सनातन धर्म में शुभ मुहूर्त को काफी महत्व दिया जाता है। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में यदि कोई अच्छा काम या मांगलिक कार्य या फिर कोई नया कार्य शुरू किया जाए तो इसमें व्यक्ति को सफलता अवश्य मिलती है। यही वजह है कि जहां एक तरफ मॉडर्न युग में लोग इस परंपरा को धीरे-धीरे भूलते जा रहे हैं वहीं हमारे बड़े बुजुर्ग आज भी इसका पालन करते हैं और किसी भी शुभ कार्य से पहले विद्वान ज्योतिषी या पंडित से शुभ मुहूर्त की जानकारी लेकर ही कदम आगे बढ़ाते हैं।
आज अपने इस खास ब्लॉग में हम जानेंगे अगस्त के महीने के कुछ बेहद ही शुभ मुहूर्त और भाग्यशाली दिनों की जानकारी। साथ ही जानेंगे शुभ मुहूर्त की गणना कैसे की जाती है और साथ ही शुभ मुहूर्त से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां भी हम आपको यहां प्रदान करेंगे।
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शुभ मुहूर्त क्या होता है?
सबसे पहले बात करें शुभ मुहूर्त की तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुभ मुहूर्त उस समय को कहा जाता है जब सौरमंडल में ग्रह नक्षत्रों की स्थिति कुछ इस प्रकार होती है कि वह जातक को कार्य करने में सफलता प्रदान करती हैं। यही वजह है कि लोग आज भी किसी भी बड़े या मांगलिक कार्य के लिए, शुभ मुहूर्त का चयन अवश्य करते हैं।
शुभ मुहूर्त निकालने के लिए कोई भी विद्वान ज्योतिषी ग्रह नक्षत्रों की स्थिति की गणना के आधार पर ही समय निकालते हैं। कहा जाता है शुभ मुहूर्त में यदि काम किया जाए तो व्यक्ति को सफलता अवश्य मिलती है और वह काम बिना समस्या के पूरा होता है और हमें उस कार्य का आजीवन शुभ फल प्राप्त होता है।
बात करें इसके महत्व की तो सरल भाषा में समझाएं तो कोई भी कार्य व्यक्ति सफलता प्राप्त करने या अपने जीवन में समृद्धि प्राप्त करने के लक्ष्य से ही करता है। ऐसे में माना जाता है कि हमें यह सफलता और समृद्धि तभी प्राप्त होती है जब हम यह कार्य ग्रह नक्षत्रों के आधार पर शुभ मुहूर्त और शुभ घड़ी में करें इसीलिए शुभ मुहूर्त का महत्व बताया गया है।
कैसे की जाती है शुभ मुहूर्त की गणना?
अब सवाल उठता है कि, आखिर शुभ मुहूर्त का चयन या इसकी गणना कैसे की जाती है। तो दरअसल विद्वान ज्योतिषी जब भी शुभ मुहूर्त का चयन करते हैं तो इसके लिए वह मुख्य तौर पर कुछ पहलुओं पर गौर करते हैं जैसे की तिथि, वार, योग, नक्षत्र, करण, नव ग्रहों की स्थिति, मलमास, अधिक मास, शुक्र अस्त, गुरु अस्त, शुभ योग, अशुभ योग, भद्रा, शुभ लग्न और राहुकाल इत्यादि। इन सारी बातों के आधार पर ही शुभ मुहूर्त की गणना की जाती है।
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मुहूर्त के प्रकार और उसके गुण
