सूर्य का कन्या राशि में गोचर: जानें, किन राशियों के जीवन में लेकर आएगा सौभाग्य?

सूर्य का कन्या राशि में गोचर: ग्रहों के राजा सूर्य सिंह राशि से निकलकर 17 सितंबर 2023 को बुध की राशि कन्या में गोचर करेंगे जो कि बुध की उच्च और मूल त्रिकोण राशि भी है। तात्कालिक और नैसर्गिक दोनों मित्रता के अनुसार सूर्य मित्र राशि में गोचर करेंगे। सूर्य यहां 1 महीने तक रहने वाले हैं अर्थात 18 अक्टूबर 2023 तक सूर्य कन्या राशि में ही बने रहेंगे। 

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सूर्य गोचर का भारत पर प्रभाव 

भारतवर्ष के लिए देखें तो, सूर्य के गोचर के चलते देश के भीतर युवाओं में किसी बात को लेकर असंतोष या आक्रोश देखने को मिल सकता है। नेता अपने गलत बयानों के चलते इस अवधि में सुर्खियों में बने रह सकते हैं। किसी स्त्री से जुड़ा कोई मुद्दा या केस भी चर्चा का विषय रह सकता है। तापमान में उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल सकता है। सूर्य के गोचर का आपकी राशि पर क्या असर पड़ेगा? आइए जानते हैं। 

सूर्य का कन्या राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में पंचम भाव के स्वामी हैं और इस गोचर के माध्यम से सूर्य आपके छठे भाव में गोचर करने वाले हैं। वैसे देखा जाए तो पंचम भाव के स्वामी का छठे भाव में आना सामान्य नियम के अनुसार ठीक नहीं है। लेकिन, सूर्य छठे भाव में गोचर करने पर अच्छे परिणाम देते लगता है जो आपको विभिन्न प्रकार के प्रतिस्पर्धात्मक कार्यों में आगे ले जाने का काम कर सकता है। यदि आप विद्यार्थी हैं तो आपका प्रदर्शन अच्छा हो सकता है यानी कि आप पढ़ाई-लिखाई में अच्छा कर सकते हैं। स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं भी सूर्य का यह गोचर दूर करने का काम करेगा। आप अपने प्रतिस्पर्धियों और विरोधियों से बेहतर करते हुए देखे जा सकेंगे। शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में भी सूर्य का यह गोचर आपको अच्छे परिणाम दिला सकता है।

उपाय: बंदरों को गेहूं और गुड़ खिलाना शुभ रहेगा। 

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में चतुर्थ भाव के स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके पांचवें भाव में आ रहे हैं। सामान्य तौर पर सूर्य के गोचर को पांचवें भाव में बहुत अच्छा नहीं कहा गया है। हालांकि काल पुरुष की कुंडली में यह सूर्य का अपना स्वयं का भाव है इसलिए यह कोई बड़ी नकारात्मकता भी नहीं देगा। लेकिन, इसके बावजूद भी आपका फोकस आपके टारगेट या सब्जेक्ट से हटने न पाए इस बात की कोशिश करनी होगी। यदि किसी बात को लेकर कोई कंफ्यूजन या डाउट हो, तो एक्सपर्ट एडवाइस जरूर लें। यदि आप विद्यार्थी हैं तो पढ़ाई पर लगातार मेहनत जारी रखें क्योंकि ऐसा करके आप बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। मित्रों की बातों का बुरा नहीं मानेंगे तो मित्रों से भी अच्छा सहयोग मिल सकेगा।

उपाय: सरसों के तेल की आठ बूंदे कच्ची मिट्टी में टपकना शुभ रहेगा। 

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मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी हैं और गोचर करके आपके चौथे भाव में जा रहे हैं। सूर्य आपके राशि स्वामी के मित्र हैं। अतः आपको कोई बड़ी समस्या नहीं देंगे, लेकिन चौथे भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है। अतः मन किसी बात को लेकर परेशान रह सकता है। कभी-कभी घर की परिस्थितियां या आसपास का माहौल तनाव देने का काम कर सकता है। इस समय अवधि में माता को लेकर कुछ परेशानियां या चिंताएं देखने को मिल सकती हैं। यदि आपको पहले से कोई हृदय या सीने से संबंधित परेशानी रही है तो सूर्य के इस गोचर को ध्यान में रखते हुए किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतनी है। घरेलू विवाद चाहे जमीन-जायदाद को लेकर हो या किसी अन्य मामले को लेकर बड़ी शांति के साथ विवाद को शांत करने की कोशिश बहुत जरूरी होगी। उम्मीद है आप समझदारी दिखाकर घर-गृहस्थी को बेहतर ढंग से चला सकेंगे।

