साल की शुरुआत में बुध का गोचर होने वाला है। इस दौरान बुध 7 जनवरी, 2024 को धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इससे ठीक कुछ दिनों पहले ही बुध का एक और अहम परिवर्तन हुआ था जिस दौरान बुध वृश्चिक राशि में मार्गी हुए थे। आज अपने इस खास ब्लॉग में हम जानेंगे बुध गोचर से संबंधित कुछ विशेष जानकारियां।
साथ ही जानेंगे कमजोर और बलि बुध के संकेत, प्रभाव और उपाय। साथ ही जानेंगे बुध गोचर का महत्व और जनवरी के महीने में होने वाले इस महत्वपूर्ण गोचर का सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन पर क्या कुछ असर पड़ेगा इसकी जानकारी भी हम आपको इस ब्लॉग के माध्यम से प्रदान करेंगे। तो चलिए बिना देरी के शुरू करते हैं और सबसे पहले जान लेते हैं की बुध का यह अहम परिवर्तन कब होने वाला है।
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बुध गोचर 2024: समय और तिथि
बात करें बुध गोचर 2024 की तो साल 2024 में बुध का पहला गोचर 7 जनवरी 2024 को होने वाला है। इस दौरान बुध धनु राशि में गोचर कर जाएंगे। बात करें समय की तो यह गोचर 20:57 बजे होने वाला है।
बुध गोचर का महत्व और प्रभाव
ग्रहों के राजकुमार बुध का साल की शुरुआत में ही दो हम परिवर्तन हुआ है। पहला परिवर्तन था बुध का मार्गी होना जो की 2 जनवरी को हो चुका है और अब कुछ ही दिनों के अंदर बुध का एक गोचर भी होने वाला है जिस दौरान बुध धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
बात करें बुध के गोचर की तो ज्योतिष में बुध को महत्वपूर्ण ग्रह का दर्जा प्राप्त है। बुध को बुद्धि का देवता कहा जाता है और यह दिस्वाभावक ग्रह है। ज्योतिष के अनुसार बुध से प्रभावित व्यक्ति ज्यादा हंसना, बोलना, मजाक करना पसंद करते हैं। इसके अलावा व्यापार में सफलता के लिए भी कुंडली में बुध का मजबूत होना बेहद आवश्यक होता है। बुध ग्रह व्यक्ति के ग्रहण करने की क्षमता को प्रभावित करता है। इसके साथ ही बुध ग्रह व्यक्ति को किसी भी परिस्थिति में ढलने की कला भी प्रदान करते हैं।
बात करें इसके गोचर की तो सूर्य के सबसे निकटतम ग्रह बुध का गोचर आम तौर पर 23 दोनों का होता है और इस अवधि के भीतर या इस दौरान बुध ग्रह दूसरी राशि में गोचर कर जाते हैं। सभी 27 नक्षत्रों में बुध अश्लेषा, ज्येष्ठा, रेवती नक्षत्र के स्वामी माने गए हैं।
जिन जातकों की कुंडली में बुध मजबूत अवस्था में होता है उनके बातचीत करने की शैली काफी शानदार होती है। साथ ही ऐसे लोग बेहद बुद्धिमान, कूटनीतिक और राजनीतिक कौशल से भरपूर होते हैं।
कमजोर और बली बुध के प्रभाव और लक्षण
जैसा कि, हमने पहले भी बताया कि अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह मजबूत स्थिति में होते हैं तो ऐसे व्यक्तियों की सोचने, समझने की शक्ति, बात करने की कला, शानदार होती है। वहीं इसके विपरीत अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह कमजोर अवस्था में होते हैं तो इसका सीधा नकारात्मक असर व्यक्ति की बुद्धि, सोचने समझने की शक्ति आदि पर पड़ता है।
कमजोर बुध के लक्षणों की बात करें तो,
- अगर किसी व्यक्ति को कोई ऐसा रोग हो जाता है जिसका तुरंत पता नहीं चलता लेकिन भविष्य में उन्हें उससे परेशानी होती है तो यह कमजोर बुध के लक्षण हैं।
- कमजोर बुध का प्रभाव व्यक्ति की सुंदरता पर भी देखने को पड़ता है।
- बिना वजह और बिना समय अगर बाल झड़ने लगे या फिर नाखून कमजोर होकर टूटने या गिरने लग जाए तो यह कमजोर बुध के लक्षण माने गए हैं।
- इसके अलावा अगर आपको कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने में परेशानी होती है, आप आवेश में आकर गलत फैसला लेकर अपना ही नुकसान कर लेते हैं तो यह भी कमजोर बुध के लक्षण में माना जाता है।
- कमजोर बुध व्यापार और नौकरी में नुकसान की वजह बनता है।
- इसके अलावा अगर लाख चाहने के बाद भी आपका आपके घर वालों के साथ रिश्ता अच्छा नहीं बन पा रहा है और लड़ाई और कलह क्लेश हमेशा बने रहते हैं तो यह भी कमजोर बुध के लक्षण हैं।
ऐसी स्थिति में ज्योतिष के जानकार बुध ग्रह से संबंधित कुछ सरल उपाय करने की सलाह देते हैं जिससे आप बुध ग्रह को मजबूत बना सकते हैं। क्या कुछ है यह उपाय आइये जान लेते हैं।
