बुध का कन्या राशि में गोचर: इस महीने प्यार के मामले में ये राशियों के जातक रहेंगे भाग्यशाली!

ज्योतिष में बुध के गोचर का विशेष महत्व है। यह ग्रह 14, 15 दिनों में राशि परिवर्तन करते हैं। इसी क्रम में बुध अक्टूबर की शुरुआत में ही गोचर करने जा रहे हैं। बुध ग्रह को बुद्धि का कारक ग्रह माना गया है। ऐसे में बुध का यह अहम गोचर मेष से लेकर मीन राशियों तक सभी को नकारात्मक व सकारात्मक दोनों प्रकार से प्रभावित करेगा। तो आइए एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में जानते हैं कि बुध का कन्या राशि में गोचर सभी 12 राशि के जातकों पर कैसा प्रभाव डालेगा और इसके अशुभ प्रभावों से बचने के क्या उपाय हैं। सभी जानकारी के लिए ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़ें।

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बुध का कन्या राशि में गोचर: समय और तिथि

तर्क, बुद्धि, और विद्या का कारक ग्रह बुध 01 अक्टूबर, 2023 की शाम 08 बजकर 29 मिनट पर अपनी ही स्वामित्व वाली राशि कन्या में गोचर करने जा रहे हैं। यह बुध की राशि है और यह बुध उच्च का हो जाएगा। बुध के लिए यह स्थान सबसे बेहतर माना जाता है। कन्या राशि की बात करें तो, यह एक दोहरे स्वभाव की राशि है और राशि चक्र की छठी राशि होती है। यहां बुध की ऊर्जा व्यक्ति को विवेकशील मन और व्यावहारिक दृष्टिकोण प्रदान करती है। इसके प्रभाव से व्यक्ति के अंदर सीखने का गुण विकसित होता है और वह बातचीत में प्रभावशाली होता है। बुध के कन्या राशि में गोचर के दौरान दूरसंचार और व्यापार में वृद्धि होने की संभावना रहती है। आइए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं ज्योतिष में बुध ग्रह का क्या महत्व है।

ज्योतिष में बुध ग्रह का महत्व

बुध सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह है और इन्हें ग्रहों का राजकुमार माना जाता है। बुध ग्रह सूर्य के सबसे अधिक निकट है। यह दिस्वाभावक ग्रह है इसलिए यह शुभ और अशुभ दोनों तरह के परिणाम देते हैं अर्थात ग्रहों की संगति के अनुरूप ही यह फल प्रदान करते हैं। ज्योतिष में बुध को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। गुरु, शुक्र और चंद्रमा के साथ युति करने पर बुध शुभ फल देते हैं और वहीं क्रूर ग्रह जैसे- मंगल, केतु, शनि, राहु व सूर्य के साथ बुध नकारात्मक परिणाम प्रदान करते हैं।

बुध ग्रह को मिथुन और कन्या राशि का स्वामित्व प्राप्त है। कन्या इनकी उच्च राशि भी है जबकि मीन इनकी नीच राशि मानी जाती है। 27 नक्षत्रों में बुध को अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती नक्षत्र का स्वामित्व प्राप्त है। बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क, संवाद, गणित और मित्र का कारक माना जाता है। सूर्य और शुक्र, बुध के मित्र हैं जबकि चंद्रमा और मंगल इनके शत्रु ग्रह हैं। यदि बुध किसी भी व्यक्ति की कुंडली में शुभ स्थिति में विराजमान हो तो व्यक्ति अधिक ज्ञानी होता है और उसे हर क्षेत्र में अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं। इसके विपरीत यदि कुंडली में बुध की स्थिति कमज़ोर हो तो जातक को कोई भी निर्णय लेने में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

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कन्या राशि में बुध ग्रह का प्रभाव

कन्या राशि में बुध के प्रभाव से जातक बुद्धिमान होता है और इनकी संवाद शैली बेहतर होती है। ये व्यक्ति चिकनी-चुपड़ी बातें करने में रुचि नहीं रखते हैं और बातों को सीधी तरह से कहना पसंद करते हैं। बुध व्यक्ति को मजबूत संचार कौशल प्रदान करता है, इसलिए ये जातक लेखन के क्षेत्र में अच्छा करियर बनाने में सक्षम होते हैं। ये गणित के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं। इसके अलावा, ये जीवन में ज्योतिषी, अकाउंटेंट, शिक्षक आदि के रूप में अच्छा करते हैं। व्यावसायिक जीवन में सफल होने और आर्थिक स्थिति में सुधार करने के लिए ये लोग अपने तकनीकी कौशल और शिक्षा का बेहतर तरीके से उपयोग करते हैं।