बात करें सनातन धर्म के अनुसार मुहूर्त के प्रकार और उनके गुणों के बारे में तो सनातन धर्म में कुल 30 मुहूर्त बताए गए हैं। पहला मुहूर्त सुबह 6:00 बजे से प्रारंभ हो जाता है और हर 48 मिनट पर दूसरा मुहूर्त शुरू होता है। इनमें से कुछ मुहूर्त शुभ होते हैं तो कुछ अशुभ होते हैं।
नीचे हम आपको सभी मुहूर्तों और साथ ही इनके गुणों की जानकारी प्रदान कर रहे हैं:
मुहूर्त के नाम | मुहूर्त के गुण |
रूद्र | अशुभ |
अहि | अशुभ |
मित्र | शुभ |
पितृ | अशुभ |
वसु | शुभ |
वाराह | शुभ |
विश्वेदेवा | शुभ |
विधि | शुभ (सोमवार और शुक्रवार को छोड़कर) |
सतमुखी | शुभ |
पुरुहूत | अशुभ |
वाहिनी | अशुभ |
नक्तनकरा | अशुभ |
वरुण | शुभ |
अर्यमा | शुभ (रविवार के दिन को छोड़कर) |
भग | अशुभ |
गिरीश | अशुभ |
अजपाद | अशुभ |
अहिर-बुध्न्य | शुभ |
पुष्य | शुभ |
अश्विनी | शुभ |
यम | अशुभ |
अग्नि | शुभ |
विधातृ | शुभ |
कण्ड | शुभ |
अदिति | शुभ |
जीव/अमृत | अति शुभ |
विष्णु | शुभ |
द्युमद्गद्युति | शुभ |
ब्रह्म | अति शुभ |
समुद्रम | शुभ |
अगस्त महीने के शुभ मुहूर्त की जानकारी
यहां हम आपको अलग-अलग संस्कारों के अनुसार शुभ मुहूर्त की जानकारी देने जा रहे हैं। उम्मीद करते हैं आपके लिए यह जानकारी उपयोगी साबित होगी
अगस्त महीने का अभिजीत मुहूर्त
सबसे पहले बात करें अभिजीत मुहूर्त कि, तो हिंदू धर्म में यह आठवां मुहूर्त है और इसे बेहद ही शुभ मुहूर्त माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहते हैं कि यदि कोई व्यक्ति इस मुहूर्त में कोई नया काम शुरू करता है तो उसमें सफलता अवश्य मिलती है। अभिजीत मुहूर्त का शाब्दिक अर्थ होता है ‘विजेता’ या ‘विजई होना’ और अपने नाम के अनुसार ही यह मुहूर्त व्यक्ति को विजयी और सफल बनाता है।
ऐसे में अगर आप अगस्त के महीने में पूजा पाठ, विवाह, या कहीं धन निवेश करना चाहते हैं, भूमि पूजन कराना चाहते हैं, तो इसके लिए अभिजीत मुहूर्त का चयन कर सकते हैं:
अभिजीत मुहूर्त: तिथि | अभिजीत मुहूर्त: कबसे कबतक? |
1 अगस्त, 2023, मंगलवार | सुबह 10:48 बजे से शाम 05:27 बजे तक |
28 अगस्त, 2023, सोमवार | सोमवार को रात 09:23 बजे से मंगलवार को सुबह 04:08 बजे |
अगस्त महीने का अन्नप्राशन मुहूर्त
अन्नप्राशन विधि हिंदू संस्कारों में से एक है। इस संस्कार के दौरान नवजात शिशु को पहली बार अन्न से बनी कोई चीज खिलाई जाती है। ऐसे में यह एक बेहद ही महत्वपूर्ण परंपरा होती है। यह नए शिशु के जीवन में ठोस आहार की शुरुआत का प्रतीक होता है और इसका शाब्दिक अर्थ होता है अन्न दीक्षा।
ऐसे में अगर आप अगस्त के महीने में अन्नप्राशन कराना चाहते हैं तो उसके लिए मुहूर्त की जानकारी हम आपको नीचे प्रदान कर रहे हैं:
अन्नप्राशन मुहूर्त दिन | अन्नप्राशन मुहूर्त समय |
21 अगस्त 2023 | 06:30 से -10:40 तक और 13:15 से 20:15 तक |
23 अगस्त 2023 | 06:30 से 10:30 तक |
28 अगस्त 2023 | 20:15 से 23:00 तक |
वर्ष 2024 के लिए अन्नप्राशन मुहूर्त की जानकारी जानने के लिए यहाँ क्लिक करें
