8 अप्रैल 2022 को मीन राशि में 11:50 बजे बुध का उदय: जानें महत्व और प्रभाव

8 अप्रैल 2022 को मीन राशि में 11:50 बजे बुध अस्त समाप्त (बुध उदय)

मीन राशि विशालकाय ग्रह बृहस्पति द्वारा शासित है और बुध ग्रह के बृहस्पति ग्रह के साथ शत्रुत्व संबंध होते हैं और बुध ग्रह इस राशि में दुर्बल यानी कमजोर हो जाता है। जिसके परिणाम स्वरूप आमतौर पर मार्गी स्थिति में होने के बावजूद बुध जातकों को उच्च परिणाम देने में असफल होता है। क्योंकि अस्त होने की स्थिति में कोई भी ग्रह अपनी शक्ति खोने लगता है। जब भी कोई ग्रह अस्त स्थिति में होता है तो वह अपनी ताकत खोने लगता है और ऐसे में शुभ परिणाम देने में असफल रहता है।

वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह

बुध ग्रह बुद्धि और विद्या का ग्रह माना गया है और बिना बुध की कृपा से कोई भी व्यक्ति शिक्षा के क्षेत्र में शुभ परिणाम नहीं प्राप्त कर सकता है। यह ग्रह भूमि को दर्शाता है। एक बच्चे की जब शिक्षा का सफर शुरू होता है तो उसके लिए विद्यारंभ किया जाता है। यह बेहद शुभ समारोह होता है जो एक बच्चे की शिक्षा शुरू करने से पूर्व किया जाता है। विद्यारंभ समारोह बच्चे के जन्म नक्षत्र के अनुसार एक शुभ दिन पर किया जाता है। आमतौर पर यह अवसर विजयदशमी के दिन पड़ता है।

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8 अप्रैल 2022 को मीन राशि में 11:50 बजे बुध अस्त समाप्त (बुध उदय)

इस लेख में हम बात करेंगे कि बुध ग्रह का प्रत्यक्ष तौर पर क्या प्रभाव पड़ने जा रहा है और यह 12 राशियों को कैसे परिणाम प्रदान करेगा। मीन राशि में बुध ग्रह की वापसी से व्यवसाय में जहां एक तरफ तेजी आएगी वहीं दूसरी तरफ विद्यार्थियों में विद्या धीमी गति से देखने को मिलेगी क्योंकि मीन राशि बुध के लिए एक कमजोर राशि है ऐसे में शिक्षा के संदर्भ में शुभ परिणाम धीरे-धीरे प्राप्त होंगे।

आगे बढ़ने से पहले जान लेते हैं कि बुध ग्रह के अन्य सभी ग्रहों के साथ कैसे संबंध होते हैं।

बुध ग्रह शनि ग्रह, शुक्र ग्रह, और सूर्य ग्रह के साथ मित्रता वाले संबंध रखता है वहीं इसके बृहस्पति, चंद्रमा, और मंगल के साथ संबंध प्रतिकूल होते हैं।

आइए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं 8 अप्रैल, 2022 को मीन राशि में बुध अस्त समाप्त यानी बुध उदय का सभी 12 राशियों पर क्या कुछ प्रभाव देखने को मिलेगा।

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मेष राशि

मेष एक उग्र और पुरुष राशि है। इस राशि का स्वामी मंगल है।

  • बुध तीसरे और छठे भाव का स्वामी है और बारहवें भाव में स्थित है।
  • बुध की उपरोक्त स्थिति के परिणाम स्वरुप मेष राशि के जातकों को करियर के संबंध में आत्मविश्वास की कमी झेलने को मिल सकती है। ऐसे में आपको यहां ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी। सलाह दी जाती है कि कोई भी नए मौके के लिए अपनी उम्मीदों पर अभी अंकुश लगाएं।
  • इस राशि के जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं उन्हें भी उच्च लाभ प्राप्त करने के लिए इस समय थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है।
  • रिश्ते की बात करें तो अपने पार्टनर के साथ सामंजस्य बढ़ाने में आपको कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही स्वास्थ्य मोर्चे पर पाचन संबंधित कुछ समस्याएं आपके जीवन में खड़ी हो सकती हैं।