इनके स्वभाव की बात करें तो ये कठोर, उदार, विनम्र होते हैं और हर चुनौतियों को पार करने में सफल होते हैं। ये लोग अपने लक्ष्‍य को लेकर केंद्रित होते हैं और जब तक उसे पूरा न कर लें पीछे नहीं हटते हैं। ये जातक बड़ी चालाकी से एक समय में कई काम संभाल लेते हैं। इसके अलावा, ये गलतियां ढूंढने में माहिर होते हैं लेकिन अच्छी बात यह है कि ये खुद को दूसरों पर थोपते नहीं हैं। बुध के प्रभाव से ये जातक लंबे समय तक किसी से नाराज़ नहीं रह सकते हैं। कई बार ये बहुत जल्‍दी नर्वस हो जाते हैं। कार्यक्षेत्र में आप अपने काम को काफी सीक्रेट रखना पसंद करते हैं क्योंकि ये नहीं चाहते कि दूसरे इनके काम में पड़ें। साथ ही, ऐसे व्यक्ति हर कार्यों को परफेक्ट तरीके से करना पसंद करते हैं।

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कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होने के संकेत

ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह बिजनेस, बुद्धि, वाणी आदि का कारक है और यदि बुध की स्थिति कुंडली में मजबूत हो तो जातक को सभी क्षेत्रों में खूब तरक्की मिलती है। आइए जानते हैं बली बुध के क्या संकेत हैं:

  • बुध ग्रह मजबूत होने पर नौकरी में तरक्की मिलती है। जातक कार्यक्षेत्र में खूब मान-सम्मान व प्रतिष्ठा हासिल करता है।
  • बली बुध के फलस्वरूप जातक की वाणी में मधुरता देखने को मिलती है। वह अपनी वाणी से हर किसी को आकर्षित करने में सक्षम होता है।
  • यदि किसी जातक की जन्म कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होता है तो जातक हाज़िर जवाबी होता है।
  • बली बुध व्यक्ति को कुशाग्र बुद्धि का बनाता है।
  • इसके अलावा व्यक्ति गणित विषय में अच्छा करता है। व्यक्ति की गणना करने की शक्ति तीव्र होती है। ऐसे जातक इन सभी विषयों को तार्किक दृष्टि से देखते हैं। इसके अलावा, वाणिज्य और क़ारोबार में भी व्यक्ति सफल होता है। 
  • बुध की कृपा जिस व्यक्ति पर होती है, वह एक अच्छा वक्ता बनता है। संवाद और संचार के क्षेत्र में व्यक्ति अग्रणी भूमिका निभाता है।
  • बुध ग्रह का संबंध वाणिज्य, लेखन, एंकरिंग, वकील, पत्रकारिता, कथा वाचक, प्रवक्ता से है। ऐसे में, मजबूत बुध के फलस्वरूप जातक इन सभी क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करता है।

कुंडली में बुध की कमज़ोर स्थिति के संकेत

बुध ग्रह जब दुर्बल होता है तो यह कई तरह के संकेत देता है। आइए जानते हैं कुंडली में बुध की कमज़ोर स्थिति के संकेत:

  • यदि व्यक्ति बातचीत करने में हकलाता है या लोगों के समक्ष अपनी बात सही प्रकार से नहीं रख पाता है, तो यह कुंडली में बुध की कमज़ोर स्थिति के संकेत है।
  • यदि आपके बाल तेजी से झड़ने लगें और आपके अंगुलियों के नाखून टूटने लगें तो समझ लें कि बुध कमजोर है।
  • करियर में लगातार असफलताएं और चुनौतियां मिल रही हों या बिजनेस में हानि उठाना पड़ रहा हो तो यह कमजोर बुध के संकेत हैं।
  • यदि आपका अपने दोस्तों व परिजनों से बार-बार वाद विवाद हो रहा है और आपके संबंध खराब हो रहे हैं तो यह भी कुंडली में बुध की कमजोर स्थिति का कारण मानी जाती है।
  • महिला रिश्तेदारों जैसे मौसी, बहन, बुआ आदि से रिश्ते खराब होने लगे तो यह भी यह खराब बुध की निशानी है।
  • पीड़ित बुध के कारण व्यक्ति पर झूठे आरोप लगने लगते हैं और समाज में मान सम्मान को हानि पहुंचती है।
  • कुंडली में बुध के नकारात्मक प्रभाव के कारण जातक को बोलने में समस्या, नसों में पीड़ा, बहरापन, जीव, मुख, गले तथा नाक से संबंधित रोग, चर्म रोग, अत्यधिक पसीना आना, तंत्रिका तंत्र में परेशानी आदि का सामना करना पड़ता है।
  • पीड़ित बुध के प्रभाव से व्यक्ति को क़ारोबार में हानि होती है और व्यक्ति के जीवन में दरिद्रता आती है।

