नागपंचमी, रक्षाबंधन से लेकर हरियाली तीज तक अगस्त 2024 में आएंगे ये बड़े त्योहार, देखें पूरी लिस्ट

नागपंचमी, रक्षाबंधन से लेकर हरियाली तीज तक अगस्त 2024 में आएंगे ये बड़े त्योहार, देखें पूरी लिस्ट

अगस्त 2024: जुलाई के बाद अगस्त महीने के शुरुआत हो जाती है। ग्रेगोरियन कैलेंडर में यह आठवां महीना है और यदि बात करें हिंदू माह की तो अगस्त के महीने में श्रावण यानी सावन और भाद्रपद के महीने आते हैं। हिंदू कैलेंडर के पांचवें महीना सावन का महीना होता है। अगस्त के महीने से ही वर्षा ऋतु अपने चरम पर रहती है और गर्मी से लोगों को राहत मिलती है। यह महीना कई मायनों में ख़ास रहने वाला है क्योंकि इस महीने में काफी बड़े व्रत त्योहार आने वाले हैं, जिनका धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है। नाग पंचमी, हरियाली तीज, रक्षाबंधन जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों ने इस महीना का महत्व अधिक बढ़ा दिया है। ऐसे में, हर महीने की तरह इस महीने को लेकर भी आपके मन में भी कई सारी बातें घूम रही होगी कि यह महीना आपके लिए कैसा रहेगा और क्या कुछ छुपा है इस माह में? नौकरी, व्यापार में आपको कैसे परिणाम मिलेंगे? क्या करियर में आपको तरक्की मिलेगी? इन सभी सवालों के जवाब आपको मिलेंगे एस्ट्रोसेज के इस ख़ास ब्लॉग में।

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके 

यह ब्लॉग विशेष रूप से पाठकों को ध्यान में रखकर बनाया गया है जिसमें आपको न केवल अपने मन में उठने वाले प्रश्नों के उत्तर मिलेंगे, बल्कि अगस्त 2024 में आने वाले प्रमुख व्रत-त्योहारों, ग्रहण और गोचरों के साथ-साथ इस माह में पड़ने वाले बैंक अवकाशों की तिथियों के बारे में भी जानकारी प्राप्त होगी। इसके अलावा, अगस्त में जन्मे जातकों का कैसा होता है व्यक्तित्व और कौन सी बातें इन लोगों को बनाती है सबसे हटकर, यह भी हम आपको बताएंगे। तो आइए शुरुआत करते हैं “अगस्त 2024” के इस ब्लॉग की।  

अगस्त 2024 को यह विशेषताएं बनाती हैं सबसे ख़ास

  • एस्ट्रोसेज का यह लेख आपको अगस्त महीने में आने वाले व्रत-त्योहारों की तिथियों के बारे में बताएगा जिससे आप पहले ही उनकी तैयारियां कर सकें। 
  • इस महीने में पैदा होने व्यक्तियों को क्या बनाता है सबसे ख़ास। साथ ही जानेंगे, इन लोगों के व्यक्तित्व से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें। 
  • अगस्त 2024 में कब-कब पड़ेंगे बैंक हॉलिडे?
  • कौन सा ग्रह करेगा कब-कब अपनी राशि और स्थिति में परिवर्तन? क्या अगस्त में लगेगा कोई ग्रहण? इसकी जानकारी भी आपको इस ब्लॉग में प्राप्त होगी। 
  • अगस्त का महीना राशि चक्र की सभी 12 राशियों के लिए किस तरह के परिणाम लेकर आएगा? इसके बारे में भी हम आपको बताएंगे। 

 अब हम आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं अगस्त 2024 पर आधारित इस ब्लॉग में। 

अगस्त 2024 का ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू पंचांग की गणना 

अगस्त 2024 के पंचांग के अनुसार, वर्ष 2024 के आठवें महीने अगस्त का आरंभ मृगशिरा नक्षत्र के तहत कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि यानी कि 01 अगस्त 2024 को होगा और इसकी समाप्ति आश्लेषा नक्षत्र के अंतर्गत कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि अर्थात 31 अगस्त 2024 को होगी। इस महीने के पंचांग की जानकारी के बाद हम उन लोगों के बारे में जानकारी हासिल करेंगे जिनका जन्म अगस्त के महीने में हुआ है।

अगस्त में जन्म लेने वाले लोगों का व्यक्तित्व 

एक साल में 12 महीने होते हैं और हर महीने का अपना एक अलग महत्व है। इन महीनों में जन्म लेने वाले लोगों में अलग-अलग गुण पाए जाते हैं। आइए इसी क्रम में जानें कि अगस्त में जन्म लेने वाले व्यक्ति के अंदर कौन से गुण पाए जाते हैं और उनका व्यक्तित्व कैसा होता है।