उपाय: अपने सामर्थ्य अनुसार गरीबों की मदद करें और उन्हें भोजन करवाएं। 

कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में दूसरे भाव के स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके तीसरे भाव में गए हैं। सूर्य ग्रह का यह गोचर सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला कहा गया है। यह गोचर आपके कॉन्फिडेंस को बढ़ाने का काम करेगा और आप अधिकांश मामलों में बहुत अच्छा परफॉर्म कर सकेंगे। दूसरे भाव का स्वामी अपने से दूसरे भाव में जाने के कारण तथा राशि में प्रवेश के समय बुध और सूर्य का आपस में एक्सचेंज होने के कारण आर्थिक मामलों में भी सूर्य गोचर आपको अच्छे परिणाम दिलाना चाहेगा। जमीन-जायदाद से जुड़े मामलों में भी अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। शासन-प्रशासन संबंधित मामलों में भी सूर्य का यह गोचर अनुकूलता देने का काम कर सकता है।

उपाय: पिता और पिता तुल्य व्यक्तियों की सेवा सत्कार करते रहें। साथ ही, किसी पिता तुल्य व्यक्ति को दूध और चावल भी खिलाएं। 

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए सूर्य आपके राशि स्वामी होकर दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। दूसरे भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है। लेकिन, मित्र राशि में जाने के कारण सूर्य दूसरे भाव का नुकसान करने से भी बचना चाहेंगे अर्थात कुछ परेशानियां तो रह सकती हैं परंतु कोई बड़ा नुकसान नहीं होगा। जैसे कि आर्थिक मामलों में उतार-चढ़ाव साथ-साथ खर्चें आदि देखने को मिल सकते हैं, लेकिन धन व्यर्थ नहीं जाएगा। इस समय अवधि में परिजनों को सम्मान देने की स्थिति में कोई विवाद नहीं होगा, अन्यथा कुछ हद तक पारिवारिक असामंजस्य देखने को मिल सकता है। इस दौरान खान-पान पर संयम रखना होगा और आंखों की सुरक्षा के प्रति भी जागरूक रहना होगा।

उपाय: किसी धर्मस्थल पर नारियल और बादाम का दान करना शुभ रहेगा। 

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कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में द्वादश भाव के स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके पहले भाव में जा रहे हैं। पहले भाव में सूर्य के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा नहीं माना जाता है क्योंकि प्रथम भाव के सूर्य को रोग देने वाला कहा गया है। हालांकि मित्र राशि में होने के कारण यह कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या नहीं देंगे, लेकिन फिर भी सिर दर्द, बुखार या हल्की-फुल्की चोट लगना जैसे घटनाक्रम दे सकते हैं। सूर्य के इस गोचर के चलते आपको क्रोध ज्यादा आ सकता है। इस दौरान इस बात का ख्याल रखना होगा कि आपके भीतर अहंकार या क्रोध बढ़ने न पाए। साथ ही, शासन-प्रशासन से जुड़े लोगों के साथ अपने संबंध बेहतर रखने की कोशिश भी करनी होगी। इसके अलावा, इस अवधि में संयमित खान-पान भी स्वास्थ्य के लिए हितकर सिद्ध होगा।

उपाय: संभव हो, तो इस महीने गुड़ का सेवन न करें। 

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में लाभ भाव के स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके व्यय भाव में जा रहे हैं। सामान्य तौर पर व्यय भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना गया है। ऐसी स्थिति में खर्चों की अधिकता देखने को मिल सकती है, विशेषकर गैर जरूरी खर्च। सूर्य का यह गोचर यात्राएं भी करवा सकता है लेकिन यात्राएं कुछ हद तक कठिनाई भरी रह सकती हैं। ऐसी स्थिति में व्यर्थ और बेकार की यात्राओं से बचना ज्यादा अच्छा रहेगा। शासन-प्रशासन से जुड़े व्यक्तियों से इस अवधि में बिल्कुल नहीं उलझना है। यदि किसी कारण से शासन-प्रशासन के व्यक्तियों को आप नापसंद भी करते हैं तो भी उनके साथ विवाद में पड़ने से बचना होगा।

