हर माह आने वाले मासिक प्रदोष व्रत को विशेष रूप से हिन्दू धर्म में ख़ासा महत्वपूर्ण माना जाता है। हमारे धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बुधवार के दिन विशेष रूप से आने वाले प्रदोष व्रत को बुध प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है। बता दें कि हर माह के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। आज बुधवार होने की वजह से बुध प्रदोष व्रत का संयोग बना है। हमारी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज का दिन विशेष रूप से बच्चों के लिए बेहद लाभदायक माना जाता है। आइये जानते हैं बुध प्रदोष व्रत के महत्व और इस दिन से जुड़े मुख्य तथ्यों को।
बुध प्रदोष व्रत का महत्व
प्रदोष व्रत के दिन मुख्य रूप से शिव जी की पूजा आराधना की जाती है। बुध प्रदोष व्रत को अन्य प्रदोष व्रत की तुलना में काफी प्रभावशाली माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से शिव जी की पूजा शाम के समय सूर्य डूबने के पौने घंटा पहले और डूबने के पौने घंटा बाद तक की जा जाती है। बुध प्रदोष का व्रत रखकर आप मुख्य रूप से जीवन में आने वाली सभी मुसीबतों से निजात पा सकते हैं, खासकरके विभिन्न प्रकार के रोगों से, ग्रह दोषों से और पारिवारिक कलहों से। बता दें कि कुंडली में मौजूद बुध दोष के अशुभ प्रभाव को ख़त्म करने के लिए आज के दिन व्रत रखना ख़ासा लाभकारी साबित हो सकता है। बुध प्रदोष व्रत को बच्चों के लिए विशेष लाभकारी माना जाता है। इस दिन बच्चों को बुद्धि का वरदान भगवान् शिव से मिल सकता है। इसके साथ ही विभिन्न रोगों से मुक्ति पाने के लिए बुध प्रदोष व्रत को ख़ास माना जाता है।
आज इन नियमों का करें पालन, बच्चों को मिलेगा विशेष आशीर्वाद
- बच्चों के लिए इस दिन को लाभकारी बनाने के लिए, आज के दिन परिवार के बड़े-बुजुर्गों द्वारा बच्चों से पुस्तकें और हरी चीज़ें दान करवाना महत्वपूर्ण माना जाता है।
- बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए आज के दिन अपने बच्चों के हाथ से मिश्री और तुलसी के पत्ते विष्णु जी को अर्पित कराएं।
- इस दिन को बच्चों के लिए महत्वपूर्ण बनाने के लिए “ॐ सद्बुद्धि प्रदाये नमः” मंत्र का करीबन 21 बार जाप करें और तुलसी का पत्ता बच्चों को प्रसाद स्वरुप खिलाएं।
- माना जाता है कि ऐसा करने से बच्चों की बुद्धि में इजाफ़ा होता है और वो कभी गलत रास्ते पर नहीं जाते।
बीमारियों से निजात पाने के लिए आज के दिन करें विशेष उपाय
- यदि आप किसी बीमारी से निजात पाना चाहते हैं तो बुध प्रदोष व्रत के दिन खासतौर से लाल रंग के भगवान् गणेश की स्थापना करें।
- चूँकि बुधवार का दिन गणेश जी का दिन भी माना जाता है इसलिए आज विशेष लाभ पाने के लिए गणेश जी को दूर्वा अर्पित करना कल्याणकारी माना जाता है।
- आज शाम के समय विशेष रूप से विधि पूर्वक शिव जी की पूजा अर्चना करें और शिवलिंग पर जल और कुश चढ़ाएं।
- प्रदोष काल में शिव जी की पूजा करें और उनके सामने तिल के तेल का एक चार मुख वाला दीया जलाएं।