अगस्त महीने में जन्म लेने वाले लोगों के लिए कहा जाता है कि ये जातक स्वभाव से बहुत अधिक कंजूस होते हैं। हालांकि इनका यही स्वभाव इन्हें पैसे वाला भी बनाता है। ये जातक बुद्धिमान होते हैं और समाज की भलाई के लिए बढ़ चढ़कर काम करने के लिए आगे आते है। हालांकि यह बात अलग है कि इसके पीछे इनका स्वार्थ छिपा रहता है। ये लोग आत्मविश्वास से भरे हुए होते हैं और शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत होते हैं। साथ ही, साहसी होते हैं और अपनी बात को बेबाकी तरीके से दूसरों के सामने रखते हैं लेकिन कई बार स्पष्ट बोलने की वजह से ये मुसीबत में पड़ जाते हैं और इनकी इसी वजह से इनके दोस्त भी बहुत कम होते हैं। ये लोग हर एक काम को बड़े ही उत्साह के साथ करना पसंद करते हैं।

अगस्त में जन्म लेने वाले लोग अपनी मनमर्जी के मालिक होते हैं। यह थोड़े जिद्दी स्वभाव के होते हैं और इनका ईगो भी बड़ा होता है। जब बात इनके रिश्ते की आती है तो ये लोग बहुत अच्छे से रिश्तों को निभाने में सफल होते हैं और अपने पार्टनर का बहुत अधिक ध्यान देते हैं। यह अपने रिश्तों में ईमानदारी रखते हैं और अपने पार्टनर की तारीफ खुलकर हर किसी के सामने करते हैं। इसके अलावा, ये शाही अंदाज के साथ रहना पसंद करते हैं। ये दूसरों को सम्मान देते हैं और सम्मान पाने की इच्छा रखते हैं। ये लोग हर किसी को अपनी ओर आसानी से आकर्षित करने में भी सक्षम होते हैं। इनके अंदाज़ से हर कोई इन्हें अपना दिल दे बैठता है। 

इनके काम करने के अंदाज़ की बात करें तो ये काफी प्रैक्टिकल होते हैं। यह हर चीज को परफेक्ट तरीके से रखने और करने में विश्वास रखते हैं। यह एक टाइम में एक ही काम को अच्छे और ठीक ढंग से करना पसंद करते हैं। ऐसे लोग हर एक काम को जिम्मेदारी के साथ करते हैं और अपनी मेहनत से हर क्षेत्र में सफलता पाते हैं। सबसे ख़ास बात यह है कि यह जिन का काम करने की ठान लेते हैं उसे खत्म करने के बाद ही शांत होते हैं।

अगस्त माह में जन्मे लोग हिम्मती होते हैं और हर काम को बहादुरी से करते हैं। ये बिना हार माने हर मुश्किल को पार कर लेते हैं। इन जातकों के पास कितनी भी बड़ी चुनौतियां क्यों न आ जाए ये उसे पार करके ही दम लेते हैं। यह थोड़े सेंसिटिव होते हैं और इस चीज़ को सबके सामने न लाने का पूरा प्रयास करते हैं। ये लोग एनर्जी  से भरपूर होते हैं। इसके साथ ही अपने आसपास के लोगों में भी एनर्जी भर देते हैं। इनके अंदर लीडर बनने के कई गुण होते हैं और अच्छे से लोगों को लीड करना जानते हैं। 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगस्त में पैदा हुए लोग प्रतिभा के धनी होते हैं। ये जात कला, साहित्य और रचनात्मक क्षेत्र में अपनी अलग छाप छोड़ने में सफल होते हैं। अगस्त जन्मे लोग अपनी राह खुद बनाते हैं। यही वजह है कि किसी के नेतृत्व में रहकर काम करना इन्हें बिल्कुल भी पसंद नहीं होता है। इन जातकों पर सूर्यदेव का प्रभाव होता है और सूर्य पिता के कारक हैं इसलिए पिता के साथ इनका संबंध बहुत अच्छा होता है। इन जातकों के करियर की बात करें तो ये एक अच्छे नेता बन सकते हैं। इसके अलावा, बैंक, फिल्म इंडस्ट्री, कला आदि क्षेत्र में अच्छा कर सकते हैं।

अगस्त में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली अंक: 2,5, और 9 

अगस्त में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली रंग: स्लेटी, गोल्डन और लाल रंग 

अगस्त में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली दिन: रविवार और शुक्रवार 

अगस्त में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली रत्न: पेरिडॉट और स्पिनेलस्टोन

उपाय/सुझाव: भगवान शिव, श्रीकृष्ण और भगवान गणेश की नियमित रूप से पूजा करें।

अगस्त में पैदा होने वाले लोगों के व्यक्तित्व के बारे में रोचक तथ्य जानने के बाद अब हम इस महीने में आने वाले बैंक अवकाशों के बारे में बात करेंगे। 

अगस्त 2024 में कब-कब पड़ेंगे बैंक अवकाश?

