दो शुभ योगों से शुरू आज का दिन, इस मुहूर्त पर बनेंगे सब बिगड़े काम!

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सप्ताह के सातों दिन किसी न किसी भगवान को समर्पित होते हैं। वहीं ज्योतिष शास्त्र की बात करें तो प्रत्येक दिन पर किसी न किसी ग्रह का शासन होता है। हर दिन का अपना एक धार्मिक महत्व होता है और लोग उस दिन की मान्यता के आधार पर व्रत रखते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और विभिन्न प्रकार के अनुष्ठान करते हैं। मगर प्रतिदिन आने वाले दिनों में से कुछ दिन ऐसे भी होते हैं, जो बेहद ख़ास होते हैं क्योंकि उस दिन या तो कोई ख़ास व्रत-त्यौहार पड़ता है या फिर कोई शुभ योग बन रहा होता है। ऐसी ही एक बेहद ख़ास तिथि आने वाली है, 25 नवंबर 2022। इस दिन दो शुभ योग बन रहे हैं। पहला सुकर्मा और दूसरा धृति। ऐसे में धार्मिक नज़रिए से यह तिथि सभी लोगों के लिए बहुत अहम है। तो आइए जानते हैं कि यह दिन आपके लिए किस मामले में ख़ास है, इस दिन बनने वाले योगों का क्या महत्व है और इस दिन क्या करना बेहतर होगा और क्या नहीं।

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके

25 नवंबर 2022: शुभ-अशुभ मुहूर्त

दिन: शुक्रवार

नक्षत्र: ज्येष्ठा

अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 28 मिनट तक

राहु काल: सुबह 10 बजकर 48 मिनट से दोपहर 12 बजकर 07 मिनट तक

नोट: मान्यताओं के अनुसार, राहुकाल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इससे सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति नहीं होती है। इसलिए सुझाव दिया जाता है कि उपरोक्त राहु काल के दौरान कोई भी शुभ अथवा मांगलिक कार्य न करें।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

25 नवंबर 2022 को बनने वाले शुभ योग

सुकर्मा योग

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस योग में किए गए कार्यों में सफलता अवश्य मिलती है। काम बिना किसी बाधा या परेशानी के पूर्ण होता है। यही वजह है कि यह योग विशेष रूप से नौकरी बदलने, मांगलिक कार्य करने या फिर कोई और शुभ कार्य करने के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।

सुकर्मा योग आरंभ: 24 नवंबर 2022 की रात 12 बजकर 18 मिनट से

सुकर्मा योग समाप्त: 25 नवंबर 2022 की सुबह 08 बजकर 42 मिनट तक

धृति योग

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यह योग मुख्य रूप से भवन/स्थान का शिलान्यास करने, भूमि पूजन करने या नींव का पत्थर रखने के लिए बेहद उत्तम माना जाता है। मान्यता है कि इस योग में किए गए इस तरह के सभी कार्य जीवन भर सुख-सुविधा प्रदान करते हैं।

धृति योग आरंभ: 25 नवंबर 2022 की सुबह 08 बजकर 42 मिनट से

धृति योग समाप्त: 26 नवंबर 2022 की सुबह 04 बजकर 58 मिनट तक

हिन्दू पंचांग के अनुसार, सुकर्मा योग 25 नवंबर 2022 की सुबह 08 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। ऐसे में इस योग के शुभ फल उन लोगों को प्राप्त होंगे, जो ब्रह्म मुहूर्त में उठकर भगवान की पूजा-अर्चना करते हैं, ध्यान करते हैं और ज्ञान प्राप्त करते हैं। ग़ौरतलब है कि यह योग सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए भी बेहद फलदायी सिद्ध होगा।

धृति योग की बात करें तो सुकर्मा योग समाप्त होने के बाद, यह योग पूरा दिन अपनी विशेष कृपा बरसाएगा। ज़ाहिर है कि उस दिन बस आपको केवल राहु काल के दौरान कोई भी शुभ या मंगल कार्य न करने की सलाह दी जाती है।

नये साल में करियर की कोई भी दुविधा कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट से करें दूर

