गुरु की होरा को ज्योतिष शास्त्र में बहुत शुभ माना जाता है। एक दिन में 24 घंटे होते हैं और इनमें 24 होराएं भी होती हैं। हर दिन की प्रथम होरा सूर्योदय से शुरू होती है। हर होरा का अलग महत्व होता है और सभी ग्रहों की होराओं में गुरु की होरा को बहुत शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं गुरु की होरा आज के दिन में कब-कब है।
गुरु की होरा 03 मार्च 2021
सुबह 9:39 से 10:37 तक
शाम 04:26 से 05:24 तक
रात्रि 11:33 से 12:33 तक
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करें यह काम
गुरु को ज्ञान और विवेक का कारक ग्रह माना जाता है। यह सभी ग्रहों में सबसे शुभ ग्रह कहा जाता है। विवाह से संबंधित कार्यों, मांगलिक कार्यों, विद्या अध्ययन से संबंधित कार्यों को इस होरा में करना अति शुभ होता है। ऐसा माना जाता है कि इस होरा में जो काम शुरु किया जाता है उससे व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस होरा में नए कपड़ों को खरीदना भी शुभ होता है। इसके साथ ही यदि आप कार्यक्षेत्र में इस दौरान उच्च अधिकारियों से बात करते हैं तो उससे भी सकारात्मक रिजल्ट आपको प्राप्त होते हैं।
किस रत्न को गुरु की होरा में धारण करना है शुभ
हर ग्रह की होरा में कोई न कोई रत्न धारण करना शुभ माना जाता है। इसी तरह गुरु की होरा में पुखराज रत्न को यदि धारण किया जाए तो उससे व्यक्ति को बहुत लाभ प्राप्त होते हैं। इस होरा में पंचमुखी रुद्राक्ष को धारण करने से भी सकारात्मकता आती है।
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गुरु की होरा में मंत्रों का जाप
देव गुरु बृहस्पति ज्ञान और दैवीय शक्तियों के दाता भी माने जाते हैं , इसलिए गुरु की होरा में यदि आप मंत्रों का जाप करते हैं तो उससे आपको सिद्धियां प्राप्त हो सकती हैं। इसके साथ ही मानसिक रूप से भी आपको शांति मिल सकती है। जिन जातकों की कुंडली में बृहस्पति ग्रह मजबूत अवस्था में नहीं है वो गुरु की होरा में गुरु के बीज मंत्र का जाप कर सकते हैं इससे गुरु को मजबूती प्राप्त होती है। इसके साथ ही गुरु की होरा में गुरु के मंत्रों का जाप करने से केतु के बुरे प्रभाव भी कम होते हैं।
गुरु की होरा की तरह ही प्रतिदिन अन्य ग्रहों की होरा भी होती है। ग्रहों के कारकत्व के अनुसार प्रत्येक होरा में अलग-अलग तरह के काम करने की सलाह दी जाती है। होरा का महत्व रत्न धारण करने में सबसे ज्यादा माना जाता है। आप जिस भी ग्रह का रत्न धारण कर रहे हैं, उसे उससे संबंधित वार और उस ग्रह की होरा में पहनने से ही शुभ फल प्राप्त होते हैं।