गरुड़ पुराण : जानें पाप कर्म के अनुसार आपका अगला जन्म किस रूप में होगा

कहते हैं हमारे द्वारा किए गए पाप-पुण्य का फल हमें इस जन्म में तो भोगना ही होता है, इसके साथ-साथ इन कर्मों के आँच की तपिश हमें अगले जन्म में भी महसूस होती है। जाने या अनजाने में किए गए कई ऐसे पाप हैं जिसकी वजह से हमें अगले जन्म में न सिर्फ कष्ट भोगने होते हैं बल्कि हमारा अगला जन्म किस योनि में होगा, ये भी तय होता है। ये सारा लेखा जोखा गरुड़ पुराण में मौजूद है जिसमें भगवान विष्णु ने पक्षीराज गरुड़ को मनुष्य के कर्मों के आधार पर उसका अगला जन्म किस रूप में होगा, इसकी जानकारी दी है।

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आज के इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं कि गरुड़ पुराण के अनुसार आपके किस पाप की वजह से आपका अगला जन्म किस रूप में होगा।

अगले जन्म में किस रूप में जन्म लेंगे आप?

  • गरुड़ पुराण के अनुसार यदि कोई जातक सुगंधित वस्तुओं की चोरी करता है जैसे कि इत्र, सुगंधित तेल इत्यादि तो उसे इस कर्म के प्रायश्चित के तौर पर अगले जन्म में छछूंदर के रूप में जन्म लेना पड़ता है।
  • गरुड़ पुराण के अनुसार यदि कोई मनुष्य भोजन करने से पहले भगवान को इसके लिए धन्यवाद नहीं कहता और बिना मंत्र उच्चारण के ही भोजन ग्रहण करता है तो अगले जन्म में उसे इस पाप के प्रायश्चित के तौर पर कौवे के रूप में जन्म लेना पड़ता है।
  • गरुड़ पुराण के अनुसार यदि कोई मनुष्य किसी ऐसे मनुष्य की हत्या करता है जो महात्मा या साधु हो तो ऐसे पापी मनुष्य को अगले जन्म में हिरण, घोड़े या ऊंट के रूप में जन्म लेना पड़ता है।
  • ऐसा कोई भी व्यक्ति जो किसी दूसरे व्यक्ति के धन का हरण करता है, उसे गरुड़ पुराण के अनुसार अगले जन्म में चूहे के रूप में जन्म लेकर अपने पापों का प्रायश्चित करना पड़ता है।
  • फलों की चोरी करने वाले व्यक्ति को गरुड़ पुराण के अनुसार अपने इस पाप के प्रायश्चित के लिए अगले जन्म में बंदर के रूप में जन्म लेना पड़ता है।
  • गरुड़ पुराण के अनुसार यदि कोई महिला या पुरुष अनैतिक तरीके से एक दूसरे से शारीरिक संबंध बनाते हैं तो ऐसे जातक को अपने पाप के प्रायश्चित के लिए अगले जन्म में ब्रह्म राक्षस के रूप में निर्जन वन में भटकना पड़ता है।
  • गरुड़ पुराण के अनुसार अगर कोई व्यक्ति सोने के आभूषण की चोरी करता है तो उसे अगले जन्म में अपने पाप के प्रायश्चित के लिए कीट-पतंगों के रूप में जन्म लेना पड़ता है।
  • यदि कोई मनुष्य किसी दूसरे मनुष्य का वाहन चोरी करता है तो गरुड़ पुराण के अनुसार अगले जन्म में उस व्यक्ति को अपने पापों के प्रायश्चित के लिए ऊंट के रूप में जन्म लेना पड़ सकता है।

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