जुलाई महीने शुरुआत में ही दो महत्वपूर्ण और शुभ ग्रहों का एक ही राशि में गोचर से मिथुन राशि में लक्ष्मी नारायण योग का शुभ संयोग बन रहा है। वैदिक ज्योतिष में इस योग को बेहद ही शुभ माना गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि यह योग विशेष तौर पर कुछ राशियों के लिए बेहद ही शुभ रहने वाला है और इस दौरान उन राशियों के धन और वैभव में वृद्धि के प्रबल योग बन रहे हैं।
इन सभी बातों के बारे में विस्तार से जानने से पहले जान लेते हैं मिथुन राशि में बुध ग्रह और शुक्र ग्रह किस तारीख और कौन से समय पर गोचर करने वाले हैं। साथ ही जान लेते हैं बुध और शुक्र ग्रह के शुभ संयोग से बनने वाले लक्ष्मीनारायण योग के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें। इसके अलावा इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपको यह भी बताने जा रहे हैं कि शुक्र और बुध की युति का देश दुनिया पर क्या कुछ प्रभाव पड़ने की संभावना बन रही है।
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मिथुन राशि में बुध-शुक्र गोचर की तिथि समय और अवधि
सबसे पहले बात करते हैं मिथुन राशि में होने वाले बुध ग्रह के गोचर की तो यह महत्वपूर्ण गोचर 2 जुलाई को होने वाला है। बात करें समय और अवधि की तो बुध का मिथुन राशि में गोचर 2 जुलाई, सुबह 9:40 बजे होगा और 17 जुलाई, 2022 की सुबह 12:01 बजे तक यानी कि कर्क राशि में गोचर करने तक इसी राशि में स्थित रहेगा।
इसके बाद मिथुन राशि में शुक्र ग्रह का गोचर 13 जुलाई को होगा। बात करें इस गोचर के समय और अवधि की तो शुक्र का मिथुन राशि में गोचर 13 जुलाई को सुबह 11:01 बजे होगा और 7 अगस्त, 2022 तक यानी कि कर्क राशि में प्रवेश करने तक इसी राशि में स्थित रहेगा।
यानी 13 जुलाई से 17 जुलाई की समय अवधि के दौरान मिथुन राशि में बुध ग्रह और शुक्र ग्रह की युति होने जा रही है जिससे अति शुभ लक्ष्मी नारायण योग का संयोग बनेगा।
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क्या होता है लक्ष्मी नारायण योग?
वैदिक ज्योतिष में लक्ष्मी नारायण योग को एक बेहद ही शुभ योग की श्रेणी में रखा जाता है। यह योग बुध और शुक्र की युति से बनता है। जहां एक तरफ बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क, संवाद, संचार, और चतुरता का कारक ग्रह माना गया है। वहीं भौतिक सुख, वैवाहिक सुख, शोहरत, भोग विलास, कला, सौंदर्य, रोमांस, का कारक शुक्र ग्रह को माना जाता है।
इसके अलावा जहां एक तरफ बुध कन्या और मिथुन राशि के स्वामी है तो वहीं शुक्र वृषभ और तुला राशि के स्वामी माने जाते हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध और शुक्र को मित्र ग्रह का दर्जा प्राप्त है। यानी आपस में इनके संबंध मित्रता पूर्ण होते हैं और जब यह दो ग्रह मिलते हैं तब लक्ष्मीनारायण योग का संयोग बनता है।
लक्ष्मी नारायण योग का सीधा संबंध महालक्ष्मी से जोड़कर देखा जाता है। जब इस योग का निर्माण होता है तो जातकों पर माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा बनने लगती है, जीवन में धन-धान्य में से जुड़ी परेशानियां दूर होने लगती है, और व्यक्ति को सुख समृद्धि और शांति का वरदान प्राप्त होता है। इसके अलावा इस योग के चलते जातकों के आय के 1 से अधिक स्त्रोत होते हैं। बुध और शुक्र की युति से बनने वाले इस अति शुभ योग के चलते जातक जीवन का खुलकर आनंद लेते हैं।
यहां विशेष ध्यान रखने वाली बात यह है कि, जब यह विशेष योग जन्म कुंडली के पंचम भाव में बनता है तो इस से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
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बुध शुक्र युति का देश दुनिया पर क्या पड़ेगा प्रभाव
- ज्योतिष में बुध और शुक्र को मित्र ग्रह का दर्जा प्राप्त है। ऐसे में माना जा सकता है कि इन दोनों ही शुभ ग्रहों की युति से निवेश में फायदा मिलने की संभावना बन रही है।
- साथ ही देश की अर्थव्यवस्था में भी बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
- लोगों को शारीरिक परेशानियों से राहत मिलेगी।
- लेन-देन से फायदा मिलने के भी प्रबल आसार बन रहे हैं।
- इसके अलावा इस दौरान लोग अपने सुख सुविधा और विलासिता से संबंधित चीजों की ज्यादा से ज्यादा खरीदारी करेंगे और अपनी सेहत पर ज्यादा ध्यान देंगे और उसके लिए खर्च भी करते नजर आएंगे।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रभाव बढ़ेगा।
- व्यापार में भी उचित वृद्धि देखने को मिलेगी।
बुध शुक्र युति से इन राशियों के धन और वैभव वृद्धि के प्रबल योग
- मेष राशि
