर साथ प्राप्त होगा। जीवनसाथी से आपके रिश्ते काफी बेहतर होंगे। अगर आप बिज़नेस कर रहे हैं, तो यह अवधि आपके लिए बेहद फलदायी साबित हो सकती है।

धनु

इस दौरान, आपको कार्यस्थल पर अपने साथियों और वरिष्ठ अधिकारियों का भरपूर साथ प्राप्त होगा। लोग आपके काम और प्रतिभा से प्रभावित होंगे और आपको नई जिम्मेदारियां भी मिल सकती हैं।

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