शुक्रवार के दिन करें ये उपाय, होगी धन-धान्य में वृद्धि

25 नवंबर 2022 को शुक्रवार पड़ रहा है, जिसे हिन्दू धर्म में माता लक्ष्मी का दिन माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, माता लक्ष्मी की कृपा जिस व्यक्ति पर होती है, उसे अपने जीवन में कभी भी आर्थिक समस्या से नहीं गुज़रना पड़ता है। सरल शब्दों में कहें तो धन की देवी माता लक्ष्मी की कृपा से व्यक्ति धनवान होता है और सुख-सुविधाओं का भोग करता है। ऐसे में यदि आप शुक्रवार के दिन कुछ विशेष उपाय करते हैं तो आपको माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होगा और आपके जीवन में आर्थिक समृद्धि संभव होगी।

  • आर्थिक तंगी और कर्ज़ से मुक्ति पाने के लिए शुक्रवार के दिन किसी पीले रंग के कपड़े में एक चांदी का सिक्का, पीले रंग की कुछ कौड़ियां और केसर बांध कर अपनी तिजोरी में रखें। इससे आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं।
  • माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने और धन लाभ अर्जित करने के लिए शुक्रवार के दिन निर्धन/ग़रीब लोगों को खीर खिलाएं।
  • इस दिन 3 कन्याओं को भोजन कराएं और फिर उन्हें पीले रंग के कपड़े तथा पैसे दान करें।
  • भविष्य में आने वाली आर्थिक समस्या से बचने के लिए शुक्रवार के दिन श्री यंत्र पर दूध और जल चढ़ाकर, उस जल का पूरे घर में छिड़काव करें। इसके बाद श्री यंत्र को घर की तिजोरी में रख दें। इससे विशेष लाभ की प्राप्ति होगी।
  • धन लाभ का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी के साथ-साथ श्री हरि भगवान विष्णु की पूजा भी पूरे श्रद्धा भाव से करें। इससे माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को दिव्य आशीर्वाद प्रदान करती हैं।
  • शुक्रवार की शाम को पूरे घर की लाइटें जलाकर रखें और मुख्य द्वार पर दीपक/दीया ज़रूर जलाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि शास्त्रों के अनुसार घर में माता लक्ष्मी का आगमन शाम के समय ही होता है।
  • वैवाहिक जीवन में कलेश/तनाव जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए इस दिन माँ लक्ष्मी के मंदिर जाकर श्रृंगार का सामान चढ़ाएं।
  • यदि आप लंबे समय से मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं तो 25 नवंबर 2022 के दिन माता लक्ष्मी को केवड़ा अर्पित करें।
  • इसके अलावा, 25 नवंबर 2022 की सुबह गाय को रोटी खिलाएं। मगर ध्यान रहे कि राहु काल में ऐसा काम करने से बचें।

ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें

शुक्र ग्रह की शांति के लिए 25 नवंबर को करें ये अचूक उपाय

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, कुंडली में शुक्र ग्रह को प्रबल बनाने के लिए शुक्रवार के दिन कुछ विशेष उपाय किए जाने चाहिए। जो कि इस प्रकार हैं:-

  • शुक्रवार के दिन गुलाबी और सफेद रंग के कपड़े पहनें।
  • हमेशा महिलाओं का सम्मान करें।
  • अपने अंदर की कलात्मक क्रियाओं को निखारने की कोशिश करें। इससे आपको शुभ फल प्राप्त होंगे।
  • सच्चे दिल से माता लक्ष्मी की पूजा करें।
  • इस दिन श्री सूक्त का पाठ करें।
  • शुक्रवार के दिन व्रत रखें।
  • शुक्र ग्रह की शांति के लिए आप शुक्र ग्रह शांति पूजा का आयोजन भी कर सकते हैं।
  • नियमित रूप से शुक्र बीज मंत्र का जाप करें।
  • यदि आपकी राशि वृषभ या तुला है तो शुक्रवार के दिन हीरे की अंगूठी धारण करें क्योंकि इन दोनों राशियों का स्वामित्व शुक्र ग्रह को प्राप्त है।
  • शुक्रवार के दिन शुक्र यंत्र धारण करें।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.