जिस EVM के मुद्दे को लेकर पूरा विपक्ष एक साथ खड़ा दिखाई दे रहा था अब उसी ईवीएम विवाद पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बीते मंगलवार को एक ट्वीट कर मुद्दे को और गरमा दिया है। दरअसल अपने आधिकारिक ट्वविटर अकाउंट से पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ट्ववीट कर कहा कि, “मैं मतदाताओं के फैसले के साथ कथित छेड़छाड़ की खबरों को लेकर चिंतित हूँ। ईवीएम की सुरक्षा चुनाव आयोग की ज़िम्मेदारी है। और संस्थागत विश्वसनीयता सुनिश्चित करने का दायित्व केवल और केवल निर्वाचन आयोग पर है, ऐसे में उसे सभी अटकलों पर विराम लगाना चाहिए।”
सोमवार को जमकर की थी चुनाव आयोग की तारीफ़
बता दें कि इस बयान से महज एक दिन पहले सोमवार को प्रणब मुखर्जी ने एक कार्यक्रम के दौरान एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने चुनाव आयुक्त की तारीफ की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि, “लोकतंत्र के सफल साबित होने में चुनाव आयोग की बड़ी ज़िम्मेदारी बनती है। सुकुमार सेन से लेकर मौजूदा चुनाव आयुक्तों ने इसके लिए बड़ा काम किया है।” इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि, “आयोग ने देश में सफलतापूर्वक चुनाव करवाए हैं, यह एक बड़ा काम है।”
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी चुनाव आयोग की कर चुके है आलोचना
गौरतलब है कि प्रणब मुखर्जी की इस तारीफ़ वाली टिप्पणी से एक दिन पहले कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने EC को कटघरे में खड़ा करते हुए ये आरोप लगाया था कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष चुनाव आयोग का आत्मसमर्पण स्वाभाविक है और चुनाव आयोग अब निष्पक्ष या सम्मानित नहीं रह गया है।” इसके साथ ही अन्य विपक्षी दल चुनाव आयोग के कथित तौर पर भाजपा के प्रति झुकाव रखने को लेकर पहले ही चुनाव आयोग की कई बार आलोचना कर चुके है। ऐसे में प्रणब दा की ये चिंता इस मुद्दे को और तूल देने का काम कर रही है।