मनुष्य न जाने कब से सपने देखता आ रहा है। हमें पौराणिक कथाओं और किंवदंतियों में भी सपनों का जिक्र

मनुष्य न जाने कब से सपने देखता आ रहा है। हमें पौराणिक कथाओं और किंवदंतियों में भी सपनों का जिक्र
सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए सावन का महीना श्रद्धा और भक्ति का महीना होता है। वे इस पूरे मास
महादेव को सफेद रंग बेहद प्रिय है। यही वजह है कि उनकी पूजा में ज़्यादातर सफेद पुष्पों का ही इस्तेमाल
सनातन धर्म में सावन का महीना बेहद पवित्र माना जाता है। दुनिया भर के सनातन धर्म के अनुयायी इस पूरे
जैसा की आप सभी जानते हैं कि सावन के पवित्र माह की शुरुआत हो चुकी है। हिन्दू धर्म में सावन
जिस तरह सावन महीने का महादेव के सभी भक्त बेसबरी से इंतजार करते रहते हैं। वैसे ही भगवान श्री कृष्ण
हिन्दू पंचांग का पांचवा महीना सावन, बस एक महीना भर नहीं है। ये उन लाखों-करोड़ों सनातन धर्म के अनुयायियों के
सावन का महीना विशेष रूप से भगवान शिव को अर्पित होता है। इस महीने की शुरुआत होते ही भगवान शिव
आषाढ़ महीने की शुरुआत होते ही महादेव के भक्तों के अंदर उत्साह फूट पड़ता है क्योंकि इस महीने के बाद
संत कबीर ने कहा था : गुरु गोबिंद दोऊ खड़े, काके लागूं पांय। बलिहारी गुरु आपने। गोबिंद दियो बताय॥ अर्थात