बुध अस्त 2023: एस्ट्रोसेज ग्रहों की स्थिति में होने वाले छोटे से छोटे परिवर्तन से आपको अवगत कराता है। इसी क्रम में, बुध 28 फरवरी को कुंभ राशि में अस्त होने जा रहे हैं। जैसे कि हम जानते हैं कि बुध कुंभ राशि में अस्त होंगे और ऐसे में, शनि ग्रह निश्चित रूप से बुध को प्रभावित करेंगे क्योंकि कुंभ शनि देव की राशि है और शनि पहले से इस राशि में मौजूद है। इसके परिणामस्वरूप शनि का प्रभाव लोगों के जीवन को प्रभावित कर सकता है। एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको बुध के कुंभ राशि में अस्त होने से देश और दुनिया पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जानकारी प्रदान करेगा। तो आइये सबसे पहले जानते हैं बुध ग्रह के बारे में।
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ज्योतिष में बुध ग्रह का महत्व
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, बुध को बुद्धि का कारक ग्रह माना जाता है जो कि एक तटस्थ ग्रह हैं। हालांकि, बुध किसी व्यक्ति के गुणों और अवगुणों का भी प्रतिनिधित्व करते हैं और ये कुंडली में अपनी स्थिति के अनुसार मनुष्य को कार्य करने के लिए प्रेरित भी करते हैं। किसी व्यक्ति की याददाश्त, विश्लेषणात्मक क्षमता, सीखने और नई चीज़ों या विचारों को स्वीकारने की क्षमता, तंत्रिका तंत्र, उठने-बैठने का सलीका आदि बुध नियंत्रित करते हैं। यह जातकों में नई-नई चीज़ों को सीखने की इच्छा पैदा करते हैं, साथ ही इंसान को हाज़िर जवाब बनाते हैं। बुध महाराज मनुष्य जीवन के महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे वाणी, तर्क, समझ और रिलेशनशिप आदि को नियंत्रित करते हैं। साथ ही, राशिचक्र की दो राशियों मिथुन और कन्या के स्वामी बुध ही हैं।
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बुध कुंभ राशि में अस्त: समय
बुध 28 फरवरी 2023 की सुबह 08 बजकर 03 मिनट पर कुंभ राशि में अस्त हो जाएंगे। कुंभ बुद्धि और वायु तत्व की राशि है और इस राशि में बुध आरामदायक स्थिति में होते हैं। आपको बता दें कि कुंभ राशिवालों के लिए बुध योगकारक ग्रह भी है लेकिन इनके अस्त होने से बुध के सकारात्मक प्रभावों में कमी देखने को मिल सकती है क्योंकि सूर्य देव के निकटतम अंशों तक आने के बाद इनकी ख़ूबियां कमजोर होने लगती हैं। अब आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं बुध के अस्त होने का देश समेत दुनिया पर कैसा प्रभाव पड़ेगा।
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बुध कुंभ राशि में अस्त: विश्वव्यापी प्रभाव
- बुध के अस्त होने की अवधि के दौरान दुनियाभर में व्यापार पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
- ऐसे में, व्यापार करने वाले जातकों को बिज़नेस बढ़ाने या कारोबार के संबंध में फैसला लेना मुश्किल लग सकता है।
- काल पुरुष कुंडली में ग्यारहवां भाव कुंभ राशि का होता है और ग्यारहवां भाव नेटवर्किंग का प्रतिनिधित्व करता है। इसके परिणामस्वरूप, हमें विभिन्न देशों या सरकारों के बीच आपसी तालमेल की कमी दिखाई दे सकती है।
- भारत की उत्तरी दिशा में स्थित देशों के साथ किये जाने वाला आयात-निर्यात थोड़ा प्रभावित हो सकता है।
- बुध की अस्त स्थिति के दौरान ऑनलाइन बिज़नेस और परिवहन से जुड़े व्यापार जैसे रेल, बस आदि पर नकारात्मक असर दिखाई दे सकता है।
- आईटी या वित्त से जुड़े क्षेत्रों में गिरावट आने की आशंका है।
- जो लोग लेखक, कवि, मीडिया कर्मी या काउंसलर के रूप में काम कर रहे हैं इस दौरान उन्हें अपने आइडियाज दूसरों के सामने रखने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
- इस अवधि में स्टॉक मार्केट में भी गिरावट देखने को मिल सकती है।
- भारत को अपने पड़ोसी देशों की तरफ से बातचीत के साथ-साथ व्यापार में भी प्रतिबंधों से जूझना पड़ सकता है।
- बुध अस्त होने के दौरान राजनेता या कुछ व्यापारी किसी बड़े और महत्वपूर्ण मामले पर टिप्पणी करते हुए नज़र आ सकते हैं और ये टिप्पणी उनकी मुसीबतों को बढ़ा सकती हैं।
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बुध ग्रह से शुभ परिणाम प्राप्त करने के लिए आज़माएं ये उपाय
- पानी में भीगे हुए हरे चने पक्षियों को खिलाएं।
- बुधवार के दिन बुध ग्रह के लिए हवन करें।
- बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए बुध बीज मंत्र का जाप करें।
- शनि देव का आशीर्वाद पाने के लिए शनि बीज मंत्र का जाप करें।
- निर्धन एवं जरूरतमंद लोगों को भोजन कराएं।
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