दिनवारबैंक अवकाशकिस राज्य रहेगा मान्य
07 अगस्त 2024बुधवारहरियाली तीजहरियाणा
08 अगस्त 2024गुरुवारतेंदोंग लोह रम आस्थासिक्किम
13 अगस्त 2024मंगलवारपैट्रियट्स डेमणिपुर
15 अगस्त 2024गुरुवारस्वतंत्रता दिवसराष्ट्रीय अवकाश
15 अगस्त 2024गुरुवारपारसी वर्ष (शहनशाही)दमन और दिउ, दादरा और नगर हवेली, गुजरात और महाराष्ट्र
16 अगस्त 2024शुक्रवारविधित स्थानांतरण दिवसपांडिचेरी
19 अगस्त 2024सोमवाररक्षा बंधनछत्तीसगढ़, दमन और दिउ, गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश
19 अगस्त 2024सोमवारझूलन यात्राओड़ीसा
26 अगस्त 2024सोमवारजन्माष्टमीसभी राज्य सिवाय अरुणाचल प्रदेश, असम, गोवा. कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप, महाराष्ट्र, मिजोरम, पांडिचेरी और पश्चिम बंगाल

अगस्त 2024 के प्रमुख व्रत एवं त्योहारों की तिथियां 

दिनवारपर्व/ त्योहार
01 अगस्त 2024गुरुवारप्रदोष व्रत (कृष्ण)
02 अगस्त 2024शुक्रवारमासिक शिवरात्रि
04 अगस्त 2024रविवारश्रावण अमावस्या
07 अगस्त 2024बुधवारहरियाली तीज
09 अगस्त 2024शुक्रवारनाग पंचमी
16 अगस्त 2024शुक्रवारश्रावण पुत्रदा एकादशी, सिंह संक्रांति
17 अगस्त 2024शनिवारप्रदोष व्रत (शुक्ल)
19 अगस्त 2024सोमवाररक्षा बंधन, श्रावण पूर्णिमा व्रत
22 अगस्त 2024गुरुवारसंकष्टी चतुर्थी, कजरी तीज
26 अगस्त 2024सोमवारजन्माष्टमी
29 अगस्त 2024 गुरुवारअजा एकादशी
31 अगस्त 2024शनिवारप्रदोष व्रत (कृष्ण)

अगस्त में आने वाले बैंक अवकाश और व्रत-त्योहारों की तिथियां जानने के बाद अब हम इस महीने मनाये जाने वाले त्योहारों का महत्व जानेंगे।

प्रदोष व्रत (कृष्ण) (01 अगस्त 2024, गुरुवार) : प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। बता दें सूर्यास्त के बाद और रात्रि के आने से पहले के समय को प्रदोष काल कहते है। इस व्रत में भगवान शिव की पूजा करने का विधान है। यह व्रत पुत्र प्राप्ति के लिए व संतान की दीर्घ आयु के लिए रखा जाता है। सनातन धर्म में इस व्रत का विशेष महत्व है।

मासिक शिवरात्रि (02 अगस्त 2024, शुक्रवार) : हिंदू पंचांग के अनुसार, कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शिव भक्तों द्वारा मासिक शिवरात्रि का त्योहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है और भक्त सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखते हैं।

श्रावण अमावस्या (04 अगस्त 2024, रविवार) : श्रावण महीने में पड़ने वाली अमावस्या को श्रावणी अमावस्या या हरियाली अमावस्या के नाम से जाना जाता है। यदि यह अमावस्या सोमवार के दिन पड़े तब इसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। सावन महीने में पड़ने की वजह से इसका महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता है। मान्यता है कि इस दिन पितरों की शांति के लिए पिंडदान और दान-धर्म करने से साधक को पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। इस दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजन करना चाहिए और जलाभिषेक करना चाहिए।