बुध शुक्र युति से मेष राशि के जातकों को अपार लाभ मिलने की संभावना है। इस दौरान आपके संबंध भाई बहनों के साथ अच्छे होंगे और वह आपका हर कदम पर सहयोग करते नजर आएंगे। पेशेवर रूप से यह अवधि आपके लिए शानदार रहेगी। नौकरी ढूंढ रहे जातकों को शुभ समाचार मिल सकता है। साथ ही नौकरी में बदलाव करने के इच्छुक जातकों को भी अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते हैं।
इस राशि के व्यवसायी जातकों को लाभ मिलेगा। माँ लक्ष्मी की कृपा से इस दौरान आपकी संपत्ति या वाहन खरीदने के भी प्रबल योग बन रहे हैं। इस समय अवधि में आपका आर्थिक पक्ष मजबूत नजर आएगा।
- मिथुन राशि
इसके अलावा बुध शुक्र की युति की यह अवधि मिथुन राशि के जातकों के लिए भी शानदार रहेगी। इस दौरान आपकी बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होगी। पेशेवर रूप से बात करें तो यह अवधि विशेष तौर पर व्यवसाई जातकों के लिए बेहद ही शुभ साबित होगी। आपको तमाम लाभ मिलेंगे। इसके अलावा इस राशि के प्रेशर को कोई अनुकूल अवसर प्राप्त हो सकता है। एमएनसी में काम कर रहे जातकों को पदोन्नति के प्रबल योग बन रहे हैं। इसके अलावा प्रेम के लिहाज से भी यह समय बेहद ही शुभ रहने वाला है। आपका आर्थिक पक्ष मजबूत रहेगा। साथ ही आप धन संचित करने में भी कामयाब रहने वाले हैं।
- सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह को धन योग कारक ग्रह कहा जाता है। ऐसे में बुध और शुक्र की युति विशेष रूप से सिंह राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ रहने वाली है। इस दौरान आपकी आय के स्त्रोत में वृद्धि होने की प्रबल संभावना बन रही है। इसके अलावा कहीं निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो उसके लिए भी समय उपयुक्त है। आपको लाभ मिलेगा। व्यापारी जातक, नौकरी पेशा जातकों, को भी शुभ फल प्राप्त होंगे। साथ ही आपका पारिवारिक जीवन बेहद अनुकूल रहेगा। इस दौरान आपके जीवन से तनाव दूर रहेगा और आप अपने जीवन का खुलकर आनंद उठाने में कामयाब रहने वाले हैं।
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- कन्या राशि
बुध शुक्र युति की यह समयावधि कन्या राशि के जातकों के लिए भी शुभ परिणाम लेकर आने वाली है। इस दौरान आपकी बौद्धिक क्षमता में विकास होगा साथ ही आप खुद सुविधाओं की वस्तुओं पर धन खर्च करते नजर आएंगे। समाज में मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी। पेशेवर रूप से अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। खुद का व्यवसाय कर रहे हैं तो आपके व्यवसाय में वृद्धि और लाभ के प्रबल योग बन रहे हैं।
इसके अलावा पारिवारिक जीवन भी शांत, सुखद और सुखमय रहने वाला है। इस दौरान घर के लोगों के बीच प्रेम और सौहार्द बढ़ेगा जिससे आपके जीवन में खुशियां बनी रहने वाले हैं। गुप्त स्त्रोत से धन लाभ के भी योग बन रहे हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो यह अवधि आपके लिए बेहद ही खास रहने वाली है।
- कुम्भ राशि
बुध शुक्र की युति कुंभ राशि के जातकों के प्रेम जीवन, आर्थिक जीवन, पारिवारिक जीवन, और पेशेवर जीवन, यानि हर एक मोर्चे पर शुभ परिणाम लेकर आएगी। इस दौरान आपके और आपके प्रेमी के बीच का रिश्ता मजबूत बनेगा। इस राशि के जो जातक शोध विषयों का अध्ययन कर रहे हैं, पीएचडी कर रहे हैं उन्हें भी लाभ मिलेगा। पेशेवर जातकों को मान, सम्मान, प्रसिद्धि, और प्रमोशन के योग बन रहे हैं।
इसके अलावा व्यवसाई जातकों को भी लाभ मिलने की प्रबल संभावना बन रही है। कुंभ राशि के जो जातक शेयर मार्केट, स्टॉक मार्केट, से जुड़े हैं उनके लिए यह गोचर की अवधि अनुकूल रहेगी। इसके अलावा यदि आप निवेश की योजना बना रहे हैं तो उसके लिए समय एकदम अनुकूल है। आपको सकारात्मक फल की प्राप्ति हो सकती है। इसके अलावा आर्थिक दृष्टिकोण से बात करें तो बुध शुक्र युति की यह अवधि आपको एक से अधिक स्रोतों से कमाई का जरिया प्रदान करने में सहायक रहेगी।
इन उपायों से करें बुध-शुक्र को मजबूत
- नियमित रूप से भगवान गणेश की पूजा करें। ऐसा करने से बुध ग्रह मजबूत होगा।
- बुध ग्रह से संबंधित मंत्रों का स्पष्ट उच्चारण पूर्वक जाप करें।
- इसके अलावा किसी विद्वान ज्योतिषी से परामर्श करके आप पन्ना रत्न भी धारण कर सकते हैं। यहां विशेष ध्यान रखें कि कुंडली दिखाकर ही पन्ना धारण करें और प्रमाणिक पन्ना रत्न धारण करने से ही शुभ फल की प्राप्ति होगी।
- सफेद वस्तुओं जैसे चंदन, चावल, दही, शक्कर, का दान करें।
- शुक्रवार के दिन चीटियों को आटा खिलाएं।
- शुक्र से संबंधित मंत्रों का जाप करें और शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए शुक्रवार के दिन व्रत रखें।
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