उपायः गुरुवार के दिन सुदर्शन यज्ञ करें।

वृषभ राशि

वृषभ एक पृथ्वी और स्त्री राशि है। इस राशि का स्वामी शुक्र है।

  • बुध दूसरे और पांचवें भाव का स्वामी है और एकादश भाव में स्थित है।
  • करियर के संबंध में इस दौरान आपके जीवन में कुछ सुनहरे अवसर प्राप्त होने की संभावना है। इसके अलावा यदि आप नौकरी तलाश कर रहे हैं तो यहां भी आपको शुभ समाचार मिल सकता है।
  • शेयर के माध्यम से इस राशि के जातक अच्छी कमाई करने में कामयाब रहेंगे।
  • व्यवसाय की बात करें तो इस दौरान आपका व्यवसाय धीरे-धीरे आगे बढ़ेगा और आपको अच्छे रिटर्न मिलने की भी संभावना है।
  • इस समय अवधि में वृषभ राशि के जातकों को अपने बच्चों और परिवार से अच्छा सहयोग प्राप्त होगा।
  • पारिवारिक रिश्तो की बात करें तो लाइफ पार्टनर यानि जीवन साथी के साथ आपके रिश्ते शानदार रहने वाले हैं। आप दोनों का बांड काफी अच्छा रहेगा। स्वास्थ्य भी शानदार रहने वाला है।

उपाय: ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ का प्रतिदिन 23 बार जाप करें।

मिथुन राशि 

मिथुन एक सामान्य और स्त्री राशि है।

  • बुध प्रथम और चतुर्थ भाव का स्वामी है और दशम भाव में स्थित है।
  • जिसके परिणाम स्वरूप मिथुन राशि के जातकों को अपने हर काम में सफलता हासिल होगी और साथ ही इस दौरान आप सभी सुख सुविधाओं का आनंद लेने में भी सक्षम रहेंगे। साथ ही यह भी मुमकिन है कि आपको कुछ रुकावटों के बाद विदेश जाने का मौका भी प्राप्त हो जाए।
  • धन का प्रवाह सुचारू रहने वाला है। साथ ही यदि आप व्यापार के क्षेत्र से जुड़े हैं तो आपको धीरे-धीरे ही लेकिन लाभ अवश्य मिलेगा।
  • इस दौरान इस राशि के जातकों को संपत्ति खरीदने और उससे लाभ प्राप्त करने का अच्छा मौका मिलेगा।
  • इसके अलावा मिथुन राशि के जातकों के आपसी रिश्ते में तालमेल और खुशियां भी बनी रहेंगी। स्वास्थ्य काफी अच्छा रहने वाला है।

उपायः बुधवार के दिन विष्णु सहस्रनाम का जाप करें।

कर्क राशि 

कर्क एक जलीय और गतिशील राशि है।

  • बुध तीसरे और बारहवें भाव का स्वामी है और नवम भाव में स्थित है।
  • इस दौरान आपके जीवन में काम का बोझ ज्यादा रहने वाला है। ऐसे में आपको अपने काम के प्रति योजना बनाने की आवश्यकता पड़ सकती है। इसके अलावा यदि आप अपनी मौजूदा नौकरी में कुछ बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं तो वह भी इस दौरान मुमकिन है। हालांकि प्रबल संभावना है कि नौकरी में यह बदलाव आपकी अपेक्षा के अनुरूप ना हो।
  • इस राशि के व्यापार से जुड़े जातकों को उच्च लाभ प्राप्त करने के लिए अभी कुछ इंतजार करना पड़ सकता है। इसके अलावा इस दौरान आपके नुक्सान की भी आशंका प्रबल बनती नजर आ रही है। ऐसे में पैसों के लेन-देन में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
  • आपको भाग्य का साथ नहीं प्राप्त होगा। ऐसे में जीवन में कुछ उठापटक रहने की आशंका है।
  • इसके अलावा इस समय अवधि में कर्क राशि के जातकों का अपने बड़ों और जीवन साथी के साथ रिश्ते में भी कुछ समस्याओं से भी दो-चार होना पड़ सकता है।