अगस्त महीने का जनेऊ संस्कार या उपनयन मुहूर्त
जनेऊ संस्कार: जनेऊ यानी यज्ञोपवीत संस्कार। यह भी सनातन धर्म के प्रमुख संस्कारों में से एक है। इस संस्कार के दौरान हिंदू लड़कों को सूत से बना पवित्र धागा बनाया जाता है। हालांकि जहां प्राचीन समय में यह संस्कार कम उम्र में ही कर दिया जाता था आमतौर पर आज के समय में लोग इसे विवाह से पहले करवाते हैं।
हालांकि अगस्त के महीने में जनेऊ संस्कार के लिए शुभ मुहूर्त नहीं है।
वर्ष 2024 के लिए जनेऊ/उपनयन मुहूर्त की जानकारी जानने के लिए यहाँ क्लिक करें
अगस्त महीने का कर्णवेध मुहूर्त
कर्णवेध मुहूर्त: कर्णवेध मुहूर्त हिंदू संस्कारों में वर्णित 16 संस्कारों में एक है। इसमें बच्चे का कान छिदवाया जाता है। आमतौर पर यह संस्कार बच्चे के जन्म के 28 दिन संपन्न किया जाता है। कर्णवेध संस्कार लोग अपने बच्चे के हिसाब से करवाते हैं। हालांकि नियम के अनुसार बात करें तो यह 3 से 5 साल के अंदर करा लेना शुभ माना जाता है।
अगर आप अगस्त के महीने में कर्णवेध मुहूर्त की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो उसकी जानकारी हम आपको नीचे दे रहे हैं।
कर्णवेध मुहूर्त दिन | कर्णवेध मुहूर्त समय |
21 अगस्त 2023 | 06:30 से 10:40 तक और 13:10 से 19:00 तक |
24 अगस्त 2023 | 17:20 से 18:50 तक |
वर्ष 2024 के लिए कर्णवेध मुहूर्त की जानकारी जानने के लिए यहाँ क्लिक करें
अगस्त महीने का विवाह मुहूर्त
विवाह हिंदू धर्म में सबसे प्रमुख संस्कारों में से एक है। विवाह संस्कार जिसे न केवल दो लोगों के बीच का पवित्र रिश्ता माना जाता है बल्कि यह दो परिवारों का भी मिलन होता है। ऐसे में विवाह मुहूर्त का चयन हमेशा शुभ ग्रहों और नक्षत्रों की गणना पर तैयार किया जाता है क्योंकि विवाह का कदम हमारे जीवन का एक बेहद ही महत्वपूर्ण कदम होता है और यहां पर की गई छोटी सी भी गलती या लापरवाही हमारा जीवन खराब कर सकती है।
हालांकि हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि अगस्त के महीने में कोई भी विवाह मुहूर्त उपलब्ध नहीं है क्योंकि इस वक्त भगवान विष्णु अपनी 4 महीने की योगनिद्रा में हैं। अगस्त महीने में यदि आप विवाह की योजना बना रहे हैं तो भी आपको रुकने की सलाह दी जाती है।
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अगस्त महीने का मुंडन अनुष्ठान मुहूर्त
मुंडन संस्कार अर्थात एक ऐसा शुभ संस्कार जब छोटे बच्चे या नवजात शिशु का बाल उतारा जाता है। इसे भी महत्वपूर्ण संस्कारों में एक माना गया है। कहते हैं मुंडन संस्कार इसलिए भी जरूरी है जिससे बच्चे के पूर्व जन्म के सांपों का मोचन हो जाए। इसके अलावा बच्चे का बल, तेज, और रोग प्रतिरोधक क्षमता, बढ़ाने के लिए भी इस संस्कार को बेहद ही महत्वपूर्ण माना गया है।
हालांकि अगस्त महीने में मुंडन के लिए शुभ मुहूर्त नहीं है। ऐसे में मुंडन संस्कार के लिए अभी रुकने की सलाह दी जाती है।
