इस साल लगने वाले चार चंद्र ग्रहण (उपच्छाया चंद्र ग्रहण) में से दूसरा चन्द्र ग्रहण 5-6 जून की रात को लगने वाला है। माना जाता है कि ग्रहण का इंसानों के जीवन पर काफी प्रभाव पड़ता है। कई बार इन ग्रहण के परिणाम काफी घातक भी सिद्ध हो सकते हैं। ऐसे में अगर आप अपने जीवन में किसी भी समस्या से परेशान हैं और उससे जुड़ा समाधान पाने चाहते हैं तो अभी हमारे ज्योतिषियों से प्रश्न पूछे।
जैसा कि हम सभी यह बात जानते हैं कि प्रत्येक ग्रह हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं, ऐसे में यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है कि हमारी कुंडलियों में उनकी क्या स्थिति है और उससे हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ सकता है। एस्ट्रोसेज की बृहत् कुंडली से आप अपने जीवन की नवीनतम घटनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
जीवन में कोई समस्या तो समाधान पाने के लिए यहाँ क्लिक करें
क्योंकि यह चंद्र ग्रहण उपच्छाया चंद्र ग्रहण होने वाला है, इसलिए इसे देख पाना थोड़ा कठिन होगा, क्योंकि ग्रहण के दौरान चंद्रमा का प्रकाश सामान्य से थोड़ा कम रहेगा। भारत में यह ग्रहण 5 जून 2020, को 11 बजकर 16 मिनट से शुरू होगा और 6 जून 2020, को 02 बजकर 34 मिनट पर समाप्त होगा। 12 बजकर 55 मिनट पर यह ग्रहण अपने चरम पर पहुंच जाएगा। कुल मिलकर यह ग्रहण तीन घंटे अठारह मिनट लम्बा चलेगा।
चंद्र ग्रहण तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में आ जाते हैं। इस दौरान पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच में आ जाती है। जिसके कारण चंद्रमा की दृश्यता कम हो जाती है। बात करें अगर चन्द्र ग्रहण के प्रकार की तो, चन्द्र ग्रहण कुल तीन प्रकार के होते हैं। पूर्ण चंद्र ग्रहण, आंशिक चंद्र ग्रहण, और उपच्छाया चंद्र ग्रहण। उपच्छाया चंद्र ग्रहण में चंद्रमा, पृथ्वी की छाया वाले क्षेत्र में आ जाता है और चंद्रमा पर पड़ने वाला सूर्य का प्रकाश कटा हुआ प्रतीत होता है। हिंदी में इसे हम “चंद्र मालिन्य” कहते हैं, और अंग्रेजी भाषा में इसे “पेनुमब्रल ग्रहण” कहा जाता है।
अपने जीवन पर चंद्रग्रहण के प्रभाव के बारे में विस्तार से जानने के लिए अभी प्रश्न पूछें
चंद्रग्रहण का प्रभाव
महान ओशो के शब्दों में कहा जाये तो, “हम अलग नहीं हैं। एक, उस एक ब्रह्म के साथ हैं, उस एक ब्रह्मांड के साथ हैं। और प्रत्येक घटना के भागीदार हैं।” अर्थात ब्रह्माण्ड में होने वाली हर छोटी-बड़ी घटना का पृथ्वी पर रहने वाले इंसानों के मन और जीवन पर एक निश्चित प्रभाव पड़ता ही है।
तो आइये जानते हैं कि इस उपच्छाया चंद्र ग्रहण का सभी बारह राशियों पर क्या और कैसा प्रभाव पड़ने वाला है।
मेष राशि
5 जून को होने वाला चंद्रग्रहण, आपके आठवें भाव, जिसे परिवर्तन और अनिश्चितता का भाव माना गया है, उसे प्रभावित करेगा। यह बात इस तरफ इशारा करती है कि इस दौरान आपके साथ नौकरी का चले जाना या चोरी जैसी घटना घटित हो सकती है, जिससे आपके जीवन में तनाव और चिंता की स्थिति पैदा हो जाएगी। इस ग्रहण से आपके स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है। जल्दबाजी में किसी परिणाम की चाह रखने से भी आपके मानसिक तनाव में वृद्धि होने की आशंका है। इसलिए सलाह दी जाती है कि इस समय के दौरान जितना हो सके शांत रहे और सही समय का इंतज़ार करें। जैसा कि चंद्रमा, मेष राशि के लिए चौथे घर को नियंत्रित करता है, ऐसे में ये बात इस तरफ इशारा करती है कि इस समय अवधि के दौरान आपको अपनी माता के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पड़ सकती है।
