जल्द ही सितंबर का महीना आने वाला है और हर साल की तरह ही इस साल भी सितंबर के माह में विशेष रूप से गणेश चतुर्थी का त्यौहार मनाया जाएगा। वैसे तो इस त्यौहार को महाराष्ट्र में विशेष रूप से काफी धूम धाम के साथ मनाया जाता है लेकिन बीते कई वर्षों से इस त्यौहार को भारत के अन्य राज्यों में भी हर्षों उल्लास के साथ मनाया जा रहा है । आज हम आपको गणेश चतुर्थी की तिथि, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त के बारे में बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं इस साल कब मनाया जायेगा गणेश चतुर्थी का त्यौहार।
जानें गणेश चतुर्थी का महत्व और इस साल की तिथि
आपको बता दें कि गणेश चतुर्थी के त्यौहार को गणेश जी की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। गणेश जी को हिन्दू धर्म में बुद्धि, धर्म, ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य का देवता माना जाता है। चूँकि गणपति जी का जन्म भादो मास के शुक्ल पक्ष के दिन हुआ था, इसलिए हर साल इस तिथि को गणेश उत्सव या गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार इस साल गणेश चतुर्थी का पर्व 2 सितंबर को मनाया जाएगा। दस दिनों तक चलने वाले गणेश चतुर्थी का पर्व दसवें दिन अनंत चतुर्दशी के साथ समाप्त होता है। इस दिन गणेश जी के विसर्जन के साथ ही दस दिवसीय इस त्यौहार का अंत होता है।
गणपति स्थापना और पूजा का शुभ मुहूर्त
ऐसी मान्यता है कि गणेश जी का जन्म दिन के मध्य काल में हुआ था इसलिए गणेश चतुर्थी के दिन दिन के समय ही गणेश जी की विशेष पूजा अर्चना को तवज्जो दिया जाता है। इसलिए गणेश चतुर्थी के दिन विशेष रूप से गणेश जी की मूर्ती भी दिन के मध्य काल में ही स्थापित किया जाता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार भी दिन के मध्याह्न में गणेश पूजन को ख़ासा लाभदायक माना गया है।
शुभ मुहूर्त
गणेश पूजा के लिए मध्याह्न मुहूर्त : 11:04:28 से 13:37:02 तक
अवधि : 2 घंटे 32 मिनट
बहरहाल इस दौरान आप विधि विधान के साथ गणेश जी की मूर्ती स्थापित कर उनकी पूजा अर्चना कर सकते हैं।
गणेश चतुर्थी के दिन इस प्रकार से करें उनकी पूजा
गणेश चतुर्थी को एक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। आमतौर पर गणेश चतुर्थी पर पंडाल लगाकर गणेश जी की मूर्ती स्थापित कर उनकी पूजा अर्चना की जाती है। गणेश जी की मूर्ती स्थापित करते समय गणेश जी को नए वस्त्र अर्पित कर उन्हें, एक आसान पर स्थापित करें और पूजा से पहले उनकी मूर्ती को लाल रंग के कपड़ें से ढक दें। इसके बाद दिन के मध्यकाल में उनकी मूर्ती से सब पहले कपड़ा हटाएं और धूप, दीप, दिखाते हुए गणपति की पूजा करें। दस दिनों तक मनाये जाने वाले गणेश चतुर्थी पर आप गणेश जी की मूर्ती को एक दिन, तीन दिन, पांच दिन, सात दिन और नौ दिनों के लिए घर पे रख सकते हैं।