छोटी दिवाली पर मनाई जाती है हनुमान जयंती, जाने खास वजह

नरक चतुर्दशी, दिवाली से एक दिन पहले छोटी दीवाली को मनाए जाने का विधान है। ऐसे में इस दिन हनुमान जयंती भी मनाई जाती है। इसके पीछे का तर्क यह दिया जाता है कि बजरंगबली हनुमान जी के जन्म तिथि के बारे में कोई सुनिश्चित तिथि का उल्लेख कहीं नहीं है। इसी वजह से बजरंग बली हनुमान की जयंती साल में दो बार मनाई जाती है। 

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पहली हनुमान जयंती चैत्र मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है, और दूसरी कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाने का विधान है। इस बार साल की दूसरी हनुमान जयंती 13 नवंबर, शुक्रवार को मनाई जा रही है। इस दिन के बारे में ऐसी मान्यता है कि हनुमानजी की प्रसन्नता हासिल करने के लिए छोटी दिवाली का यह अवसर बेहद ही खास होता है। 

इस दिन कैसे करें कृष्ण भगवान और हनुमान जी की पूजा?

  • इस दिन सूर्योदय से पहले उठे और अपने पूरे शरीर पर तिल का तेल लगाएं और उसके बाद स्नान करें। ऐसी मान्यता है कि जो कोई भी पहले तिल के तेल से मालिश उसके बाद स्नान करता है उसे शुभ फल मिलते हैं। 
  • इस दिन सूर्योदय के बाद नहाने से बचना चाहिए। 
  • नहाने के बाद भगवान कृष्ण और हनुमान जी की पूजा करें। 
  • हनुमान जी की मूर्ति स्थापित करें और उस पर धूप, दीप, नवैद्य, दीप जलाएं। 
  • हनुमान जी को गुलाब की माला चढ़ाएं और सिन्दूर लगाएं उसके बाद उनकी आरती करें।

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इस दिन की पूजा में अवश्य रखें इन बातों का ख्याल 

  • हनुमान जी की पूजा में सिंदूर को अवश्य शामिल किया जाना चाहिए। ऐसा करने से इंसान को समस्त दुखों से मुक्ति अवश्य मिलती है। 
  • हनुमान जी एक ऐसे देवता माने जाते हैं जिनकी पूजा में बेहद सावधानी बरतनी होती है। ऐसे में अगर सुबह बरगद के पेड़ से एक पत्ते को तोड़कर उसे गंगाजल से धोकर हनुमानजी को अर्पित करें तो इससे आपके जीवन में धन की बढ़ोतरी होती है और आपको आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलती है। 
  • हनुमान जी की पूजा में उनको पान का बीड़ा अवश्य चढ़ाएं। इससे रोजगार के नए रास्ते खुलते हैं। हनुमान जी की पूजा में केवड़े का इत्र और गुलाब की माला अवश्य शामिल करें और कोशिश करें कि आप लाल रंग के वस्त्र पहन के हनुमानजी की पूजा करें। यह हनुमान जी की प्रसन्नता हासिल करने का सबसे आसान तरीका बताया गया है। 
  • हनुमान जी को बूंदी के लड्डू या प्रसाद अवश्य चढ़ाएं।

मान्यता के अनुसार नरक चतुर्दशी के दिन भगवान हनुमान ने माता अंजना के गर्भ से जन्म लिया था इसी वजह के चलते वक्त अपने जीवन के दुखों और भय से मुक्ति पाने के लिए इस दिन हनुमानजी की पूजा अर्चना करते हैं। इस दिन हनुमान चालीसा और हनुमान अष्टक का पाठ अवश्य करना चाहिए।

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हनुमान कवच मंत्र

“ॐ श्री हनुमते नम:”

सर्वकामना पूरक हनुमान मंत्र

ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट् 

इस दिन इन वस्तुओं का सेवन न करें

हनुमान जी की पूजा करने वाले भक्त को मंगलवार या हनुमान जयंती के व्रत वाले दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि दान में दी गई वस्तु, विशेष रूप से मिठाई का स्वयं सेवन न करें।

हनुमान जी की पूजा में आप तो नहीं कर रहे हैं ये गलती ?