अगस्त महीने का नामकरण मुहूर्त
नामकरण मुहूर्त अर्थात नवजात शिशु को नाम देने का संस्कार। नाम व्यक्ति के जीवन में आधार होते हैं। ऐसे में यह महत्वपूर्ण संस्कार भी हमेशा शुभ मुहूर्त देखकर ही किया जाता है।
अगर आप अगस्त के महीने में नामकरण मुहूर्त की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इसकी एक सूची हम आपको नीचे प्रदान कर रहे हैं:
नामकरण मुहूर्त दिन | नामकरण मुहूर्त समय |
21 अगस्त 2023 | 09.00 से 10:30 तक और 13:15 से 17:20 तक |
28 अगस्त 2023 | 10:30 से 16:30 तक |
31 अगस्त 2023 | 08.00 से 12:10 तक और 14:55 से 16:30 तक |
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अगस्त महीने में नया व्यापार शुरू करने का शुभ मुहूर्त
इसके अलावा अगर आप कोई नया व्यापार शुरू करना चाहते हैं और इसके लिए शुभ मुहूर्त जानना चाहते हैं तो अगस्त के महीने में नया व्यापार शुरू करने का शुभ मुहूर्त क्या और किन किन दिनों पर रहने वाला है इसकी जानकारी हम आपको नीचे दे रहे हैं।
नया व्यापार शुरू करने का दिन | नया व्यापार शुरू करने का समय |
18 अगस्त 2023 | 07:30 से 08:30 तक |
23 अगस्त 2023 | 10:40 से 12:30 तक |
27 अगस्त 2023 | 10:30 से 12:30 तक |
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अगस्त महीने का संपत्ति खरीदने का शुभ मुहूर्त
आज का समय काफी मॉडर्न हो गया है और लोग बड़े से बड़ा काम भी बिना शुभ मुहूर्त देखें कर लेते हैं लेकिन आज भी बहुत से ऐसे भी लोग हैं जो संपत्ति खरीदने या कोई भी महत्वपूर्ण कदम उठाने से पहले शुभ मुहूर्त की गणना करते हैं।
ऐसे में अगर आप भी अगस्त के महीने में संपत्ति खरीदना चाहते हैं और अपने भविष्य में आगे बढ़ना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कौन-कौन से दिनों का चयन करना चाहिए इसकी जानकारी हम आपको नीचे प्रदान कर रहे हैं।
संपत्ति खरीदने का शुभ दिन | संपत्ति खरीदने का शुभ समय |
17 अगस्त 2023 | 06:16 पूर्वाह्न से 06:16 पूर्वाह्न, 18 अगस्त |
18 अगस्त 2023 | 06:16 पूर्वाह्न से 10:57 अपराह्न |
24 अगस्त 2023 | 06:18 पूर्वाह्न से 06:19 पूर्वाह्न, 25 अगस्त |
31 अगस्त 2023 | 05:45 अपराह्न से 03:18 पूर्वाह्न, सितंबर 01 |
अगस्त महीने का अंगूठी समारोह मुहूर्त
अंगूठी समारोह: अंगूठी समारोह या विवाह से पूर्व किया जाने वाला वर वधु के बीच अंगूठी का आदान-प्रदान भी एक महत्वपूर्ण समारोह माना गया है। ऐसे में यदि शुभ मुहूर्त की गणना के अनुसार ही अंगूठी समारोह का आयोजन किया जाए तो इससे होने वाले वर-वधू के जीवन में हमेशा खुशियां बनी रहती हैं।
अगर आप भी अगस्त के महीने में अंगूठी समारोह करना चाहते हैं या आपके घर में इस तरह का कोई आयोजन होने वाला है तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगस्त के महीने में इस के संदर्भ में कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। हो सके तो अभी रुक जाएँ।
