भगवान का दूत माने जाने वाला बुध ग्रह अपनी फुर्ती और गति के लिए जाना जाता है। बुध ग्रह सूर्य के सबसे करीबी ग्रह होता है और वैदिक ज्योतिष में बुध के नाम से या अंग्रेजी में मरकरी के नाम से जाना जाता है। बुध का अर्थ चतुराई से होता है और यह बुद्धि, वाणी, और हास्य का कारक माना जाता है। कुंडली में अपनी स्थिति के अनुरूप बुध ग्रह अनुकूल और प्रतिकूल दोनों ही तरह के प्रभाव देने के लिए जाना जाता है।
इस ब्लॉग के माध्यम से जानते हैं बुध के धनु राशि में गोचर का सभी राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा, ज्योतिष में बुध ग्रह का और बुध के गोचर का क्या महत्व होता है।
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ज्योतिष में बुध ग्रह
सभी राशियों में मिथुन और कन्या राशि का स्वामित्व बुध ग्रह को प्राप्त है। यह जहां कन्या राशि में उच्च का होता है वहीं मीन बुध की नीच राशि मानी गई है। संचार और बुद्धि का यह ग्रह तकरीबन 25 दिनों की समय अवधि के लिए एक राशि में रहता है और फिर अपना राशि परिवर्तन अर्थात गोचर कर लेता है। बुध ग्रह वाणिज्य, अकाउंट, व्यापार, कंप्यूटर, और बैंकिंग जैसे व्यवसाय का प्रतिनिधित्व करता है। एक व्यक्ति की बातचीत करने की शैली कैसी है यह भी बुध ग्रह पर ही निर्भर होता है।
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह शुभ स्थिति में हो तो ऐसे व्यक्तियों का दिमाग तेज होता है, वह चतुर स्वभाव के होते हैं, और उन्हें जीवन में अच्छी स्थिति प्राप्त होती है। वहीं इसके विपरीत जिन लोगों की कुंडली में बुध ग्रह प्रतिकूल स्थिति में होता है ऐसे व्यक्ति का स्वभाव में अभिमानी और चिडचिडे होते हैं।
बुध का धनु राशि में गोचर: 10 दिसंबर 2021
सूर्य के सबसे निकटतम ग्रह बुध का गोचर 10 सितंबर 2021 को 5 बज कर 53 पर होगा। इसके बाद 29 दिसंबर तक सुबह 11:15 बजे तक बुध ग्रह इसी राशि में रहेगा और फिर अपनी राशि परिवर्तन कर लेगा। बुध का यह गोचर विभिन्न राशि के जातकों के लिए अलग-अलग परिणाम लेकर आएगा।
बुध ग्रह व्यक्ति की त्वचा और तंत्रिका तंत्र जैसे महत्वपूर्ण अंगों का शासक होता है और यह व्यक्ति के अंदर ओबसेशन (किसी चीज का हद से ज्यादा जुनून), त्वचा की समस्या, चक्कर आना, जैसी बीमारियों के लिए जिम्मेदार होता है।
आइए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं बुध के इस गोचर का आपकी राशि पर क्या कुछ प्रभाव देखने को मिलेगा। यहाँ पढ़िए अपना राशि अनुसार विस्तृत गोचर फल।
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बुध गोचर फल
मेष राशि
मेष चंद्र राशि के लिए बुध तीसरे और छठे भाव का स्वामी है और धर्म, भाग्य और किस्मत के नवम भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
वृषभ राशि
वृषभ राशि के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव का स्वामी है और इस दौरान आठवें भाव में गोचर करेगा। यह भाव प्रतिकूलता का प्रतिनिधित्व करता है। इसलिए…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
मिथुन राशि
मिथुन राशि के लिए बुध पहले और चौथे भाव का स्वामी है और साझेदारी, विवाह, व्यापार और आयात-निर्यात के सप्तम भाव में गोचर कर रहा है। सप्तम भाव…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
कर्क राशि
कर्क चंद्र राशि के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव का स्वामी है और ऋण, शत्रु और दैनिक मजदूरी के छठे भाव में गोचर कर रहा है। यह भाव…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
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सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और एकादश भाव का स्वामी है और बुद्धि, विवेक, प्रेम संबंध, जीवन और संतान के पंचम भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान, …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
कन्या राशि
कन्या राशि के लिए बुध प्रथम और दशम भाव का स्वामी है और विलासिता, माता, जीवन में सुख, सुख-सुविधा, वाहन, चल संपत्ति के चतुर्थ भाव में गोचर कर रहा है। बुध का गोचर…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
तुला राशि
तुला राशि के लिए बुध नवम और बारहवें भाव का स्वामी है और सुनने की क्षमता, कंधे, गर्दन और वर्षों के तीसरे भाव में गोचर कर रहा है। इस घर के…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लिए बुध अष्टम और एकादश भाव का स्वामी है और धन, वाणी और परिवार के दूसरे भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
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धनु राशि
धनु राशि के लिए बुध सप्तम और दशम भाव का स्वामी है और आपके प्रथम भाव में प्रवेश करेगा। काम के मोर्चे पर…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
मकर राशि
मकर चंद्र राशि के लिए बुध छठे और नौवें भाव का स्वामी है और हानि, लोकप्रियता, विदेश जाना, अस्पताल में भर्ती,…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
कुम्भ राशि
कुम्भ राशि के लिए बुध पंचम और अष्टम भाव का स्वामी है और इच्छा भाव से एकादश भाव में गोचर कर रहा है। आप अपने धन को…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
मीन राशि
मीन राशि के लिए बुध चौथे और सातवें भाव का स्वामी है और करियर, नाम और प्रसिद्धि के दशम भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
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