प्रत्येक मास की त्रयोदशी के दिन प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) किया जाता है। इस महीने प्रदोष व्रत 9 फरवरी 2021 मंगलवार यानी आज के दिन किया जा रहा है। इसे भौम प्रदोष व्रत (Bhaum Pradosh Vrat) भी कहा जाता है क्योंकि यह मंगलवार के दिन पड़ रहा है। प्रदोष व्रत के बारे में ऐसी मान्यता है कि, भगवान शिव को समर्पित यह व्रत जो कोई भी व्यक्ति करता है भगवान शिव (Bhagwan Shiv) उसकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। इसके साथ ही आर्थिक कर्ज से मुक्ति पाने के लिए यह व्रत बेहद ही उत्तम बताया गया है।
भौम प्रदोष व्रत की महिमा और महत्व
प्रदोष व्रत को कई जगहों पर त्रयोदशी व्रत के नाम से जाना जाता है। एक महीने में दो बार आने वाला प्रदोष व्रत पहला कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन मनाया जाता है और दूसरा शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी के दिन मनाया जाता है। इस व्रत में भगवान शिव के साथ मां पार्वती की पूजा का विधान बताया गया है। मान्यता है कि, जो कोई भी व्यक्ति सच्ची श्रद्धा के साथ इस व्रत को पूरा करता है उसे दो गायों के दान जितना फल प्राप्त होता है।
इसके साथ ही यह व्रत अच्छी और निरोगी स्वास्थ्य और लंबी आयु के लिए भी किया जाता है। जो कोई भी व्यक्ति सच्ची निष्ठा और पूरे नियम विधान के साथ प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) करता है भगवान शिव उस व्यक्ति के जीवन से सभी कष्ट और पाप दूर कर देते हैं। भौम प्रदोष (Bhaum Pradosh Vrat) का यह व्रत निर्जला किया जाता है।
भगवान शिव और हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आज अवश्य करें यह उपाय
- भौम प्रदोष व्रत का मतलब होता है प्रदोष व्रत जो मंगलवार के दिन पड़ रहा होगा। मंगलवार हनुमान जी का दिन बताया गया है साथ ही यह मंगल ग्रह से भी संबंधित होता है। ऐसे में जिस भी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष (Mangal Dosh) होता है उसे आज के दिन हनुमान भगवान (Lord Hanuman) को चमेली के तेल में सिंदूर घोल-कर चोला चढ़ाने की सलाह दी जाती है।
- इसके साथ ही आप चाहे तो सुंदरकांड का पाठ भी कर सकते हैं और भगवान को हलवा और पूरी का भोग भी अवश्य लगाएं।
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- आर्थिक परेशानियां दूर करने या कर्ज से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव (Bhagwan Shiv) को आज के दिन लाल मसूर की दाल अर्पित करें।
- इसके अलावा शनि ग्रह के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए भौम प्रदोष व्रत (Bhaum Pradosh Vrat) के दिन यानी आज के दिन उड़द दाल से बनी मिठाई या लड्डू भगवान हनुमान जी को अर्पित करें।
- कुंडली में कमजोर मंगल (Mangal Grah) को मजबूत करने और मंगल ग्रह की क्षमता बढ़ाने के लिए लाल मूँगे से बने गणेश जी का पेंडट धारण करना भी व्यक्ति को फलदाई साबित हो सकता है।
- इसके अलावा यदि दुश्मनों पर विजय प्राप्त करना चाहते हो या जीवन में संकट से मुक्ति पाना चाहते हो तो (Bhaum Pradosh Vrat) भौम प्रदोष व्रत के दिन हनुमान मंदिर में तिकोना ध्वज अर्पित करने की सलाह दी जाती है।
- इसके अलावा क़र्ज़ मुक्ति के लिए आप भौम प्रदोष व्रत के दिन भगवान हनुमान के सामने घी की नौ बाती वाला दीपक जलाकर उनसे कर्ज मुक्ति की प्रार्थना करें।
- मंगल देव के 21 या 108 नामों का जाप करने से भी कर्ज़ मुक्ति की समस्या का हल जल्दी मिलता है।
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प्रदोष व्रत के नियम (Bhaum Pradosh Vrat Niyam)
अब जानते हैं प्रदोष व्रत के दिन व्यक्ति को किन नियमों का पालन करना आवश्यक होता है।
- प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होने की सलाह दी जाती है।
- इस दिन नहा कर भगवान शिव का ध्यान करें और व्रत और पूजा का संकल्प लें।
- भौम प्रदोष का व्रत निर्जला रखा जाता है। ऐसे में इस बात का विशेष ध्यान रखें।
- इस दिन किसी पर भी ऊँची वाणी में बात ना करें और ना ही किसी पर गुस्सा करें।
- प्रदोष व्रत के दिन ब्रह्माचार्य का पालन करने का विधान बताया गया है।
- प्रदोष व्रत के दिन सूर्यास्त से पहले स्नान करें और दोबारा भगवान शिव की पूजा करें।
- प्रदोष व्रत के दिन की जाने वाली पूजा में कुशा से बने आसन का प्रयोग करें।
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