उपाय: चन्द्र ग्रहण के दौरान शिव चालीसा का पाठ करें या सुनें।
करियर के सही चुनाव के लिए ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों को इस समय जीवनसाथी के साथ अपने रिश्ते को मज़बूत बनाने की ज़रूरत है क्योंकि चंद्र ग्रहण आपके सातवें घर जिसे वैवाहिक रिश्तों का घर माना गया है, उसको सीधे तौर पर प्रभावित करेगा। साथ ही, इस राशि के जातक जो साझेदारी के व्यवसाय में हैं उन्हें अपने पार्टनर के साथ स्पष्ट रूप से बात करने की आवश्यकता है, ताकि निर्णय लेते समय आप दोनों में कोई मतभेद ना हो। क्योंकि चंद्रमा, सुनवाई के तीसरे घर को नियंत्रित करता है, इसलिए, सलाह दी जाती है कि दूसरों के साथ चर्चा करने और उनके सुझावों पर ध्यान देने के बाद ही कोई निर्णय लें। भाई-बहनों के साथ समय बिताएं और इस समय ज्यादा ठंडा खाने से परहेज़ करें। आपकी व्यक्तिगत बृहत् कुंडली आपको चंद्र के साथ-साथ अन्य ग्रहों के आपकी कुंडली में प्रभाव में बारे में जानने में मदद करता है और आपको इससे जुड़े उपाय बताता है।
उपाय: चंद्रग्रहण के दौरान चंद्रमा के बीज मन्त्र का पाठ करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए यह चंद्र ग्रहण उनके छठे भाव से गुजरेगा। छठा घर दिनचर्या को दर्शाता है, ऐसे में चंद्रग्रहण से कुछ दिन पहले या चंद्रग्रहण के कुछ दिनों बाद तक आपको अपने दैनिक काम को पूरा करने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही इस समय के दौरान आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी काफी कमज़ोर रह सकती है जिसके चलते आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखने की सलाह दी जाती है। किसी तरह के वाद-विवाद या बहस में पड़ने से बचें। हो सके तो अपने खर्चों पर थोड़ा अंकुश लगायें नहीं तो आपको उधार लेना पड़ सकता है जिसे आपके मानसिक तनाव में वृद्धि हो सकती है। यहाँ क्लिक कर के अपनी इम्युनिटी चेक करें।
उपाय: चंद्रग्रहण के दौरान राधा-कृष्ण की पूजा करें।
जानें अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता – हेल्थ इंडेक्स कैलकुलेटर
कर्क राशि
इस चंद्र ग्रहण के दौरान, आप नकारात्मक विचार और चिंताओं की वजह से खुद में रचनात्मकता की थोड़ी कमी महसूस करेंगे जिसके चलते इस दौरान आप कुछ परियोजनाओं को लेने में असफल हो सकते हैं। इसके अलावा, अपने पेशेवर जीवन के उत्थान के लिए, आज ही इस्तेमाल करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट, और पाएं अपने करियर से जुड़े सभी सवालों का जवाब।
इस समय के दौरान आप अकेला रहना और किसी से बात नहीं करना चाहेंगे लेकिन ऐसा करने से अवसाद और नकारात्मकता को और बढ़ावा मिल सकता है। क्योंकि वृश्चिक राशि गहरी सोच से संबंधित राशि मानी जाती है, और ग्रहण मुख्य रूप से इस राशि में ही हो रहा है, इसलिए योग और ध्यान की मदद लें, इससे आपको काफी सकरात्मक उर्जा मिलेगी। साथ ही किसी विश्वसनीय से बात करना भी मददगार साबित हो सकता है। टेलिविज़न और मीडिया से दूरी बनाकर इस समय में अपने बच्चों के साथ समय बिताएं, या किसी तरह की रचनात्मक चीजें करें, इससे आपको बेहतर परिणाम मिलेंगे।
उपाय: चंद्रग्रहण के दौरान माँ महागौरी के मंत्र से उनकी पूजा करें।
सिंह राशि
