बुध देव का मिथुन राशि में गोचर, जानें प्रभाव

वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि के देवता की उपाधि प्राप्त है। ऐसे में जिस भी जातक की कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति दुर्लब हो तो, उसे जीवनभर कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, परंतु कुंडली में बुध का बलवान होना जातक को जीवन में कई लाभ देने का कार्य करता है। यही मुख्य कारण है कि बुध देव का स्थानपरिवर्तन, हर एक जातक के जीवन को अलग-अलग प्रकार से प्रभावित करता है। 

सभी ग्रहों में से यूँ तो बुध सबसे छोटे ग्रह होते है, लेकिन इन्हे सूर्य देव के सबसे निकट होने के चलते समस्त ग्रहों में विशेष महत्वपूर्ण ग्रह के रूप में देखा जाता है। इन्हे मिथुन और कन्या राशि का स्वामित्व प्राप्त होता है। साथ ही बुध देव को बुद्धि, तर्क, संवाद, गणित, चतुरता और मित्र का कारक माना गया है।

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बुध के गोचरकाल की अवधि 

बुद्धि, वाणी और तर्क शक्ति के कारक ग्रह बुध, 26 मई, 2021 बुधवार को सुबह 7:50 बजे अपने मित्र शुक्र की राशि वृषभ से निकलकर, अपनी ही राशि मिथुन में गोचर करते हुए 3 जून, 2021 को 3 बजकर 46 मिनट तक इसी स्थिति में रहेगा और इसके बाद प्रतिगामी होकर वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएगा। ऐसे में बुध के इस संचरण का प्रभाव सभी राशियों पर तो पड़ेगा, लेकिन विशेषरूप से वृषभ, मिथुन, सिंह, कन्या, कुंभ और मीन राशि के जातकों पर इसका प्रभाव अधिक देखने को मिल सकता है। तो चलिए अब जानते हैं हर राशि पर बुध के मिथुन राशि में गोचर का प्रभाव।  

आइये अब हर राशि के मुताबिक जानते है कि बुध के इस राशि परिवर्तन से क्या होगा आपकी राशि पर असर:-

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यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष

मेष राशि के जातकों के लिए, बुध तीसरे और छठे घर का स्वामी है और संचार, बिक्री, छोटे भाई-बहनों, साहस, छोटी यात्राओं आदि के तृतीय घर में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान इस राशि के जातक…आगे पढ़ें

वृषभ

वृषभ राशि के जातकों के लिए, बुध द्वितीय और पांचवें घर का स्वामी है और संचार, धन और परिवार के दूसरे घर में स्थानांतरित हो रहा है। इस गोचर के दौरान इस राशि के जातक…आगे पढ़ें

मिथुन

मिथुन राशि के जातकों के लिए, बुध प्रथम और चतुर्थ घर का स्वामी है और यह आपके प्रथम भाव में गोचर कर रहा है। इस दौरान आप मानसिक रूप से मजबूत रहेंगे। आप इस समय…आगे पढ़ें

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कर्क

कर्क चंद्र राशि के लिए, बुध तीसरे और बारहवें घर का स्वामी है और यह आपके विदेशी लाभ, व्यय और परिवर्तनों के द्वादश भाव में गोचर कर रहा है। इस अवधि के दौरान…आगे पढ़ें

सिंह

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध द्वितीय और एकादश भाव का स्वामी है और यह आपके लाभ, इच्छाओं, आय आदि के एकादश भाव में गोचर कर रहा है। इस पारगमन के दौरान इस राशि के जातक…आगे पढ़ें

कन्या

जिन जातकों की चंद्र राशि कन्या है उनके  लिए, बुध पहले और दसवें घर का स्वामी है और करियर और पेशे के दशम भाव में ही इसका गोचर हो रहा है। इस गोचर के दौरान आपके अंदर…आगे पढ़ें

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तुला

तुला राशि के जातकों के लिए, बुध नवम और द्वादश भाव का स्वामी है और भाग्य, प्रेम, विश्वास, आध्यात्मिकता और उच्च शिक्षा के नवम भाव में गोचर कर रहा है। इस अवधि के दौरान…आगे पढ़ें

वृश्चिक

वृश्चिक राशि जातकों के लिए, बुध आपके आठवें और ग्यारहवें घर का स्वामी है और अचानक हानि, अचानक लाभ, विरासत, अनुसंधान, पुरानी बीमारी आदि के अष्टम भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान…आगे पढ़ें

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धनु

धनु राशि के जातकों के लिए, बुध सातवें और दसवें घर का स्वामी है, और शादी और साझेदारी के  सातवें घर में स्थानांतरित हो रहा है। इस गोचर के दौरान इस राशि के जातकों के…आगे पढ़ें

मकर

मकर राशि के जातकों के लिए, बुध षष्ठम और नवम भाव का स्वामी है और प्रतिस्पर्धा, दुश्मनों. बीमारियों के छठे घर में इसका गोचर हो रहा है। कार्यक्षेत्र में आप…आगे पढ़ें

कुंभ

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह पंचम और अष्टम  घर का स्वामी है। वर्तमान में बुध ग्रह प्यार, रोमांस और संतान के पंचम भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान कुंभ राशि के जातकों की…आगे पढ़ें

मीन

मीन चंद्र राशि के जातकों के लिए, बुध चतुर्थ और सप्तम भाव का स्वामी है और यह सुख, माता, गृह, विलासिता और आराम के चतुर्थ भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान…आगे पढ़ें

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