अगस्त महीने का वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त
वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: अगर आप वाहन खरीदने से पहले शुभ मुहूर्त की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो अगस्त के महीने में कौन-कौन से दिनों पर वाहन खरीदा जा सकता है जिससे आपको सफलता मिलेगी इसकी जानकारी हम आपको नीचे दी गयी सूची में प्रदान कर रहे हैं।
वाहन खरीदने का शुभ दिन | वाहन खरीदने का शुभ समय |
21 अगस्त 2023 | 06:17 पूर्वाह्न से 06:18 पूर्वाह्न, 22 अगस्त |
24 अगस्त 2023 | 09:04 पूर्वाह्न से 03:10 पूर्वाह्न, 25 अगस्त |
30 अगस्त 2023 | 10:58 पूर्वाह्न से 06:21 पूर्वाह्न, 31 अगस्त |
31 अगस्त 2023 | 06:21 पूर्वाह्न से 05:45 अपराह्न |
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अगस्त महीने का विद्या आरंभ/विद्यारंभ मुहूर्त
विद्या आरंभ मुहूर्त: हिंदू धर्म में विद्यारंभ संस्कार को प्रमुख संस्कारों में से एक माना गया है। यह संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है, विद्या अर्थात ‘शिक्षा’ और आरंभ यानी ‘शुरुआत’। ऐसे में यह एक ऐसा अनुष्ठान है जो बच्चे की प्रारंभिक शिक्षा की शुरुआत का प्रतीक होता है। ऐसे में बहुत से माता-पिता अपने बच्चे के उज्जवल भविष्य और शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा सफलता के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करते हैं और उसी में विद्यारंभ संस्कार करते हैं।
अगर आप अगस्त के महीने में अपनी संतान का विद्या आरंभ संस्कार करवाना चाहते हैं तो इसकी जानकारी हम आपको नीचे प्रदान कर रहे हैं।
विद्या आरंभ/विद्यारंभ मुहूर्त का शुभ दिन | विद्या आरंभ/विद्यारंभ मुहूर्त का शुभ मुहूर्त |
21 अगस्त 2023 | 08:30 से 10:40 तक और 13:15 से 19:00 तक |
अगस्त महीने का गृह प्रवेश मुहूर्त
गृह प्रवेश मुहूर्त, नए घर में प्रवेश करने से पूर्व बहुत से लोग शुभ मुहूर्त की जानकारी लेना उचित समझते हैं और शुभ मुहूर्त में ही अपने नए घर में प्रवेश करते हैं। कहा जाता है ऐसा करने से हमारे नए घर में हमेशा देवी देवताओं का आशीर्वाद बना रहता है, महालक्ष्मी हमारे घर में विराजमान होती हैं और जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है।
ऐसे में अगर आप भी अगस्त के महीने में अपने नए घर में प्रवेश करना चाहते हैं और इसका शुभ मुहूर्त जानना चाहते हैं तो नीचे हम आपको उन तिथियों की जानकारी दे रहे हैं जिस दिन आप गृह प्रवेश कर सकते हैं। इसका पालन करने से आपको नए घर के सुख के साथ-साथ निश्चित रूप से आपको सफलता मिलेगी।
गृह प्रवेश मुहूर्त तिथि | हिन्दू माह | हिन्दू तिथि | नक्षत्र | गृह प्रवेश मुहूर्त समय |
13 अगस्त 2023 | श्रवण | पंचमी | हस्त/चित्रा | 08:00 पूर्वाह्न के बाद |