बुध ग्रह को इन सरल ज्योतिषीय उपायों से करें मजबूत
- अपने जीवन में ज़्यादा से ज्यादा हरे रंग शामिल करें क्योंकि बुध का रंग हरा माना गया है।
- सुहागिन महिलाओं को हरी चूड़ियां भेंट करें। ऐसा करने से बुध ग्रह मजबूत बनता है।
- अगर आपके घर में नकारात्मकता बहुत बढ़ गई है तो अशोक के पत्तों का नया तोरण बनाकर इसे घर की दहलीज पर लगाएँ। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है साथी बुध मजबूत भी होता है।
- किन्नरों का कभी भी अपमान ना करें, उनके पैर छूकर आशीर्वाद लें इससे भी बुध ग्रह को मजबूत किया जा सकता है।
- इसके अलावा आप चाहें तो बुध से संबंधित वस्तुएं जैसे हरी घास, साबुत मूंग, काँस के बर्तन, नीले फूल, हरे नीले कपड़े, हाथी के दांत से बनी हुई वस्तुओं का दान करके भी बुध ग्रह को मजबूत बना सकते हैं।
बुध ग्रह से बनने वाले योग: क्या आप यह जानते हैं कि बुध ग्रह से तमाम तरह के शुभ योग बनते हैं जैसे जब सूर्य और बुद्ध की युति होती है तो इससे बुधादित्य राजयोग का निर्माण होता है। वहीं शुक्र और बुध की युति से लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होता है। अगर कुंडली में बुध ग्रह अच्छी स्थिति में होता है तो ऐसे व्यक्ति कई भाषाओं के ज्ञाता बनते हैं। यह अपनी वास्तविक उम्र से कम नजर आते हैं, ऐसे व्यक्तियों का व्यक्तित्व बेहद आकर्षक होता है और ऐसे जातक कारोबार में सफलता पाते हैं।
इस महीने का अगला गोचर: बात करें इस महीने के अगले गोचर की तो 7 जनवरी के बाद अगला गोचर होगा 15 जनवरी को सूर्य का। इस दौरान सूर्य मकर राशि में गोचर कर जाएंगे। सूर्य के गोचर को संक्रांति के नाम से जाना जाता है। ऐसे में सूर्य के मकर राशि में प्रवेश को मकर संक्रांति के नाम से जाना जाएगा। इस गोचर के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहें। हम इसकी जानकारी लेकर भी शीघ्र आपके सामने ब्लॉग पेश करेंगे।
बुध गोचर 2024: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए बुध आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं और बुध का धनु राशि में गोचर…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। बुध का धनु राशि में गोचर…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)
मिथुन राशि
बुध मिथुन राशि के जातकों के लिए लग्न और चौथे भाव के स्वामी हैं। बुध का धनु राशि में गोचर…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए बुध देव आपके बारहवें और तीसरे भाव के स्वामी हैं और बुध का धनु राशि में गोचर…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)
सिंह राशि
सिंह राशि वालों की कुंडली में बुध महाराज धन से जुड़े मामलों को नियंत्रित करते हैं क्योंकि यह …(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध आपके दसवें और लग्न भाव के स्वामी हैं। बुध का धनु राशि में गोचर…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए बुध आपके बारहवें और नौवें भाव के स्वामी हैं। बुध का धनु राशि में गोचर…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में बुध आपके ग्यारहवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। बुध का धनु राशि में गोचर…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)
धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके सातवें भाव और दसवें भाव के स्वामी हैं। बुध का धनु राशि में गोचर…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)
मकर राशि
मकर राशि के जातकों की कुंडली में बुध आपके छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं। बुध का धनु राशि में गोचर…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)
कुम्भ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए बुध महाराज आपकी कुंडली में पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। बुध का धनु राशि में गोचर…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं। बुध का धनु राशि में गोचर…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)
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