गणेश चतुर्थी विशेष: ये हैं देश के प्रमुख सिद्ध गणेश मंदिर !

आने वाले 2 सितंबर को देश भर में गणेश चतुर्थी का त्यौहार बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। दस दिनों तक चलने वाले गणेश उत्सव के त्यौहार की तैयारियां काफी जोरों शोरों से चल रही है। ऐसे में देश के तमाम प्रमुख गणेश मंदिरों को सजाने और गणेश मूर्ति तैयार करने में लोग जुटे हुए हैं। गणेश चतुर्थी के अवसर पर इन मंदिरों में भक्तों की ख़ासा भीड़ नजर आती है और गणपति बाप्पा मौर्या के जयकारों से पूरा माहौल भक्तिमय हो जाता है। आज हम आपको देश के प्रमुख गणेश मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं कौन से हैं वो प्रमुख गणेश मंदिर जहाँ इस गणेश चतुर्थी पूजा अर्चना करना बेहद लाभकारी हो सकता है।

सिद्धिविनायक मंदिर

जब बात मशहूर गणेश मंदिरों की आती है तो सबसे पहले नाम आता है मुंबई स्थित सिद्धविनायक मंदिर का। इस मंदिर का आकर्षण ऐसा है कि यहाँ दुनिया भर से भक्त गणेश जी के दर्शन के लिए आते हैं। यहाँ वैसे तो सालभर ही भक्तों का ताँता लगा रहता है लेकिन गणेश चतुर्थी पर विशेष रूप से इस मंदिर को सजाया जाता है। इस मंदिर की ऐसी मान्यता है कि यहाँ आने वाले भक्त जिस मनोकामना के साथ बप्पा के दर्शन के लिए आते हैं उनकी वो मनोकामना पूरी जरूर होती है। यहाँ  ना केवल आमलोग बल्कि फिल्म जगत के बड़े बड़े सेलिब्रिटी भी दर्शन के लिए आते हैं। गणेश जी के इस मंदिर का निर्माण साल 1801 में देऊभाई पाटिल ने करवाया था। 

कनिपकम विनायक मंदिर

चित्तूर स्थित गणेश जी के इस मंदिर का निर्माण ग्यारहवीं सदी में करवाया गया था। इस मंदिर को देश का सबसे पुराना गणेश मंदिर माना जाता है। इस मंदिर में मौजूद गणेश जी की मूर्ति मुख्य रूप से लाल, पीला और सफ़ेद रंग का है। ऐतहासिक दृष्टिकोण से भी इस मंदिर को काफी ख़ास माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि मंदिर के प्रांगण में स्थित तालाब में नहाने से व्यक्ति के सभी पाप मिट जाते हैं। मान्यता प्राप्त इस गणेश मंदिर में गणेश उत्सव के अवसर पर ख़ास तैयारियां की जाती है और धूमधाम के साथ गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। यहाँ आप सुबह चार बजे से रात के नौ बजे तक गणेश जी के दर्शन कर सकते हैं।

मोती डुंगरी गणेश मंदिर

जयपुर स्थित ये गणेश मंदिर विशेष रूप से जयपुर के मोती डुंगरी नाम की पहाड़ी पर स्थित है। ये गणेश मंदिर करीबन पांच सौ वर्ष पुराना है। यहाँ ना केवल गणेश जी की पूजा अर्चना होती है बल्कि मंदिर के प्रांगण में स्थित शिवलिंग की भी पूजा अर्चना की जाती है। शिवलिंग स्थापित होने की वजह से यहाँ महाशिवरात्रि पर भी भक्तों की भाड़ी संख्या में भीड़ लगी रहती है। गणेश चतुर्थी के मौके पर मंदिर को काफी भव्यता के साथ सजाया जाता है। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 1761 में नागरा शैली ने करवाया था।

दगडूशेठ हलवाई गणेश मंदिर

पुणे स्थित भगवान् गणेश की दगडूशेठ हलवाई मंदिर अपनी भव्यता के लिए देश भर में प्रसिद्ध है। आपको बता दें कि इस मंदिर का निर्माण 1800वीं सदी में दगडूशेठ नाम के हलवाई ने करवाई थी। यहाँ गणेश जी की करीबन सात फ़ीट ऊँची और चार फ़ीट चौड़ी मूर्ति स्थापित है। यहाँ  गणेश चतुर्थी का त्यौहार काफी हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। गणेश जी की मूर्ति को सोने के आभूषणों से सजाया जाता है और नियमबद्ध रूप से गणेश पूजन की जाती है।