चंद्रग्रहण, सिंह राशि के चौथे घर से होकर गुजरेगा, जिसे बचपन और अंतरात्मा का घर माना जाता है। यह बात इस तरफ इशारा करती है कि इस दौरान आपके जीवन से जुड़ा कोई अतीत का बुरा हिस्सा इस वक्त आपके सामने आ सकता है जिससे आपके जीवन में दुःख आने की आशंका है। लेकिन आपको यहाँ यह समझना बेहद ज़रूरी है कि उस अतीत के दर्द को पहचानने और उसे सही करने के लिए ये समय बेहद उपयुक्त साबित हो सकता है। साथ ही, अगर परिवार के किसी सदस्य से मतभेद चल रहा है तो उसे दूर करने के लिए भी यह समय शुभ है। घर की मरम्मत करवानी पड़ सकती है, जिससे कुछ खर्च हो सकते हैं।
उपाय: चन्द्रग्रहण के दौरान ‘सौंदर्या लहरी’ को पढ़ना या सुनना फायदेमंद होगा।
आपकी कुंडली में है कोई दोष? जानने के लिए अभी खरीदें एस्ट्रोसेज बृहत् कुंडली
कन्या राशि
चंद्रमा, कन्या राशि के आय के घर को नियंत्रित करता है, ऐसे में चंद्रग्रहण कन्या राशि के जातकों की आय पर सीधा असर डाल सकता है। धन के प्रवाह को सुचारु बनाए रखने के लिए इस राशि के जातकों को अधिक काम या अधिक प्रयास करना होगा। इसके अलावा, तीसरा घर, जिससे होकर चन्द्रमा गुज़र रहा है, यह इस बात को दर्शाता है कि इस दौरान आपको डेडलाइन या वादे करने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा मुमकिन है कि इस समय आप समय सीमा का पालन ना कर पाएं। साथ ही यह समय भाई-बहनों और दोस्तों के साथ पुराने किसी मतभेद को दूर करने के लिए बेहद ही शुभ साबित हो सकता है।
उपाय: चन्द्रग्रहण के दौरान “ओम नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जप और ध्यान करें।
तुला राशि
चंद्रमा आपके पेशे, पिता और पद-प्रतिष्ठा के दसवें घर को नियंत्रित करता है, जो बात इस तरफ इशारा करती है कि इस चंद्र ग्रहण के दौरान, आपको अपने जीवन में असंतोष का सामना करना पड़ सकता है। आपके काम में कुछ उथल-पुथल हो सकती है, क्योंकि इस दौरान आपके काम की क्षमता उम्मीद से काफी कम हो जाएगी। यह स्थिति आपके और वरिष्ठों और उच्च अधिकारियों के साथ कुछ मतभेद पैदा करने वाली साबित हो सकती है। लेकिन, आपको सलाह यही दी जाती है कि जितना हो सके इस समय आप विनम्र रहें, अन्यथा, इस दौरान आपको बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जिसका असर आपके निजी जीवन पर भी पड़ सकता है। हालाँकि इस राशि के व्यापार के क्षेत्र से जुड़े जातकों को अचानक से लाभ मिलने की उम्मीद है। साथ ही आपके पिता का स्वास्थ्य नाज़ुक बना रह सकता है, ध्यान रखें।
उपाय: चन्द्रग्रहण के दौरान “श्री रुद्रम” स्तोत्र का पाठ करें या सुनें।
क्या आपकी कुंडली में है कोई बड़ा राजयोग? जानें एस्ट्रोसेज राजयोग रिपोर्ट से।
वृश्चिक राशि
यह चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि के माध्यम से आगे बढ़ेगा। यानि कि इस दौरान इस राशि के जातकों को गंभीर परिणाम का सामना करना पड़ सकता है। इस समय के दौरान आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस अवधि में आपको कुछ जल जनित रोगों या संक्रमणों का खतरा हो सकता है। साथ ही गाड़ी चलाते वक़्त भी विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है अन्यथा कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इसके अलावा इस समय आपको ऐसा लग सकता है कि आप किसी विक्टिम-काम्प्लेक्स के शिकार हैं जिसके चलते आप चीज़ें बीच में छोड़ सकते हैं। इसलिए, अगर आप अच्छे परिणाम चाहते हैं तो अपने काम के लिए पूरी ज़िम्मेदारी लें।
उपाय : चन्द्र ग्रहण के दौरान चंद्र मंत्र का जाप करते हुए ध्यान करें।
अपनी फ्री कुंडली पाने के लिए तुरंत क्लिक करें।
धनु राशि