हरियाली तीज (07 अगस्त 2024, बुधवार) : सनातन धर्म में हरियाली तीज के त्योहार का बहुत अधिक महत्व है। हर‌ियाली तीज का उत्सव श्रावण मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हर साल मनाया जाता है। यह उत्सव महिलाओं का उत्सव है। इस दिन सुहागिन महिलाएं हरी साड़ी पहनकर व पूरा श्रृंगार करके खंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए व्रत रखती है। इस दिन सुहागिनें निर्जला व्रत करती हैं और पूरे दिन तक पानी नहीं ग्रहण करती हैं इसलिए यह व्रत थोड़ा कठिन माना जाता है। हरियाली तीज व्रत में मां गौरा पार्वती और भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शिव के लिए रखा जाता है और इस व्रत को रखने के बाद उनकी हर मनोकामना पूरी हुई थी।

नाग पंचमी (09 अगस्त 2024, शुक्रवार) : हिन्दू पंचांग के अनुसार, हर साल सावन माह की शुक्ल पक्ष के पंचमी तिथि को नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है। ज्योतिष के अनुसार पंचमी तिथि के स्वामी नाग हैं। इस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने वाले व्यक्ति को सांप के डसने का जीवन भर डर नहीं होता है। इस दिन सांपों को दूध से स्नान कराने व दूध पिलाने से अक्षय-पुण्य की प्राप्ति होती है।

श्रावण पुत्रदा एकादशी (16 अगस्त 2024, शुक्रवार) : सावन माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को पुत्रदा एकादशी कहलाती है। सनातन धर्म में इस एकादशी को बहुत अधिक फलदायी माना जाता है। इस व्रत को रखने से संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी होती है। ऐसी मान्यता है कि यदि नि:संतान दंपति इस व्रत को पूर्ण विधि-विधान व श्रद्धा के साथ धारण करें तो उन्हें संतान सुख की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, सभी मनोकामना पूरी होती है।

सिंह संक्रांति (16 अगस्त 2024, शुक्रवार) : हिंदू पंचांग के अनुसार, सिंह संक्रांति प्रत्येक वर्ष भाद्रपद महीने में मनाया जाता है। इस दिन सूर्य कर्क राशि से सिंह राशि में विराजमान होंगे। दरअसल सूर्य जिस राशि में मौजूद होते हैं, उसे उस राशि की संक्रांति कहा जाता है। सिंह संक्रांति में सूर्य देव की पूजा करने का विशेष महत्व है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने और दान करने का बहुत अधिक महत्व है।

रक्षा बंधन (19 अगस्त 2024, सोमवार) : रक्षा बंधन का त्योहार सनातन धर्म में सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। यह त्योहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है। इस दिन बहन अपने भाइयों के हाथ कलाई पर राखी बांधती है और अपने हाथों से मिठाई खिलाती है। भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वादा करता है। 

श्रावण पूर्णिमा व्रत (19 अगस्त 2024, सोमवार) : सावन पूर्णिमा को श्रावणी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन पूर्णिमा व्रत के दिन स्नान-दान, तर्पण करना चाहिए। साथ ही, भगवान शिव की उपासना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। इस दिन रात के समय माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से कभी भी धन की कमी नहीं होती है।

संकष्टी चतुर्थी (22 अगस्त 2024, गुरुवार) : संकष्टी चतुर्थी का पर्व भगवान गणेश को समर्पित है। ये तो हम सभी जानते हैं सनातन धर्म में हर शुभ और मांगलिक कार्य की शुरुआत से पहले गणेश जी की पूजा की जाती है। जो साधक विघ्नहर्ता गणेश जी की कृपा एवं आशीर्वाद पाना चाहता है, उनके लिए संकष्टी चतुर्थी का व्रत शुभ साबित होता है क्योंकि इस दिन भगवान गणेश जी की पूजा का विधान है। मान्यता है कि यह व्रत करने से भगवान गणेश अपने भक्तों के जीवन से सभी कष्ट एवं बाधाएं हर लेते हैं।

कजरी तीज (22 अगस्त 2024, गुरुवार) : भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को कजरी तीज मनाई जाती है। कजरी तीज को कज्जली तीज के नाम से भी जाना जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, यह तिथि जुलाई या अगस्त के महीने में आती है। कजरी तीज का पर्व महिलाओं द्वारा रखा जाता है। यह त्योहार मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार समेत कई राज्यों में मनाया जाता है।

जन्माष्टमी (26 अगस्त 2024, सोमवार) : हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को प्रत्येक वर्ष बहुत ही धूमधाम के साथ मनाई जाती है। शास्त्रों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा करने का विधान है। लड्डू गोपाल का जन्म रात्रि में हुआ था, इसलिए कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा रात में की जाती है। इस दिन श्रृंगार, भोग के साथ बहुत सी चीजें पूजा में इस्तेमाल की जाती हैं। इस दिन श्रृंगार, भोग के साथ बहुत सी चीजें पूजा में इस्तेमाल की जाती हैं। इसके अलावा, कृष्ण जन्माष्टमी पूजा में खीरे का उपयोग जरूर होता है। कहा जाता है कि खीरे के बिना भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अधूरी मानी जाती है।

