सौरमंडल के सभी नौ ग्रहों में से सूर्य देव को ग्रहों का राजा माना गया है। ये समस्त संसार के

सौरमंडल के सभी नौ ग्रहों में से सूर्य देव को ग्रहों का राजा माना गया है। ये समस्त संसार के
ज्योतिष में समस्त भौतिक व सांसारिक सुखों के कारक ग्रह शुक्र अस्त होने जा रहे हैं। शुक्र तारा 15 सितंबर
ज्योतिष में समस्त ग्रहों में से बुध का स्थान बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है इसलिए ही उनका प्रत्येक गोचर के
हिंदू संस्कृति में भगवान गणपति की पूजा करने का विशेष महत्व है। भगवान भोलेनाथ से मिले वरदान के कारण उन्हें
वैसे तो हर इंसान के जीवन में कई छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन आप देखते होंगे कि कुछ लोगों
वैदिक ज्योतिष में जिस प्रकार बृहस्पति को देवताओं के गुरु की उपाधि प्राप्त है, ठीक उसी प्रकार शुक्र को दैत्यों
ज्योतिष विज्ञान की ही बेहद उन्नत शाखा है सामुद्रिक शास्त्र। जिसमें किसी भी जातक के शरीर के चिन्हों जैसे अंगों
बुद्धि के देवता बुध ग्रह को सौरमंडल के समस्त ग्रहों में राजकुमार की उपाधि प्राप्त है। बुध के कारण ही
सनातन धर्म की मानें तो हममे से बहुत से लोग अपनी श्रद्धा-भक्ति और क्षमता के अनुसार भगवान का पूजन करते
समस्त ग्रहों के राजा और जगत की आत्मा कहे जाने वाले सूर्य देव का हमेशा से ही मनुष्य पर विशेष