उपायः ‘ॐ नमो नारायण’ का प्रतिदिन 41 बार जाप करें।

सिंह राशि 

सिंह एक उग्र, स्थिर राशि है।

  • बुध दूसरे और एकादश भाव का स्वामी है और अष्टम भाव में स्थित है।
  • इस दौरान आपके जीवन में काम का बोझ ज्यादा रहने वाला है। साथ ही मुमकिन है कि इस दौरान आप अपने करियर से ज्यादा संतुष्ट भी ना हो।
  • व्यवसाय क्षेत्र से संबंधित हैं तो इस दौरान आपको ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता दी जाती है। साथही ध्यान रहे कि आप किसी गलत फैसले में पड़ कर अपना नुकसान ना करा लें।
  • अपने जीवनसाथी और बड़े बुजुर्गों के साथ अपने रिश्ते को लेकर आपको सजग रहने की आवश्यकता पड़ेगी। अन्यथा इस दौरान आपका सामंजस्य बिगड़ सकता है।
  • इस अवधि में आपको अपनी आंखों की जांच कराने की भी आवश्यकता पड़ सकती है।

उपायः ‘ॐ नमो नारायण’ का प्रतिदिन 41 बार जाप करें।

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कन्या राशि

कन्या एक सामान्य, स्त्री राशि है।

  • बुध प्रथम और दशम भाव का स्वामी है और सप्तम भाव में स्थित है।
  • करियर पक्ष से आप बेहद संतुष्ट नज़र आएंगे। साथ ही इस दौरान आपको आपकी कड़ी मेहनत के लिए पदोन्नति के भी प्रबल योग बनते नजर आ रहे हैं।
  • व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े जातकों को व्यवसाय के नए अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही विदेश से व्यापार के संदर्भ में भी आपको अच्छे अवसर मिल सकते हैं।
  • प्रेम के लिए समय बेहद ही शानदार रहने वाला है। इस दौरान आपका रिश्ता अगले पड़ाव पर भी पहुँच सकता है। इसके अलावा अपने जीवन साथी के साथ इस समय का आनंद लेने और खूबसूरत पल संजोने के लिए यह एक शानदार समय होगा।

उपायः नारायणीयम का जाप करें।

तुला राशि 

तुला एक पुरुष और वायु तत्व की राशि है।

  • बुध नवम और बारहवें भाव का स्वामी है और छठे भाव में स्थित है।
  • इस समय नौकरी में तेजी देखने के लिए आपको कुछ इंतजार करना पड़ सकता है। साथ ही इस राशि के जातकों के जीवन में काम का अधिक दबाव भी महसूस हो सकता है। ऐसे में आपको प्रभावी ढंग से योजना बनाने की आवश्यकता पड़ेगी।
  • इस राशि के जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र से संबंधित हैं उन्हें लाभ प्राप्त करने के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। साथ ही इस दौरान आपके प्रतिस्पर्धी भी आपको कड़ी चुनौती देते नजर आएंगे।
  • प्रेम के लिहाज से भी समय ज्यादा अनुकूल नहीं रहने वाला है। जो लोग किसी से प्रेम करते हैं उन्हें इस दौरान अपने रिश्ते में मजबूती की कमी खल सकती है।
  • स्वास्थ्य की विशेष देखभाल करने की आवश्यकता पड़ेगी क्योंकि इस दौरान पैरों में दर्द की संभावना बनी रहेगी।

उपायः शुक्रवार के दिन भिखारियों को अन्न दान करें।

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक एक स्त्री और जल तत्व की राशि है।

  • बुध अष्टम और एकादश भाव का स्वामी है और पंचम भाव में स्थित है।
  • इस समय अवधि में इस राशि के जातकों को करियर में तमाम बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। मुमकिन है कि आपकी कड़ी मेहनत के बावजूद आपके वरिष्ठ आपकी सराहना ना करें जिससे आप थोड़े निराश हो सकते हैं।
  • इस राशि के जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हैं उन्हें इस दौरान नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे में कोई भी बड़ा और महत्वपूर्ण फैसला लेने से इस दौरान बचे।
  • वृश्चिक जातकों को अहंकार के कारण जीवन साथी और परिवार के सदस्यों के साथ संबंधों के मुद्दों का सामना करना पड़ सकता है।
  • कंधों में दर्द की भी संभावना हो सकती है।

