लोकसभा चुनावों के बाद जिस तरह कांग्रेस पार्टी अपनी ज़मीन बचाती दिखाई दे रही है, लेकिन दूसरी तरफ उन्हें अब एक और बड़ा झटका लगा है। जिसके बाद अब कर्नाटक में भी उनकी गठबंधन सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। आए दिन राज्य में जिस तरह घटनाक्रम का खेल खेला जा रहा है उसके बदलाव में आज सरकार की मुश्किलों में थोड़ा ज्यादा ही इज़ाफा हो गया है।
कांग्रेस के 21 मंत्रियों ने दिया अपना इस्तीफा
दरअसल, कर्नाटक में जारी राजनीतिक उठा-पठक के बीच राज्य के डिप्टी सीएम समेत कांग्रेस के 21 दिग्गज मंत्रियों ने सोमवार को अपना इस्तीफा देते हुए पार्टी में कोहराम मचा दिया। याद दिला दें कि राज्य में इस्तीफे का दौर कोई नया नहीं है बल्कि इससे पहले राज्य के मंत्री एवं निर्दलीय विधायक एच नागेश ने मंत्री पद से अपना इस्तीफा देने के साथ ही मौजूदा कांग्रेस-जेडीएस सरकार से समर्थन वापस लेने का एलान कर दिया था।
दोनों पार्टियों में जमकर चल रही है बयान-बाज़ी
कर्नाटक में गहरा रहे सियासी संकट के साथ ही दोनों पार्टियों में अब एक दूसरे पर छींटाकशी का दौर भी शुरू हो चला है। जिसके तार अब भाजपा से जोड़े जा रहे हैं। इसी आशंका को बल देते हुए कांग्रेस सांसद डीके सुरेश ने इस पूरे घटनाक्रम के पीछे भाजपा नेताओं का हाथ होने का साफ़ तौर पर आरोप लगाया है। कर्नाटक सरकार पर घिरे संकट के बादलों के बाद ही अब देश की सिसायत भी इस मामले को लेकर गरमा चुकी है। ऐसे में कांग्रेस नेता जहाँ कर्नाटक में उनकी इस बिगड़ती स्थिति के पीछे भाजपा को जिम्मेदार बता रहे हैं। तो वहीं लोकसभा में भी इस मुद्दे को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इन सभी आरोपों को ये बोल कर दरकिनार कर दिया कि कर्नाटक में जो कुछ भी हो रहा है उसका उनकी पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है।
निर्दलय विधायक ने लिखा राज्यपाल को पत्र
इस मामले को लेकर निर्दलीय विधायक एवं मंत्री रहे नागेश ने राज्य के गवर्नर को भी एक पत्र भेजा है जिसमें उन्होंने साफ़ तौर से लिखा है कि “एचडी कुमार स्वामी वाली गठबंधन सरकार से मैंने मंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। इस पत्र के माध्यम से मैं बताना चाहता हूं कि मैं अपना समर्थन भाजपा की सरकार को दूँगा अगर मुझे आपके द्वारा बुलाया जाता है।”
वहीं दूसरी ओर कुर्सी बचाने की कवायत में लगे मंत्री जमीर अहमद खान ने सभी राजनीतिक घमासान के बीच ये दावा किया है कि आज, सोमवार शाम तक बीजेपी खेमें में गए 10 में से 6 से 7 विधायक वापस पार्टी में शामिल हो जाएंगे।
224 सीटों में से बीजेपी को मिली थी 105 सीटें
गौरतलब है कि 224 सदस्यीय विधानसभा सीटों वाली कर्नाटक में 118 विधायक सत्तारुढ़ गठबंधन के हैं। जिसमें विधानसभा स्पीकर के अलावा कांग्रेस के 78 विधायक, JDS के 37 विधायक, BSP का एक विधायक और दो निर्दलीय विधायक शामिल हैं। जबकि, विधानसभा में भाजपा के 105 विधायक शामिल हैं।
सीएम एच डी कुमारस्वामी करेंगे कांग्रेस नेताओं से बात
ऐसे में यदि राज्यपाल विधानसभा भंग करते हुए विधायकों के इस्तीफ़े को स्वीकार कर लेते हैं तो सीएम एच डी कुमारस्वामी की 13 महीने पुरानी गठबंधन सरकार अपना बहुमत खो देगी। ऐसे में कर्नाटक में गठबंधन सरकार पर मंडरा रहे इस बड़े खतरे के बीच सीएम एचडी कुमारस्वामी आज, सोमवार को कांग्रेस नेताओं से किसी भी वक़्त मुलाकात करेंगे। साथ ही उन्होंने बीजेपी को कोई भी मौका न देते हुए इस्तीफा देने वाले जेडीएस के बागी विधायकों की बैठक बुलाने के भी संकेत दिए हैं।