आज यानी 31 मार्च बुधवार के दिन भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जा रहा है। विघ्नहर्ता भगवान गणेश की कृपा पाने के लिए यह व्रत बेहद ही फलदाई माना जाता है। इस वर्ष भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी बुधवार के दिन ही पड़ रही है और सप्ताह में बुधवार का दिन भगवान गणेश को ही समर्पित होता है। ऐसे में इसे शुभ संयोग ही कहा जाएगा और साथ ही भगवान गणेश की कृपा पाने के लिए इससे उत्तम दिन कोई और हो ही नहीं सकता।
इस व्रत से जुड़ी मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि, भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी का व्रत या पूजन करने से व्यक्ति को भगवान गणेश का महा वरदान अवश्य प्राप्त होता है। यदि आप किसी कारणवश व्रत और पूजा नहीं कर सकते हैं तो फिर आज के दिन केवल भगवान गणेश के 12 नामों का स्मरण और स्पष्ट उच्चारण पूर्वक जप करने से आपकी सभी मनचाही मनोकामना अवश्य पूरी होगी।
कहा जाता है कि, भगवान शिव ने भगवान गणेश को यह 12 नाम देकर वरदान दिया था कि जो कोई भी व्यक्ति नियम पूर्वक इन 12 नामों का जाप करेगा उसे कभी भी किसी तकलीफ या परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। साथ ही ऐसे व्यक्तियों के जीवन में सब कुछ शुभ और मंगल ही होगा।
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भालचन्द्र संकष्टी चतुर्थी शुभ मुहूर्त 2021
भालचन्द्र संकष्टी चतुर्थी बुधवार, मार्च 31, 2021 को
संकष्टी के दिन चंद्रोदय – 09 बजकर 39 मिनट
चतुर्थी तिथि प्रारम्भ – मार्च 31, 2021 को 02 बजकर 06 मिनट (दोपहर)
चतुर्थी तिथि समाप्त – अप्रैल 01, 2021 को 10 बजकर 59 मिनट (सुबह)
पद्मा पुराण के अनुसार भगवान गणेश के 12 नाम
यूँ तो भगवान गणेश के अनेकों नाम हैं लेकिन इन सब में सबसे प्रसिद्ध नाम हैं: सुमुख, एकदंत, कपिल, गजकर्णक, लंबोदर, विकट, विघ्न नाशक, विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचंद्र और गजानन
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जीवन की कोई भी परेशानी या नौकरी से संबंधित परेशानियों को दूर करने के लिए आज अवश्य करें ये उपाय
- भगवान गणेश को लाल गुलाब या लाल गुड़हल के 27 फूल अवश्य अर्पित करें।
- यदि नौकरी से संबंधित कोई समस्या है या प्रमोशन रुक जा रहा है या प्रमोशन की आस है तो अपने काम वाली जगह पर भगवान गणेश की पीली रंग की तस्वीर लगाएं और रोज़ाना पूजा करें।
- इस दिन भगवान गणेश की पूजा करें और स्पष्ट उच्चारण पूर्वक जप करें, ॐ नमो भगवते गजाननाय मंत्र का जाप करें।
- इस दिन की पूजा में भगवान गणेश को पीला मोदक अवश्य अर्पित करें।
- घर के उत्तर दिशा में भगवान गणेश और लक्ष्मी की साथ में एक तस्वीर लगाएं। इस तस्वीर पर प्रतिदिन गुलाब और पीले रंग के फूल अर्पित करें।
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