अजा एकादशी (29 अगस्त 2024, गुरुवार) : हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन अजा एकादशी व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु के ऋषिकेश स्वरूप की पूजा की जाती है। सनातन धर्म की मान्यता के अनुसार, जो लोग अजा एकादशी का व्रत करते हैं उन्हें अश्वमेध यज्ञ करने के समान पुण्य प्राप्त होता है और सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु की उपासना करने से साधक को सुख-समृद्धि और धन-धान्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

अगस्त 2024 के व्रत-त्योहारों के बाद अब जानते हैं इस महीने का धार्मिक महत्व। 

धार्मिक दृष्टि से अगस्त का महीना

एक वर्ष में आने वाले हर दिन, महीने और वार का अपना महत्व होता है जो कि अपनी विशेषताओं के साथ आता है। प्रत्येक साल में 12 महीना होते हैं और हर महीने को सनातन धर्म में बेहद महत्वपूर्ण और ख़ास माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, अगस्त के महीने का आरंभ सावन महीने से होगा और इसका अंत भाद्रपद में होगा। हिंदू कैलेंडर में अगस्त का महीना सावन का होता है और ग्रेगोरियन कैलेंडर में, यह माह सामान्य रूप से जुलाई-अगस्त में आता है। वर्ष 2024 में सावन मास का आरंभ 22 जुलाई 2024 को होगा और वहीं, इसका समापन 19 अगस्त 2024 को होगा।

सबसे पहले सावन माह के बारे में बात करते हैं, वैदिक ज्योतिष में श्रवण नक्षत्र का स्वामी बृहस्पति ग्रह हैं। सावन की महीने को श्रावण मास भी कहते हैं। यह माह भगवान शिव को सबसे अधिक प्रिय हैं। यह बात स्वयं भोलेनाथ ने कही है और इस पूरे महीने भगवान शिव की पूजा आराधना करने व उनका जलाभिषेक करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। श्रावण मास वर्षा व हरियाली का समय होता है और यह अति मनमोहक समय होता है। इस महीने में लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलती है और चारों तरफ हरियाली नज़र आती है। श्रावण मास का हर एक दिन का विशेष महत्व है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, श्रावण के महीने में माता पार्वती ने कड़ी तपस्या करके भोलेनाथ को प्रसन्न किया था और जिससे खुश होकर शिव जी ने माता पार्वती से विवाह किया था इसलिए भी भगवान भोलेनाथ को यह अवधि अत्यधिक प्रिय है।

दूसरी मान्यता के अनुसार, समुद्र मंथन के समय समुद्र से निकले हलाहल विष को भगवान भोलेनाथ ने अपने गले में धारण कर लिया था। उनके गले की जलन को कम करने के लिए सभी देवताओं ने मिलकर भगवान शिव का जल व दूध से अभिषेक किया था, जिसके चलते उनको  हलाहल विष के प्रभाव से राहत मिली और वह सबसे प्रसन्न हो गए। उसके बाद से भगवान शिव के अभिषेक का महत्व बहुत अधिक बढ़ गया। बता दें कि श्रवण का अर्थ होता है सुनना। इस माह में भगवान की कथा व उनके स्वरूप के बारे में सुनने से मन के सभी विकार दूर होते हैं इसलिए इस माह में धार्मिक ग्रंथों को सुनने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

अब बात करते हैं भाद्रपद माह की, तो बता दें कि अगस्त माह में ही भाद्रपद माह की शुरुआत होती है और जुलाई में इसका अंत। हिंदी कैलेंडर में छठा महीना भाद्रपद का महीना होता है और सनातन धर्म में इसका विशेष महत्व बताया गया है। इस माह को चातुर्मास भी कहा जाता है और यह चातुर्मास का दूसरा महीना होता है और इस दौरान पूजा-पाठ व धार्मिक अनुष्ठान करने का बहुत अधिक महत्व बताया गया है। कहते हैं कि भादो के महीने में भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और संतान सुख की प्राप्ति होती है। भाद्रपद माह को भादौ माह भी कहते हैं। धर्म शास्त्रों के अनुसार, भाद्रपद के महीने में पवित्र नदियों में स्नान करने, गरीबों व जरूरतमंदों को दान करने और व्रत रखने से बहुत अधिक लाभ होता है। इस पूरे महीने जन्माष्टमी का त्योहार पड़ता है इसलिए भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