उपायः मंगलवार के दिन गरीबों और विकलांगों की सेवा करें

धनु राशि 

धनु एक पुरुष और उग्र राशि है।

  • बुध सप्तम और दशम भाव का स्वामी है और चतुर्थ भाव में स्थित है।
  • बुध की स्थिति के परिणाम स्वरूप धनु राशि के जातकों पर नौकरी का दबाव ज्यादा रहने वाला है। साथ ही कड़ी मेहनत करने के बाद भी मुमकिन है कि आपको उचित पहचान ना हासिल हो।
  • व्यापार से जुड़े जातकों के लिए भी यह समय कुछ खास अनुकूल नहीं रहेगा। इस दौरान मुमकिन है कि आपके व्यवसाय से प्रतिस्पर्धा नदारद नजर आए।
  • विचारों में मतभेद के चलते संबंधों में सामंजस्य की कमी देखने को मिलेगी। सलाह दी जाती है कि मतभेद भुलाकर अपने साथी के साथ एडजस्ट करने की कोशिश करें।
  • स्वास्थ्य के संबंध में बात करें तो कोल्ड यानी ठंड से संबंधित परेशानियाँ आपको दिक्कत में डाल सकती हैं।

उपाय: ‘ॐ गुरुवे नमः’ का प्रतिदिन 21 बार जाप करें।

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मकर राशि

मकर एक महिला और पृथ्वी तत्व की राशि है।

  • बुध छठे और नवम भाव का स्वामी है और तीसरे भाव में स्थित है।
  • जिसके परिणाम स्वरूप करियर में विकास में कमी देखने को मिलेगी। साथ ही यदि इस सन्दर्भ में आप लाभ की उम्मीद कर रहे हैं उसमें भी आपको कुछ देरी का सामना करना पड़ सकता है।
  • व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े जातकों को इस दौरान मध्यम फल प्राप्त होंगे। साथ ही इस दौरान आपको कड़ी प्रतिस्पर्धा का भी सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में मकर राशि के जातकों को व्यापार रणनीति में बदलाव करने की आवश्यकता पड़ेगी।
  • धन का प्रवाह कुछ ज्यादा अनुकूल नहीं रहेगा। इस दौरान आपको अधिक खर्च करना पड़ सकता है।
  • संचार की कमी के चलते जीवन साथी के साथ तालमेल में कमी देखने को मिलेगी।

उपाय: ‘ॐ बुधाय नमः’ का प्रतिदिन 21 बार जाप करें।

कुम्भ राशि

कुंभ एक स्त्री और वायु तत्व की राशि है।

  • बुध पंचम और अष्टम भाव का स्वामी है और दूसरे भाव में स्थित है।
  • जिसके परिणाम स्वरूप कार्य के संबंध में सफलता प्राप्त करने के लिए आपके अंदर से दृढ़ संकल्प की कमी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा पेशेवर जीवन में आपको अधिक दबाव का सामना भी करना पड़ सकता है।
  • व्यवसाय से जुड़े जातकों को व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने के लिए उसे उचित तरीके से चलाने की या रणनीति बदलने की आवश्यकता सलाह दी जाती है।
  • धन का प्रवाह मध्यम रहने वाला है।
  • जीवन साथी के साथ रिश्ते में अहंकार से जुड़े मुद्दे खड़े हो सकते हैं। जिसके चलते आपके जीवन में ना चाहते हुए भी विवाद की स्थिति देखने को मिलेगी।

उपाय: बुधवार के दिन लक्ष्मी नारायण होम करें। 

मीन राशि 

मीन राशि पुरुष और जल तत्व की राशि है।

  • बुध चतुर्थ और सप्तम भाव का स्वामी है और प्रथम भाव में स्थित है।
  • जिसके परिणाम स्वरूप करियर में सफलता प्राप्त करने के लिए आप अपनी बुद्धि का अधिकतम प्रयोग करेंगे जिसे देखकर आपके साथी और सहकर्मी आश्चर्यचकित हो सकते हैं।
  • व्यवसाय से जुड़े जातक इस समय अवधि के दौरान 1 से अधिक व्यवसाय करने और प्रतिस्पर्धीयों के बीच अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहेंगे।
  • धन का प्रवाह शानदार रहने वाला है। साथ ही इस दौरान आपको लाभ भी प्राप्त होगा।
  • रिश्ते के संदर्भ में बात करें तो मीन राशि के जातकों का अपने जीवन साथी के साथ आपसी समझ शानदार देखने को मिलेगी।
  • इसके अलावा इस दौरान आपका स्वास्थ्य भी सुचारू रहने वाला है।

उपायः गुरुवार के दिन भगवान शिव के लिए तेल का दीपक जलाएं।

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