जम्मू कश्मीर: अनुच्छेद 370 हटने के बाद आप भी कर सकते हैं इन प्रसिद्ध हिन्दू मंदिरों के दर्शन !

बीते सोमवार को राज्यसभा में जम्मू कश्मीर विधयेक बिल पास होने के बाद पूरे देश में ख़ुशी की लहर है। जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किये जाने के बाद वहां जाने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में भी बेशक बढ़ोतरी हो सकती है। अब वो लोग भी बेबाक़ी और बिना किसी डर के जम्मू कश्मीर जा सकते हैं जो आज तक सुरक्षा कारणों की वजह से वहां नहीं गए हैं। हालाँकि जम्मू के कटरा स्थित वैष्णो देवी मंदिर में माता के दर्शन के लिए भक्त आते जाते रहते हैं। लेकिन धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू कश्मीर में इसके अलावा भी बहुत से ऐसे प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर हैं जिनके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं जम्मू स्थित इन प्रमुख हिन्दू मंदिरों के बारे में। 

रघुनाथ मंदिर 

आपको बता दें कि भगवान् राम को समर्पित जम्मू कश्मीर का रघुनाथ मंदिर हिन्दुओं के सबसे प्रमुख मंदिर के रूप में जाना जाता है। ये मंदिर ना केवल वहां के लोगों की आस्था से जुड़ा है बल्कि इसे जम्मू कश्मीर का एक पहचान भी माना जाता है। इस मंदिर के इतिहास की बात करें तो इसे जम्मू के राजा गुलाब सिंह ने सन 1857 में बनवाया था। आपको जानकर आश्चर्य होगा की रघुनाथ मंदिर में भगवान् श्री राम के साथ ही अन्य 33 करोड़ देवी देवताओं की पूजा भी जाती है। हिन्दू धर्म का ये एक मात्र ऐसा मंदिर है जहाँ एक साथ अमूमन सभी देवी देवताओं की पूजा अर्चना की जाती है। साल 2002 में इस मंदिर को आतंकियों द्वारा निशाना भी बनाया गया था। उम्मीद की जा रही है की जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश में तब्दील होने के बाद सुरक्षा के लिहाज से यहाँ भक्तों का जाना सुरक्षित रहेगा।  

मार्तण्ड सूर्य मंदिर 

जम्मू कश्मीर के प्रमुख हिन्दू मंदिरों में एक नाम मार्तण्ड सूर्य मंदिर का भी आता है। अनंतनाग से महज तीन किलोमीटर आगे मार्तण्ड नाम के स्थान पर ये प्रमुख सूर्य मंदिर स्थित है। हालाँकि कई साल पुराना ये मंदिर अब खँडहर में तब्दील हो चुका है लेकिन इसके वाबजूद भी लोगों का विश्वास आज भी इस मंदिर में ज्यों का त्यों बना हुआ है।  इस मंदिर के खँडहर में तब्दील होने के बाद भी आप इसकी विलासिता और वैभव का अंदाजा आज भी लगा सकते हैं। 

सुद्धमहादेव मंदिर 

जम्मू से करीबन 125 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सुद्धमहादेव का मंदिर शिव भक्तों के लिए एक बेहद पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है। सावन माह में यहाँ शिव भक्तों की संख्या में काफी वृद्धि देखी जा सकती है। इस दौरान यहाँ तीन दिवसीय मेले का आयोजन भी किया जाता है। महादेव और माता पार्वती के इस मंदिर का उल्लेख बहुत से पौराणिक धार्मिक कहानियों में भी मिलता है। 

ज्वाला देवी मंदिर 

जम्मू कश्मीर के पुलवामा के ख्रियु नाम के जगह पर स्थित माता ज्वाला को समर्पित ज्वाला मंदिर देवी मंदिर है। यह मंदिर विशेष रूप से जम्मू के कश्मीरी पंडितों द्वारा बनवाया गया था। कश्मीरी हिन्दुओं सहित इस मंदिर को उत्तर भारत का भी एक प्रमुख मंदिर माना जाता है। ज्वाला माता की कृपा को अपरमपार माना जाता है। कुछ साल पहले इस मंदिर में आग लगने की वजह से काफी नुकसान हुआ था लेकिन अब इसे फिर से पहले जैसा बना दिया गया है। 

तो ये थे जम्मू कश्मीरके कुछ ख़ास हिन्दू मंदिर जहाँ दर्शन के लिए जाना हर हिन्दू का सपना होता है।

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.