14 अगस्त 2023 | श्रवण | षष्ठी | चित्रा/स्वाति | शाम 04:00 बजे तक |
18 अगस्त 2023 | श्रवण | एकादशी | मूला | दोपहर 02:15 बजे तक |
20 अगस्त 2023 | श्रवण | त्रयोदशी | उत्तरा आषाढ़ | शाम 04:00 बजे तक |
अगस्त 2023 के प्रमुख त्योहारों और महत्वपूर्ण अवसरों की जानकारी
इसके अलावा त्यौहार और व्रत के दिन भी बेहद ही पवित्र और शुभ माने जाते हैं। विशेष परिस्थितियों में आप इन दिनों में भी शुभ और मांगलिक कार्य कर सकते हैं। हालांकि इससे पहले आपको विद्वान ज्योतिषियों से परामर्श कर लेने की सलाह दी जाती है।
नीचे हम आपको अगस्त 2023 में मनाए जाने वाले व्रत त्योहारों की जानकारी दे रहे हैं।
1 अगस्त, 2023 | मंगलवार | पूर्णिमा व्रत |
4 अगस्त, 2023 | शुक्रवार | संकष्टी चतुर्थी |
12 अगस्त, 2023 | शनिवार | परम एकादशी |
13 अगस्त, 2023 | रविवार | प्रदोष व्रत (कृष्ण) |
14 अगस्त, 2023 | सोमवार | मासिक शिवरात्रि |
16 अगस्त, 2023 | बुधवार | अमावस्या |
17 अगस्त, 2023 | गुरुवार | सिंह संक्रांति |
19 अगस्त, 2023 | शनिवार | हरियाली तीज |
21 अगस्त, 2023 | सोमवार | नाग पंचमी |
27 अगस्त, 2023 | रविवार | श्रावण पुत्रदा एकादशी |
28 अगस्त, 2023 | सोमवार | प्रदोष व्रत (शुक्ल) |
29 अगस्त, 2023 | मंगलवार | ओणम/थिरुवोणम |
30 अगस्त, 2023 | बुधवार | रक्षा बंधन |
31 अगस्त, 2023 | गुरुवार | श्रावण पूर्णिमा व्रत |
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अगस्त 2023 के प्रमुख ग्रहों का गोचर
जैसा कि हमनें पहले भी बताया कि शुभ मुहूर्त की गणना के लिए ग्रहों की स्थिति विशेष तौर पर देखी जाती है। ऐसे में हम आपको अगस्त महीने में होने वाले प्रमुख ग्रहों के गोचर का समय और तिथि की जानकारी दे रहे हैं जिनके अनुरूप आपको शुभ मुहूर्त का चयन करने में आसानी होगी।
ग्रहों का गोचर | गोचर का दिन | गोचर का समय |
शुक्र का कर्क में गोचर | 7 अगस्त, 2023 | |
कर्क राशि में शुक्र वक्री एवं अस्त | 8 अगस्त, 2023 | |
सूर्य का सिंह राशि में गोचर | 17 अगस्त, 2023 | दोपहर 01 बजकर 23 मिनट पर |
मंगल का कन्या राशि में गोचर | 18 अगस्त, 2023 | दोपहर 3 बजकर 14 मिनट पर |
शुक्र का कर्क राशि में उदय | 18 अगस्त, 2023 | शाम 07 बजकर 17 मिनट पर |
बुध सिंह राशि में वक्री | 24 अगस्त, 2023 | मध्यरात्रि 12 बजकर 52 मिनट पर |
अगस्त महीने के शुभ मुहूर्त विषय पर तैयार किया गया हमारा यह खास लेख आपके लिए उपयोगी साबित हो हम इसकी कामना करते हैं। इन शुभ मुहूर्त में यदि आप अपने जीवन के शुभ और मांगलिक कार्य संपन्न करते हैं तो आपको भगवान का आशीर्वाद और सफलता अवश्य मिलेगी इसीलिए अपने जीवन में सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने के लिए अगस्त 2023 की शुभ तिथियों और शुभ मुहूर्त के समय का पूरा लाभ उठाएं।
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