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अगस्त 2024 में पड़ने वाले ग्रहण और गोचर 

व्रत-त्योहार, बैंक अवकाश और अगस्त का धार्मिक महत्व के बारे में जानकारी हासिल करने के बाद, अब हम इस महीने में होने वाले गोचर और लगने वाले ग्रहण के बारे में बात करेंगे। अगस्त 2024 में कुल 8 बार ग्रहों की स्थिति और दशा में परिवर्तन देखने को मिलेगा जिसमें 4 बड़े ग्रह गोचर करेंगे और जबकि एक ग्रह चार बार अपनी चाल एवं दशा में बदलाव करेंगे। तो आइए बिना देर किये जानते हैं इन ग्रहों के गोचरों के बारे में।

बुध सिंह राशि में वक्री ( 05 अगस्त 2024, सोमवार) : ग्रहों के राजकुमार व बुद्धि, एकाग्रता, वाणी, त्वचा, सौंदर्य तथा सुगंध के कारक ग्रह बुध 05 अगस्त 2024 की सुबह 09 बजकर 44 मिनट पर सिंह राशि में वक्री होंगे।

बुध सिंह राशि में अस्त (12 अगस्त 2024, सोमवार) :  बुद्धि, एकाग्रता, वाणी, त्वचा, सौंदर्य तथा सुगंध के कारक ग्रह बुध सूर्य के स्वामित्व वाली राशि सिंह में 12 अगस्त 2024 की सुबह 09 बजकर 49 मिनट पर अस्त होंगे।

सूर्य का सिंह राशि में गोचर (16 अगस्त 2024, शुक्रवार) : नवग्रहों के राजा व मान-सम्मान, उच्च पद, आत्म, पिता और नेतृत्व क्षमता के कारक ग्रह सूर्य 16 अगस्त, 2024 शुक्रवार की शाम 07 बजकर 32 मिनट पर सिंह राशि में गोचर करेंगे।

वक्री अवस्था में बुध का कर्क राशि में गोचर (22 अगस्त 2024, गुरुवार) : बुद्धि, व्यापार, वाणी, त्वचा धन के कारक ग्रह बुध 22 अगस्त 2024 गुरुवार की सुबह 06 बजकर 47 मिनट पर वक्री अवस्था में चंद्रमा के स्वामित्व वाली राशि कर्क में गोचर करेंगे।

शुक्र का कन्या राशि में गोचर ( 25 अगस्त 2024, रविवार) : प्रेम, विलासिता और भौतिक सुखों के कारक ग्रह शुक्र देव 25 अगस्त 2024 की मध्यरात्रि 12 बजकर 59 मिनट पर कन्या राशि में गोचर करने जा रहे हैं। 

मंगल का मिथुन राशि में गोचर (26 अगस्त 2024, सोमवार) : लाल ग्रह के नाम से प्रसिद्ध मंगल महाराज 26 अगस्त 2024 सोमवार की दोपहर 03 बजकर 40 मिनट पर राजकुमार बुध के स्वामित्व वाली राशि मिथुन में गोचर करेंगे।

बुध का कर्क राशि में उदय (26 अगस्त 2024, सोमवार) : बुध को ग्रहों के राजकुमार के नाम से जाना जाता है जो अब 26 अगस्त 2024 की शाम 06 बजकर 14 मिनट पर कर्क राशि में उदय होने जा रहे हैं।

बुध कर्क राशि में मार्गी (29 अगस्त 2024, गुरुवार) :  बुध को ग्रहों के राजकुमार के नाम से जाना जाता है जो 29 अगस्त 2024 गुरुवार की सुबह 09 बजकर 15 मिनट पर कर्क राशि में मार्गी होंगे।

अगस्त 2024 के लिए 12 राशियों का राशिफल और उपाय 

मेष राशि

  • करियर के दृष्टिकोण से यह महीना आपके लिए अनुकूल रहेगा क्योंकि दसवें भाव के स्वामी शनि ग्यारहवें भाव में कुंभ में वक्री अवस्था में रहेंगे।
  • महीने की शुरुआत में पांचवें भाव में बुध और शुक्र विराजमान रहकर आपका मन पढ़ाई में लगाएंगे।
  • पारिवारिक तौर पर यह महीना औसत रहने की संभावना है।
  • महीने की शुरुआत में पांचवें भाव में बुध और शुक्र विराजमान रहकर आपके प्रेम जीवन में प्रगाढ़ता लेकर आएंगे।
  • आर्थिक लिहाज़ से यह महीना आपके लिए उथल-पुथल से भरा रहने वाला है।

