बुध का मेष राशि में उदय: जानें अपनी राशि पर इसका प्रभाव!

बुध का मेष राशि में उदय: वैदिक ज्योतिष के अनुसार, बुध ग्रह को अधिक प्रभावशाली माना जाता है। यह बुद्धि, तर्क क्षमता, अच्छा संचार कौशल के कारक हैं। इसके अलावा बुध विश्लेषणात्मक कौशल, व्यावसायिक कौशल और निर्णय लेने की क्षमता का भी प्रतिनिधित्व करते हैं। सौर मंडल के सभी ग्रहों में बुध सबसे तेज गति से घूमने वाले ग्रह हैं, जो मिथुन और कन्या राशि के स्वामी भी हैं। बुध ग्रह जब शुभ ग्रहों (गुरु, शुक्र और चंद्रमा) के साथ होते हैं तो शुभ फल देते हैं और क्रूर ग्रहों (मंगल, केतु, शनि राहु, सूर्य) की संगति में अशुभ फल देते हैं। बुध 31 मार्च 2023 को मेष राशि में उदित होंगे। ऐसे में आपके जीवन पर कैसा प्रभाव पड़ेगा, यह जानने के लिए अभी पढ़ें वैदिक ज्योतिष पर आधारित एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग।

Varta Astrologers

बुध के उदय से संबंधित अन्य चीजों को जानने के लिए, करें विद्वान ज्योतिषियों से बात करके

ज्योतिष में बुध ग्रह का महत्व

बुध को ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है। यदि कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत हो तो व्यक्ति को अच्छे परिणाम मिलते हैं और उसका संचार कौशल में बेहतर होता है। साथ ही सोचने की क्षमता और तार्किक शक्ति बढ़ती है। बुध की स्थिति का आर्थिक जीवन पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। व्यापार के लिए बुध ग्रह का शुभ होना अच्छा माना जाता है। इनकी शुभ स्थिति के परिणामस्वरूप व्यापार में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है। ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को वाणिज्य और व्यापार का कारक माना गया है। ऐसे में इन क्षेत्रों से जुड़े लोगों के लिए बुध एक महत्वपूर्ण ग्रह हैं। इसके अलावा बुध की अनुकूल स्थिति रिश्तों में सद्भाव और आपसी समझ को बढ़ाने में मदद करती है और गलतफहमियां भी दूर होती हैं। वहीं बुध की कमजोर या अशुभ स्थिति के परिणामस्वरूप जातक को नकारात्मक परिणामों का सामना करना पड़ सकता है। इसके कारण इंसान ठीक से बोल नहीं पाता, कभी-कभी हकलाहट भी होती है और निर्णय लेने की क्षमता भी कमजोर हो सकती है।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

बुध का मेष राशि में उदय: तिथि और समय

बुध का मेष राशि में उदय 31 मार्च 2023 की दोपहर 02 बजकर 44 मिनट पर होगा। राशि चक्र की पहली राशि मेष है। मंगल इस राशि के स्वामी हैं। बुध का मेष राशि में उदय सभी 12 राशियों में अपनी स्थिति के अनुसार परिणाम देगा। अब चलिए आगे बढ़ते हैं और विस्तार से जानते हैं कि ग्रहों के राजकुमार बुध के उदय होने से सभी राशियों को कैसे परिणाम मिलने की संभावना बन रही है।

बुध का मेष राशि में उदय: सभी राशियों पर प्रभाव

मेष राशि

बुध का मेष राशि में उदय होने से आपकी बौद्धिक क्षमता काफ़ी मज़बूत होगी जो आपको तुरंत निर्णय लेने में सहायता करेगी। लेकिन आपको अपने शब्दों पर नियंत्रण करना होगा क्योंकि आपकी राशि के स्वामी मंगल के प्रभाव से आपकी वाणी आक्रामक हो सकती है क्योंकि… (विस्तार से पढ़ें)

वृषभ राशि

बुध का मेष राशि में उदय वृषभ राशि के जातकों के लिए कुंडली के बारहवें भाव में होगा। इस राशि के लोगों के लिए बुध एक महत्वपूर्ण ग्रह है लेकिन इसके बारहवें भाव में बैठे होने के कारण…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