बहुत कम ही लोग इस बात को जानते हैं कि हनुमान जी की पूजा में कभी भी चरणामृत का प्रयोग नहीं किया जाता है। इसलिए पूजा के वक्त ऐसा करने से बचें। 

इस दिन कुछ बेहद सरल उपाय कर के आप बजरंगबली की कृपा पा सकते हैं। जाने क्या है वह उपाय? 

  • हनुमान जयंती के दिन सिंदूर और चमेली के तेल से एक कागज पर स्वास्तिक बनाएं। उस कागज को पूजा में सम्मिलित करें। पूजा के बाद उस कागज को उठाकर तिजोरी या फिर जहां पर भी आप धन रखते हैं उस स्थान पर रख दें। इस छोटे से उपाय को करने से आपके घर में हमेशा सुख-समृद्धि और धन धान्य बना रहेगा। 
  • दूसरा उपाय, हनुमान जी के सामने इस दिन चमेली के तेल का दिया अवश्य जलाएं। कहा जाता है ऐसा करने से आपकी कुंडली में मौजूद मंगल दोष कम हो जाता है और आपके जीवन में तरक्की के नए रास्ते खुलते हैं। अगर मुमकिन हो तो इस दिन आप गरीबों को भोजन भी करा कर और उन्हें दान दक्षिणा इत्यादि भी दे सकते हैं। 
  • इस दिन सुबह स्नान करने के बाद किसी पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दिया जलाएं और पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके भगवान राम के नाम का जाप करें। इस दिशा में आप कम से कम 11 बार माला का जाप करें। 
  • अगर मुमकिन हो तो इस दिन हनुमान जी के मंदिर पर लाल रंग का झंडा फहराएं और सिंदूरी रंग की लंगोट हनुमान जी को समर्पित करें। इस छोटे से उपाय को करने से आपके घर पर आने वाली किसी भी प्रकार की मुसीबत अवश्य दूर होगी। मुमकिन हो तो इस दिन किसी रोगी की भी सेवा अवश्य करें। 
  • अगर आपको धन प्राप्ति की इच्छा है तो हनुमान जयंती के दिन पीपल के 11 पत्ते लें। इन पत्तों को लेकर मंदिर जाएं। उन पर लाल चंदन से श्री राम लिखें और इन पत्तों को हनुमानजी को चढ़ाएं। ऐसा करने से आपको धन का लाभ अवश्य होगा। 
  • मानसिक तनाव को दूर करने के लिए इस दिन आपको बेहद ही छोटा उपाय करना है। जिसमें आपको श्रीरामचरितमानस या श्री राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करने की सलाह दी जाती है। ऐसा करने से आपके जीवन के सभी तरह के तनाव और नकारात्मक ख्याल दूर हो जाएंगे। साथ ही आपके जीवन के सभी बिगड़े काम भी बनने लगेंगे। 
  • अगर नौकरी से संबंधित कोई परेशानी है तो पान के 1 पत्ते पर बूंदी के दो लड्डू और एक लॉन्ग रखें और इस इसे हनुमान जी को चढ़ा दें। इसके अलावा आज के दिन हनुमान जी को गुलाब के फूल की माला भी चढ़ाएं। यह छोटा सा उपाय करने से आपकी नौकरी से संबंधित समस्या अवश्य दूर हो जाएगी।

हनुमान पूजा मंत्र

अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्‌ । 

सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि ।। 

जानें हनुमान चालीसा का महत्व

हनुमान चालीसा का पाठ बेहद ही फलदायी माना गया है। हनुमान जयंती के दिन हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें। हनुमान चालीसा का पाठ करने से ना केवल जीवन के भय से मुक्ति मिलती है बल्कि इससे हनुमान जी भी बेहद प्रसन्न होते हैं।

बिना राम के अधूरी होती है हनुमान जी की पूजा 

हनुमान जी की पूजा में विशेषतौर पर इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि हनुमान भगवान् की पूजा में हमेशा राम भगवान अवश्य होते हैं। बिना राम जी के हनुमान भगवान की पूजा अधूरी मानी गयी है। ऐसे में आप भी इस दिन राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें। इसके बाद हनुमानजी को गुड़ और चने का भोग लगाएं।

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