उपाय: प्रतिदिन मां दुर्गा जी की स्तुति करनी चाहिए।

वृषभ राशि

  • करियर के दृष्टिकोण से यह महीना अनुकूल रहेगा क्योंकि दसवें भाव में शनि महाराज अपनी ही राशि में वक्री अवस्था में रहेंगे।
  • शिक्षा के क्षेत्र में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है।
  • यदि आप प्रेम संबंध में हैं तो महीने की शुरुआत कुछ कमजोर तो हो सकती है।
  • इस महीने आर्थिक स्थिति अनुकूल रहने की प्रबल संभावना दिखाई दे रही है।
  • इस महीने बीच-बीच में आपको छोटी मोटी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

उपाय: गौ माता और छोटी कन्याओं की सेवा करें और उन्हें कुछ खाने के लिए अवश्य दें।

मिथुन राशि 

  • आपकी बुद्धि और योग्यता इतनी अच्छी होगी कि सभी कामों को बहुत आसानी से हल कर देंगे।
  • इस महीने आपको अपनी शिक्षा में उत्तम परिणामों की प्राप्ति होगी।
  • इस अवधि आप अपने प्रियतम को खुश करने के लिए और उनके चेहरे पर एक मुस्कुराहट देखने के लिए आप कुछ भी करने को तैयार रहेंगे।
  • इस महीने आपको अपनी आर्थिक स्थिति पर ध्यान देना चाहिए।
  • यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से थोड़ा कमजोर रहने की संभावना है।

उपाय: आपको प्रतिदिन श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।

कर्क राशि

  • करियर के दृष्टिकोण से यह महीना अनुकूल रहने की प्रबल संभावना है।
  • इस महीने आप आप जो भी पढ़ाई कर रहे हैं उसमें आपको सफलता मिलेगी।
  • आप और आपके प्रियतम एक दूसरे के और निकट आएंगे, एक दूसरे से प्यार भरी बातें करेंगे।
  • यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए तो इस महीने की शुरुआत अनुकूल रहेगी।
  • सेहत के प्रति तनिक भी लापरवाही नहीं दिखानी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आप किसी बड़ी बीमारी की चपेट में आ सकते हैं।

उपाय: शनिवार के दिन छाया दान करना आपके लिए अनुकूल रहेगा।

सिंह राशि 

  • करियर के दृष्टिकोण से यह महीना ठीक-ठाक रहने की संभावना दिखाई दे रही है।
  • यदि विद्यार्थियों की बात करें तो यह महीना आपके लिए कठिन मेहनत से भरा रहने वाला है।
  • इस पूरे महीने प्रेम संबंधों में कुछ उतार-चढ़ाव रहेगा।
  • आर्थिक स्थिति को देखा जाए तो महीने की शुरुआत आपके लिए कुछ कमजोर रहने की संभावना दिखाई दे।
  • स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से कुछ कमजोर रहने की संभावना दिखाई दे रही है।

उपाय: बृहस्पतिवार के दिन केले के वृक्ष को जल चढ़कर उसकी पूजा करनी चाहिए।

कन्या राशि

  • करियर के दृष्टिकोण से यह महीना मध्यम रहने की संभावना दिखाई दे रही है।
  • विद्यार्थियों की बात करें तो यह महीना विद्यार्थियों के लिए कमरतोड़ मेहनत करने वाला महीना रहने वाला है।
  • यह महीना पारिवारिक तौर पर ठीक-ठाक रहने की संभावना दिखाई देती है।
  • यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं तो महीने की शुरुआत कुछ कमजोर हो सकती है।
  • इस महीने सूर्य महाराज आपको अच्छी आर्थिक आमदनी प्रदान करेंगे।
  • यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से ध्यान देने वाला महीना है इसलिए आपको सावधानी रखनी होगी।

उपाय: आपको बुधवार के दिन किन्नरों से आशीर्वाद लेना चाहिए।

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तुला राशि

  • करियर के दृष्टिकोण से यह महीना मध्यम से कुछ बेहतर रहने की संभावना है।
  • यदि विद्यार्थियों की बात करें तो यह महीना आपके लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहने की संभावना है।
  • यह महीना पारिवारिक जीवन के लिए अनुकूल रहने की संभावना दिखाई दे रही है।
  • यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए तो यह महीना मिले-जुले परिणाम देने वाला महीना साबित हो सकता है।
  • यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से समझदारी और सावधानी बरतने वाला महीना होने वाला है।