इस समय अवधि के दौरान धनु राशि के जातकों के पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। इसके अलावा जीवनसाथी या प्रिय के साथ संबंधों में आनंद और सद्भाव बढ़ेगा, जिसका आप भरपूर आनंद लेंगे। अपने साहस, और सहजता के दम पर इस समय आप बड़े-से-बड़े काम को भी आसानी से करने में सफल रहेंगे। आपके जीवन में बाधाएँ तो आयेंगी, लेकिन आप अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से उन्हें दूर करने में सक्षम होंगे। आर्थिक लिहाज़ से यह समय आपके लिए अच्छा रहेगा लेकिन खर्चे भी उतने ही रहेंगे। इसके अलावा, स्वास्थ्य का खासकर, अपनी आँखों का, ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।
उपाय: चन्द्रग्रहण के दौरान भगवान शिव की स्तुति में “रुद्राष्टकम” स्तोत्रम का पाठ करें।
मकर राशि
इस समय अवधि में मकर राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति और पद-प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी देखी जा सकेगी। इस राशि के कुछ जातकों को इस दौरान कुछ ऐसे अवसर प्राप्त हो सकते हैं जिससे उनकी वेतन वृद्धि और मान-सम्मान में बढ़ोतरी हो। जो लोग अपना नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, उन्हें ग्रहण के बाद कुछ अच्छे अवसर मिल सकते हैं। इस समय के दौरान आप बहुत सारे कामों में शामिल होंगे। हालाँकि, आपके जीवनसाथी या प्रिय के साथ आपके रिश्ते थोड़े तनावपूर्ण हो सकते हैं, इसलिए सलाह दी जाती है कि जितना हो सके उनके साथ क्वालिटी टाइम ज़रूर बिताएं। इसके साथ ही अपने वैवाहिक और प्रेम जीवन में चल रही परेशानियों को दूर करने के लिए एस्ट्रोसेज की वैवाहिक रिपोर्ट से लाभ उठा सकते हैं।
उपाय: चन्द्र ग्रहण के दौरान श्रीकृष्ण मंत्र या कथा सुनें या उनका पाठ करें।
सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर
कुम्भ राशि
चंद्रग्रहण, आपके पेशे के दसवें घर के माध्यम से आगे बढ़ेगा, जो बात इस तरफ इशारा करती है कि इस दौरान आपको काम से संबंधित कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि इस दौरान आपके दुश्मन और वरिष्ठ आप पर हावी होने की पूरी कोशिश करेंगे। इसके अलावा, इस समय आप अपने आराम के क्षेत्र से बाहर नहीं आना चाहेंगे, जो स्थिति को संभालने और नए अवसर को पाने की आपकी क्षमता को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा इस दौरान आपका स्वास्थ्य थोड़ा ढीला रह सकता है जिससे आपको संक्रमण का खतरा अधिक रहने वाला है। इसलिए आप आत्मविश्वासी बनें और अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलें। इसके अलावा, अपने पेट की सेहत को बेहतर बनाने के लिए पौष्टिक आहार लें और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
उपाय: चन्द्रग्रहण के दौरान चंद्रमा मंत्र “ओम चंद्राय नम:” का जप करें।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों को इस चंद्र ग्रहण से कुछ सकारात्मक परिणाम मिलने की प्रबल उम्मीदें हैं, क्योंकि यह उनके भाग्य और किस्मत के नौवें घर के माध्यम से आगे बढ़ेगा। किस्मत और भाग्य के साथ के दम पर इस समय अवधि के दौरान, आप अपने लंबित कार्यों को बड़े आराम से पूरा कर सकेंगे। अध्यात्म में आपकी रुचि बढ़ने की संभावना है, जिसके चलते ग्रहण के बाद आप किसी आध्यात्मिक गुरु से भी जुड़ सकते हैं। इस दौरान आपके विचारों को काफी सराहना मिलेगी जिसके चलते आपको जीवन में आगे बढ़ने में मदद मिल सकती है। हालाँकि सलाह दी जाती है कि बच्चों के साथ अपने रिश्ते को थोड़ा समय अवश्य दें।
उपाय: ग्रहण के दौरान देवी दुर्गा मंत्र का पाठ करें या सुनें।
अगर आप 2020 में आने वाले अन्य ग्रहणों के बारे में जानना चाहते हैं, तो आप यहाँ क्लिक कर के सभी आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं !