हर भक्त भगवान को अपना सर्वस्व अर्पित करने को तैयार रहता है। हम और आप ऐसे कई मंदिरों को जानते
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जानिए वो रोचक कथा जिसकी वजह से महामृत्युंजय मंत्र की उत्पत्ति हुई थी
भगवान शिव को त्रिदेवों में संहारक का दर्जा प्राप्त है। संहारक यानी कि संहार करने वाले देवता। लेकिन भगवान शिव
धारी देवी मंदिर : जहां मौजूद देवी के गुस्से की वजह से केदारनाथ आपदा आई थी
भारत में अनेकों ऐसे मंदिर हैं जहां के चमत्कार आम लोगों के लिए आज तक रहस्य बने हुए हैं। ये
जानिए कैसे हुए थे भगवान गणेश ‘एकदंत’, एक नहीं बल्कि कई कथाएं हैं प्रचलित
भगवान गणेश के कई नामों में से उनका एक नाम ‘एकदंत’ भी है। भगवान गणेश के धड़ पर हाथी का
देश का इकलौता शिव मंदिर जहां नंदी देवता मौजूद नहीं हैं, बड़ी खास है वजह
सनातन धर्म में भगवान शिव को देवताओं के देवता का दर्जा प्राप्त है इसलिए ही उन्हें महादेव भी कहते हैं।
जानिए वो कथा जब भगवान शिव को एक दानव की पत्नी ने श्राप दे दिया था
भगवान शिव को देवों के देव महादेव का दर्जा प्राप्त है। भगवान शिव उन प्रमुख देवताओं में शामिल हैं जिन
वट वृक्ष : वो वृक्ष जो हजारों वर्षो से हमें सुख, समृद्धि और आरोग्यता देता आ रहा है
वनस्पति विज्ञान के विश्व विख्यात वैज्ञानिक डॉक्टर जगदीश चन्द्र बसु का एक बचपन का किस्सा है जिसके मुताबिक बसु एक
सुध महादेव मंदिर : जहां महादेव ने अपने त्रिशूल को तोड़ कर जमीन में गाड़ दिया था
सनातन धर्म में देवी-देवताओं की खंडित मूर्ति की पूजा करना निषेध माना गया है लेकिन देश में एक ऐसा मंदिर
भारत का वो विशेष मंदिर जहां मरने के बाद हम सब को जाना पड़ेगा
मृत्यु मानवों की नियति है। जिसका जन्म हुआ है, उसकी मृत्यु भी तय है। यही यथार्थ है और ऐसा सत्य
निर्जला एकादशी 2021: जानें पूजा विधि और इस व्रत में पानी नहीं पीने का कारण!
हिन्दू पंचांग के अनुसार एक साल में कुल चौबीस एकादशी पड़ती हैं, जिनमें निर्जला एकादशी को सबसे श्रेष्ठ माना गया