उपाय: शनिवार के दिन काली चीटियों को खाने के लिए आटे का कसार डालना चाहिए।

वृश्चिक राशि

  • इस महीने कार्यक्षेत्र में आप मेहनत करेंगे, आपके ऊपर काम का दबाव भी होगा।
  • यदि विद्यार्थियों की बात करें तो महीने का पूर्वार्ध उतार चढाव से भरा रहने वाला।
  • प्रेम संबंध में हैं तो आपके लिए महीना मध्य रूप से फलदायक रहने वाला है।
    पांचवें भाव के स्वामी देवगुरु बृहस्पति का सातवें भाव में होना भी आर्थिक स्थिति में सुधार का कारण बनेगा।
  • यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से वैसे तो ठीक-ठाक रहने की संभावना है फिर भी आपको स्वास्थ्य के प्रति सतर्कता बनाए रखनी चाहिए।

उपाय: छोटे बालकों को मंगलवार के दिन गुड और चने का प्रसाद बांटना चाहिए।

धनु राशि 

  • इस महीने कार्य क्षेत्र का माहौल आपको उबाऊ लगने लगेगा और आपका मन करेगा कि तुरंत कहीं चले जाएं।
  • आपकी एकाग्रता भंग होगी लेकिन बहुत ज्यादा मेहनत करने से आपको सफलता मिलती दिखाई देगी।
  • एक दूसरे को ठीक से समय ना दे पाना और एक दूसरे को ठीक से ना समझ पाना इसकी बड़ी वजह हो सकती है।
  • यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए तो यह महीना आर्थिक रूप से मध्य ही रहने की संभावना है।
  • यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से ध्यान देने वाला महीना साबित हो सकता है।

उपाय: नागकेसर का पौधा बुधवार के दिन किसी उद्यान में लगाना चाहिए।

मकर राशि

  • करियर के दृष्टिकोण से यह महीना उतार-चढ़ाव से भरा रहने की संभावना है।
  • मंगल महाराज आपकी हिम्मत को बढ़ाएंगे और आपको एकाग्रता के साथ पढ़ने में मदद करेंगे।
  • यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं तो यह महीना आपके लिए ठीक-ठाक रहने वाला है।
  • इस महीने दिन प्रतिदिन आमदनी में होती बढ़ोतरी आपको खुशी देगी।
  • इस महीने आपको इस दौरान अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।

उपाय: आपको प्रतिदिन श्री शनि चालीसा का पाठ करना चाहिए।

कुंभ राशि

  • करियर के दृष्टिकोण से यह महीना आपके लिए अनुकूलता लेकर आने वाला है। 
  • यदि विद्यार्थियों की बात करें तो आपको अपनी शिक्षा में अनुकूल परिणाम की प्राप्ति होगी।
  • यदि आपके प्रेम संबंध की बात करें तो यह महीना आपका प्रेम संबंधों के लिए बहुत अनुकूल रहने वाला है।
  • यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए तो यह महीना आर्थिक तौर पर मध्य परिणाम लेकर आने वाला है।
  • आपका लापरवाही भरा रवैया और खान-पान के प्रति उदासीनता या समय-समय पर भोजन न करना आपको नुकसान दे सकता है।

उपाय: आपको श्री राधा रानी जी की उपासना करनी चाहिए।

मीन राशि

  • करियर के दृष्टिकोण से यह महीना ठीक-ठाक रहने की संभावना दिखाई दे रही है।
  • आप किसी भी कीमत पर लोगों के सामने खुद को श्रेष्ठ साबित करना चाहेंगे।
  • आप अपने धन को अपने भाई बहनों के लिए खर्च करेंगे पर तीसरे भाव में बृहस्पति और मंगल की उपस्थिति होने से भाई बहनों से आपके संबंध अनुकूल होंगे।
  • यह महीने आपके खर्चों को कई गुना तक बढ़ा देंगे।
  • यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है।

उपाय: आपको प्रतिदिन सूर्य देव को तांबे के पात्र से अर्घ्य देना चाहिए।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. 1 अगस्त 2024 को कौन सा दिन है?

उत्तर 1. 1 अगस्त 2024 को गुरुवार का दिन पड़ रहा है।

प्रश्न 2. अगस्त 2024 पर क्या खास है?

उत्तर 2. इस महीने 15 अगस्त को देश की आजादी का जश्न मनाया जाएगा और साथ ही कई व्रत त्योहार पड़ेंगे।

प्रश्न 3. 2024 में 9 अगस्त को कौन सा दिन है?

उत्तर 3. 09 अगस्त 2024 को शुक्रवार का दिन पड़ रहा है।

प्रश्न 4. अगस्त में रक्षाबंधन का त्योहार कब पड़ेगा?

उत्तर 4.  रक्षाबंधन का त्योहार 19 अगस्त 2024 सोमवार के दिन पड़ेगा।