बुध लग्न भाव और चौथे भाव के स्वामी के रूप में आपके ग्यारहवें भाव में उदय होंगे। लग्न भाव के स्वामी बुध की इस स्थिति को अच्छा कहा जा सकता है और यह…(विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में उदय आपके दसवें भाव में होगा। यह समय छात्रों के लिए अच्छा साबित होगा क्योंकि…(विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में उदय आपके नौवें भाव में होगा जो कि भाग्य भाव है। बुध और मंगल सिंह राशि वालों के लिए लाभकारी ग्रह हैं। ऐसे में…(विस्तार से पढ़ें)

कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए बुध लग्न भाव और दसवें भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके आठवें भाव में उदय होने जा रहे हैं। इस भाव में बुध की स्थिति जातकों को ज्ञानी बनाती है और रिसर्च के लिए प्रेरित करती है। हालांकि…(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि

बुध का मेष राशि में उदय तुला राशि के जातकों के लिए सातवें भाव में होगा और इस भाव में बुध की स्थिति आपके वैवाहिक जीवन में तनाव पैदा कर सकती है। ऐसे में आपके और जीवनसाथी के बीच आपसी तालमेल की कमी की वजह से दूरियां आने की आशंका है क्योंकि…(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध छठे भाव में उदय होंगे। बुध मंगल ग्रह के शत्रु हैं और वृश्चिक राशि वालों के लिए आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी भी हैं। ऐसे में…(विस्तार से पढ़ें)

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए बुध का मेष राशि में उदय आपके पांचवें भाव में होगा जो कि प्रेम और रोमांस का भाव है। इस राशि के कुछ लोग या तो शादी के बंधन में बंध जाएंगे या फिर…(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि

बुध का मेष राशि में उदय के दौरान, बुध आपके छठे और नौवें भाव के स्वामी के रूप में चौथे भाव में स्थित होंगे। पेशेवर रूप से आप अच्छी प्रगति हासिल करेंगे लेकिन इस दौरान आपको सहकर्मियों के साथ बहस या विवाद का सामना करना पड़ सकता है जिसकी वजह से…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

बुध का मेष राशि में उदय कुंभ राशि के जातकों के लिए तीसरे भाव में होगा। छात्रों को कड़ी मेहनत करने पर निश्चित रूप से अच्छे अंकों की प्राप्ति होगी। कार्यस्थल पर आपको…(विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

बुध का मेष राशि में उदय मीन राशि के जातकों के दूसरे भाव में होगा। बुध आपके चौथे और सातवें भाव के स्वामी भी हैं और इसके परिणामस्वरूप, आपके वेतन में वृद्धि होने की संभावना है…(विस्तार से पढ़ें)

बुध के अशुभ प्रभाव से बचने के उपाय 

यदि आपकी कुंडली में बुध संबंधी दोष है तो उसे दूर करने और उसकी शुभता को पाने के लिए नीचे दिए गए उपायों में से कोई भी उपाय आप कर सकते हैं।

  • बुध ग्रह की शुभता पाने के लिए बुधवार के दिन हरे रंग के कपड़े पहनें। यदि ऐसा करना आपके लिए मुश्किल हो तो आप हरे रंग का रुमाल, मोजे या फिर टाई, एसेसरीज आदि का प्रयोग कर सकते हैं।
  • बुधवार के दिन गरीबों व जरूरतमंदों को हरे रंग के वस्त्र, हरी दाल या हरी सब्जियों का दान करें।
  • इसके अलावा योग/ध्यान करें और मन शांत करने के लिए संगीत सुनें।
  • बुध ग्रह की कृपा पाने के लिए बुध के बीज मंत्र ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:’ का जाप करें।
  • बुध ग्रह की शुभता पाने के लिए पन्ना रत्न धारण करना एक अच्छा उपाय है, जिसे आप अंगूठी या लॉकेट आदि के रूप में धारण कर सकते हैं, लेकिन ऐसा करने से पहले किसी ज्योतिषी से सलाह लेना न भूलें।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि आपको यह ब्लॉग भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.