गुरु मीन राशि में मार्गी- इन राशियों को मिलेंगे कई फायदे!

गुरु मीन राशि में मार्गी: वैदिक ज्योतिष के अनुसार, मीन राशि पर बृहस्पति का शासन होता है और यह राशि चक्र की बारहवीं राशि है। बृहस्पति ग्रह की बात करें तो यह सबसे लाभकारी ग्रह होता है और इसे धनु तथा मीन राशियों का स्वामित्व प्राप्त है। गुरु के अनुकूल प्रभाव से जातकों को धन, दान और शिक्षा में काफी अच्छे परिणाम मिलते हैं। गुरु को शिक्षा, बड़े भाई, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थान, धन, दान और पुण्य का कारक माना जाता है। 

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मीन राशि में गुरु के मार्गी होने की तिथि और समय

24 नवंबर 2022, गुरुवार के दिन सुबह 4 बजकर 36 मिनट पर गुरु मीन राशि में मार्गी होंगे। इसका प्रभाव मीन राशि के साथ-साथ अन्य सभी राशियों पर अलग-अलग तरह से पड़ेगा। तो आइए जानते हैं कि ज्योतिष में ग्रह गुरु का प्रभाव कैसा होता है?

ज्योतिष के अनुसार गुरु का प्रभाव

शारीरिक रूपरेखा और स्वभाव- जिन जातकों के जीवन में गुरु लग्न भाव में स्थित होते हैं, उनके अनुकूल प्रभाव से जातकों को सुंदरता मिलती है। साथ ही ऐसे व्यक्ति ज्ञानवान और उदारवादी किस्म के होते हैं। 

बली गुरु का प्रभाव- गुरु के लिए कर्क उच्च राशि है। कुंडली में बली गुरु के प्रभाव से जातकों को कुंडली में अलग-अलग लाभ प्राप्त होते हैं। इसी के साथ व्यक्ति का मन पूजा-पाठ में अधिक लगता है और ये लोग ईमानदार और ज्ञानी होते हैं।

पीड़ित गुरु के प्रभाव- जिन जातकों की कुंडली में गुरु पीड़ित अवस्था में होते हैं, उन्हें जीवन के कई क्षेत्रों में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। अगर कोई व्यक्ति शिक्षा के क्षेत्र में जुड़ा हुआ है तो उसे भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। 

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गुरु के बारे में कुछ अन्य बातें

  • नौ ग्रहों में से गुरु को शिक्षक और मंत्रणा का कारक माना गया है।
  • कानून, धर्म, मंत्र सोना, तिजोरी ये सभी चीजें गुरु के अधीन होती हैं।
  • ग्रह गुरु के कारण आपके शरीर पर मोटापा बढ़ता और घटता है।
  • महिलाओं के विवाह को लेकर सारी बातें गुरु ग्रह से ही तय होती हैं।
  • गुरु का प्रभाव हमेशा ही बड़ा होता है।

कुंडली में गुरु को मजबूत करने के उपाय  

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ऐसे कई सारे उपाय हैं, जो कुंडली में गुरु की स्थिति को प्रबल बनाते हैं। ये सभी उपाय आसानी से किए जा सकते हैं।

  • बृहस्पतिवार को व्रत करना चाहिए।
  • खाने में बेसन, चीनी और घी के बने हुए लड्डू का सेवन करना चाहिए। ये सभी गुरु के कारक होते हैं।
  • बृहस्पतिवार को बालों को धोने से बचें।
  • बृहस्पतिवार को भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का विधिवत पूजन करना चाहिए।
  • छोटी बच्चियों को बृहस्पतिवार के दिन पीले वस्त्र दान करने चाहिए।
  • भगवान शिव को बृहस्पतिवार के दिन बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। इससे गुरु मजबूत होते हैं।
  • बृहस्पतिवार को ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम: मंत्र का जाप करें।

कौन सा पत्थर धारण करने से मजबूत होते हैं गुरु?

हम सभी जानते हैं कि हमारे जीवन में पत्थरों और रत्नों का अहम प्रभाव होता है। रत्नशास्त्र में भी ऐसे कई रत्नों का जिक्र है, जो अलग-अलग कारणों के लिए पहने जाते हैं। वहीं अगर गुरु की बात करें तो कुंडली में गुरु को मजबूत करने के लिए पुखराज रत्न पहनना चाहिए। अगर आपकी कुंडली में गुरु मजबूत होता है तो आपके जीवन में धन-संपदा में वृद्धि होती है। साथ ही स्वास्थ्य भी बेहतर होता है और विवाह में आने वाली अटकलें भी दूर हो जाती हैं।

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मीन राशि में मार्गी गुरु: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए गुरु नौवें तथा बारहवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके बारहवें भाव में वक्री होंगे…(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए गुरु आठवें तथा ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके ग्यारहवें भाव में मार्गी…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए गुरु सातवें तथा दसवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके दसवें भाव यानी कि…(विस्तार से पढ़ें)

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कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए गुरु छठे तथा नौवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके नौवें भाव यानी कि भाग्य और…(विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए गुरु पांचवें तथा आठवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके आठवें भाव में मार्गी होंगे…(विस्तार से पढ़ें)

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए गुरु चौथे तथा सातवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके सातवें भाव में मार्गी होंगे…(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए गुरु तीसरे तथा छठे भाव के स्वामी हैं और यह आपके छठे भाव में मार्गी होंगे…(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए गुरु दूसरे तथा पांचवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके पांचवें भाव यानी कि प्रेम…(विस्तार से पढ़ें)

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए गुरु पहले (लग्न) तथा चौथे भाव के स्वामी हैं और यह आपके चौथे भाव में मार्गी होंगे…(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए गुरु तीसरे तथा बारहवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके तीसरे भाव में मार्गी होंगे…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों के लिए गुरु दूसरे तथा ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके दूसरे भाव में मार्गी होंगे…(विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए गुरु लग्न तथा दसवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके लग्न भाव में मार्गी होंगे…(विस्तार से पढ़ें)

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