लोकसभा चुनावों में भारी बहुमत से जीत दर्ज करने के बाद बीजेपी के मंत्रिमंडल को लेकर मीडिया में कई खबरें चलीं। ज्यादातर मीडिया चैनलों ने यह आकलन लगाया कि नये मंत्रिमंडल में कुछ नये चेहरों को भी जगह दी जाएगी और यह बात सच भी साबित हो सकती है। इस बार अमित शाह भी मंत्रिमंडल में कोई पद संभाल सकते हैं, यह खबर भी मीडिया की सुर्खियों में बनी हुई है। खैर इसी बीच मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली को लेकर एक बड़ी खबर आयी है। बताया जा रहा है कि मोदी के नए कार्यकाल के मंत्रिपरिषद में अरुण जेटली कोई पद नहीं संभालेंगे। यह खबर बीजेपी के लिए अच्छी नहीं कही जा सकती।
अरुण जेटली की चिट्ठी ने अटकलों के बाजार को किया शांत
दरअसल पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से एक दिन पूर्व प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिख कर अवगत कराया कि वो नई सरकार में मंत्रिपद संभालने में असमर्थ हैं। प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिख कर अरुण जेटली ने अटकलों के बाजार को शांत कर दिया है। अरुण जेटली के नए मंत्रीपरिषद में पद संभालने को लेकर बीते कुछ दिनों से संशय बना हुआ था। आपको बता दें कि उन्होंने खराब स्वास्थ्य के कारण नई सरकार में मंत्री बनने से मना कर दिया। अपना पत्र अरुण जेटली ने फेसबुक और ट्विटर पर भी डाला है।
जेटली, पहले ही कर चुके थे पीएम मोदी को सूचित
अरुण जेटली ने बताया कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को भारी बहुमत मिलने के बाद उन्होंने अपनी बीमारी का इलाज करने के लिए पीएम मोदी को सूचित किया था। अरुण जेटली ने कहा कि ” मैं आपसे औपचारिक रुप से यह निवेदन करने के लिए लिख रहा हूं कि मुझे अपने स्वास्थ्य में बेहतरी करने और अपने इलाज के लिए कुछ वक्त चाहिए और इस कारण मुझे नई सरकार में कोई जिम्मेदारी न सौंपी जाए।” बताते चलें कि पिछले सप्ताह स्वास्थ्य खराब होने के कारण अरुण जेटली को एम्स अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था।