हालाँकि इस साल नवरात्रि की शुरुआत रविवार 29 सितंबर से हो रही है। इससे पहले दो शुक्रवार पड़ रहे हैं। हिन्दू धर्म में देवी की आराधना के लिए शुक्रवार के दिन को बेहद ख़ास माना जाता है। जैसा कि आप सभी जानते हैं की इस दिन विशेष रूप से लक्ष्मी माता की भी पूजा अर्चना की जाती है। आज हम आपको विशेष रूप से शुक्रवार के दिन देवी माँ की पूजा अर्चना के लिए विशेष नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं आज के दिन किन नियमों का पालन कर आप लाभ पा सकते हैं।
शुक्रवार के दिन देवी आराधना का है विशेष महत्व
आपकी जानकारी के लिए बता दें की हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शुक्रवार के दिन को विशेष रूप से लक्ष्मी माता के साथ ही साथ दुर्गा माँ का दिन भी माना जाता है। खास करके नवरात्रि से पहले आने वाले शुक्रवार के दिन देवी माँ की पूजा अर्चना का ख़ासा महत्व है। दुर्गा को संसार की जननी के रूप में पूजा जाता है। वो दुष्टों का संहार कर अपने भक्तों की रक्षा करती हैं। इसलिए शुक्रवार के दिन कुछ ख़ास नियमों को अपनाकर आप भी देवी माँ को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद पा सकते हैं। शास्त्रों में देवी के नौ रूप बताये गए हैं जिनकी पूजा अर्चना नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान की जाती है।
नवरात्रि के नौ दिनों में देवी के विभिन्न रूपों की पूजा करने से शांत होते हैं ये ग्रह भी !
शुक्रवार के दिन निम्नलिखित उपायों से करें देवी माँ को प्रसन्न
- यदि आपके जीवन में कोई समस्या चल रही है तो शुक्रवार के दिन विशेष रूप से सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान आदि के बाद पूजा स्थल पर दुर्गा माँ की प्रतिमा के सामने बैठे और देवी माँ के बीज मंत्र “ॐ हीं दुर्गायै नमः” मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। शुक्रवार के दिन देवी माँ के इस मंत्र का जाप करने से जीवन में चल रही सभी मुसीबतों से मुक्ति मिलती है।
- शुक्रवार के दिन देवी दुर्गा की श्रद्धापूर्वक पूजा अर्चना करें और उन्हें नारियल, लौंग, इलायची, सुपारी, पान, रोली, चावल, घी और अगरबत्ती अर्पित करें।
- शुक्रवार के दिन माँ दुर्गा की पूजा अर्चना करते समय विशेष रूप से उन्हें लाल रंग के फूल अर्पित करें। दुर्गा माँ को जपापुष्प का फूल अर्पित करना भी बेहद लाभदायक माना जाता है।
- आज के दिन दुर्गा माँ की पूजा अर्चना के बाद दुर्गा चालीसा और दुर्गा सप्तसती का पाठ करना भी ख़ासा लाभदायक माना जाता है।
- विशेष लाभ के लिए आज के दिन देवी माँ की पूजा अर्चना के साथ ही व्रत रखना भी शुभ फलदायी माना जाता है।
- शुक्रवार के दिन देवी माँ के मंदिर जाकर गरीबों को यथाशक्ति भोजन और कपड़े दान करने से विशेष लाभ मिलता है।
देवी माँ का वो मंदिर जहाँ अखंड ज्योत से टपकता है केसर !
गौरतलब है कि नवरात्रि से पहले उपरोक्त उपायों को करने से आपको विशेष लाभों की प्राप्ति हो सकती है।