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बुध के अशुभ प्रभाव से बचने के उपाय

कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कुछ उपाय बताए गए हैं। इन उपायों को करने से आप बुध के बुरे प्रभावों से खुद को बचा सकते हैं। आइए जानते हैं कि कुंडली में बुध की स्थिति को मजबूत करने के उपाय:

चौड़े पत्ते वाला पौधा लगाएं

बुध के अशुभ प्रभाव से मुक्ति पाने के लिए घर में चौड़े पत्ते वाले पौधे लगाएं। घर के मुख्य द्वार पर पंचपल्लव का तोरण- पीपल, गूलर, अशोक, आम और वट आदि बुध प्रभाव से बचा जा सकता है।

पन्ना रत्न करें धारण

बुध देव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए जातक को पन्ना या मरगज का रत्न धारण करना चाहिए। ध्यान रखें कि इन्हें धारण करने से किसी ज्योतिषी की राय जरूर ले लेनी चाहिए उसके बाद ही कोई रत्न धारण करें।

बुधवार का व्रत रखें

हिंदू मान्यताओं के अनुसार, बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है। बुध दोष से छुटकारा पाने के लिए 11 या 21 बुधवार के दिन व्रत रखें और भगवान गणेश की विधि-विधान करते हुए बुध के बीज मंत्र का जाप करें। बीज मंत्र- ‘ऊँ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:’।

यज्ञ व हवन करें

बुध दोष से मुक्ति पाने के लिए घर पर यज्ञ व हवन करवाएं और इसके बाद किसी गरीब ब्राह्मण को हरे रंग की चीजों का दान करें।

हरे रंग के वस्त्र पहनें

इसके अलावा, संभव हो तो बुधवार के दिन हरे रंग के कपड़े पहनें या हरे रंग का रुमाल अपने पास रखें क्योंकि हरा रंग बुधदेव को अति प्रिय है। 

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बुध का कन्या राशि में गोचर: सभी 12 राशियों पर अच्छे व बुरे प्रभाव!

मेष राशि

बुध का कन्या राशि में गोचर आपके लिए ज्यादा अनुकूल नहीं साबित होगा। साथ ही इस दौरान… (विस्तार से पढ़ें) 

वृषभ राशि

बुध का यह गोचर वित्त और समग्र कल्याण के संबंध में जातकों को अच्छा विकास प्रदान करने वाला माना जाता है। अगर आप…(विस्तार से पढ़ें) 

मिथुन राशि

बुध का कन्या राशि में गोचर के चलते आप अपने जीवन में सभी भौतिक सुख सुविधाएं प्राप्त करने और…(विस्तार से पढ़ें) 

कर्क राशि

बुध का कन्या राशि में गोचर के दौरान कर्क राशि के जातकों को औसत लाभ प्राप्त होने की संभावना है। आपको…(विस्तार से पढ़ें) 

सिंह राशि

बुध का कन्या राशि में गोचर के चलते सिंह राशि के जातक अच्छा पैसा कमाएंगे और अपनी इच्छाओं की पूर्ति करते नजर आएंगे। इसके साथ…(विस्तार से पढ़ें) 

कन्या राशि

बुध का कन्या राशि में गोचर के चलते कन्या राशि के जातकों को अपने भविष्य और समृद्धि के बारे में चिंता सता सकती है। आपके जीवन…(विस्तार से पढ़ें) 

तुला राशि

बुध का कन्या राशि में गोचर के परिणाम स्वरूप इस राशि के जातकों को अपने भविष्य और समृद्धि के बारे में चिंता सता सकती है…(विस्तार से पढ़ें) 

वृश्चिक राशि

बुध का कन्या राशि में गोचर के परिणाम स्वरूप आप अपने जीवन में ज्यादा लाभ प्राप्त करने और ज्यादा बचत करने में कामयाब रहेंगे। आप…(विस्तार से पढ़ें) 

धनु राशि

बुध का कन्या राशि में गोचर के परिणाम स्वरूप इस राशि के जातक कड़ी मेहनत और भाग्य के…(विस्तार से पढ़ें) 

मकर राशि

बुध का कन्या राशि में गोचर के फलस्वरूप इस राशि के जातकों को अपने प्रयासों में ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है…(विस्तार से पढ़ें)  

कुंभ राशि

बुध का कन्या राशि में गोचर के चलते आपको अपने समग्र विकास के बारे में कुछ परेशानियां या चिंताएँ सता सकती हैं…(विस्तार से पढ़ें) 

मीन राशि

बुध का कन्या राशि में गोचर के परिणाम स्वरूप इस अवधि में आप…(विस्तार से पढ़ें) 

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