हिन्दू धर्म के अंतर्गत आने वाले सभी व्रत और त्यौहार को बेहद ख़ास माना जाता है। इन्हीं व्रत त्योहारों में से एक त्यौहार है अनंत चतुर्दशी। इस दिन विशेष रूप से भगवान अनंत की पूजा की जाती है जिन्हें विष्णु जी का एक अवतार माना जाता है। इस दिन व्रत रखने का भी ख़ासा महत्व है। आज हम आपको विशेष रूप से अनंत चतुर्दशी के दिन रखें जाने वाले व्रत की विधि और इस व्रत के महत्व के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं इस दिन व्रत रखने के विशेष लाभों को।
अनंत चतुर्दशी व्रत का महत्व
हिन्दू धार्मिक महत्व के आधरों पर अनंत चतुर्दशी के दिन विशेष रूप से विष्णु जी के अनंत रूप की पूजा की जाती है। इस दिन व्रत रखने और सत्यनारायण कथा सुनना लाभकारी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति के जीवन में धन धान्य आता है और पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है। अनंत चतुर्दशी का व्रत स्त्री पुरुष कोई भी श्रद्धा पूर्वक रख सकता है। बता दें कि अनंत चतुर्दशी के दिन ही दस दिनों तक चलने वाले गणेश उत्सव की समाप्ति होती है और गणेश विसर्जन किया जाता है। अनंत चतुर्दशी के दिन चौदह गाँठ वाले रक्षासूत्र को कच्चे दूध में डुबोकर बाँधा जाता है। आइये जानते हैं इस दिन किस विधि से रखें अनंत भगवान् का व्रत।
अनंत चतुर्दशी व्रत के विशेष लाभ
सबसे पहले आपको आपको बता दें की अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान् अनंत की पूजा की जाती है जिन्हें विष्णु जी का एक अवतार माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि अनंत चतुर्दशी के दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति को जीवन में कभी भी धन धान्य में कमी नहीं आती है और जीवन सुखी संपन्न बीतता है। इसके साथ ही साथ एक अन्य धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन व्रत रखने से पुत्र धन की प्राप्ति होती है। विष्णु जी के अवतार भगवान् अनंत को सुखी जीवन और मुख्य तौर पर पुत्र फल देने वाला देवता माना जाता है। इस दिन व्रत रखकर और अनंत भगवान की विधिवत पूजा अर्चना कर उन्हें प्रसन्न किया जा सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस व्रत को महाभारत काल में पांडवों ने भी रखा था। माना जाता है कि जब पांडव गुप्त वनवास पर थे उस समय ना तो उनके पास धन था और ही एक सुखी जीवन। उस समय कृष्ण जी के कहने पर उन्होंने अनंत चतुर्दशी का व्रत रखा था। इस व्रत को रखने से व्यक्ति के जीवन से ना केवल दरिद्रता दूर होती है बल्कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से भी मुक्ति मिलती है।
बता दें कि अनंत चतुर्दशी का दिन इसलिए भी ख़ास माना जाता क्योंकि इस दिन गणेश जी का विसर्जन भी किया जाता है। इस दिन ना केवल विष्णु जी के अनंत अवतार की पूजा की जाती है बल्कि गणेश जी की पूजा अर्चना भी की जाती है। बहरहाल आप एक ही दिन दो देवताओं की पूजा कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
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