उपाय: नियमित रूप से गणेश जी के मंदिर जाना या फिर किसी भी धर्मस्थल जाना शुभ रहेगा। 

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों की कुंडली में सूर्य आपके लाभ भाव में गोचर करने जा रहे हैं। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि कर्म स्थान के स्वामी सूर्य लाभ भाव में जा रहे हैं। सामान्य तौर पर यह काफ़ी अच्छी स्थिति कही जाएगी। सूर्य का यह गोचर आपको विभिन्न माध्यमों से लाभ दिलाने की कोशिश करेगा। लंबे समय से लंबित पड़े कार्य इस अवधि में न केवल तेजी के साथ आगे बढ़ सकेंगे, बल्कि उनसे अच्छे परिणाम भी प्राप्त हो सकेंगे। सामाजिक मान-प्रतिष्ठा दिलाने में भी सूर्य का यह गोचर अहम और अनुकूल भूमिका निभा सकता है। कन्या राशि में प्रवेश के समय से ही सूर्य और मंगल की युति लाभ भाव में होने के कारण आपका सामाजिक दायरा तो बढ़ेगा ही बढ़ेगा। साथ ही, कुछ लाभप्रद सौदे भी इस अवधि में आपके हाथ लग सकते हैं। प्रमोशन और इंक्रीमेंट इत्यादि की भी संभावनाएं मजबूत हो सकेंगी।

उपाय: स्वयं को शुद्ध और सात्विक रखना हितकारी रहेगा। 

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धनु राशि

धनु राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में भाग्य भाव के स्वामी हैं और यह आपके कर्म स्थान में गोचर करने जा रहे हैं। इस भाव में सूर्य के गोचर को काफ़ी अच्छा माना गया है। विशेषकर जब भाग्य स्थान का स्वामी कर्म स्थान पर चला जाए, तो भाग्य और कर्म का एक अच्छा कनेक्शन जुड़ जाता है। सूर्य के कन्या में प्रवेश के समय सूर्य और बुध का आपस में एक्सचेंज यानी कि भाग्य और कर्म स्थान का आपस में एक्सचेंज है। यह और भी अच्छी स्थिति है यानी कि इस अवधि में आप भाग्य का साथ मिलने के कारण हर काम को अच्छे से कर सकेंगे। शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में आपको लाभ मिलने के साथ-साथ आपका सामाजिक दायरा भी बढ़ेगा। पिता अथवा पिता तुल्य व्यक्ति के सहयोग से भी कुछ विशेष उपलब्धियां इस समय अवधि में आपको मिल सकती हैं।

उपाय: किसी गरीब व्यक्ति को शनिवार के दिन काले कपड़े का दान करें। 

मकर राशि

मकर राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में आठवें भाव के स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके भाग्य भाव में जा रहे हैं। भाग्य भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है। भले ही सूर्य अपनी मित्र की राशि में जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी नवम भाव में सूर्य ज्यादा अनुकूल परिणाम नहीं दे पाएंगे। हालांकि, लाभ भाव के स्वामी के साथ युति करने के कारण लाभ दिलाने में यह छोटी-मोटी भूमिका निभा सकते हैं। विशेषकर अप्रत्याशित लाभ दिलाने में सूर्य का योगदान उल्लेखनीय रह सकता है यानी कि भले ही सूर्य का यह गोचर निरंतर रूप से आपको लाभ न दिला पाए लेकिन बीच-बीच में कुछ अप्रत्याशित लाभ आपको मिल सकता है। इस अवधि में पिता अथवा पिता तुल्य व्यक्ति के साथ सामंजस्य बिठाकर उनकी सेवा करते हुए आगे बढ़ेंगे तो उनके सहयोग से कुछ लाभ भी मिल सकता हैं। सूर्य का यह गोचर बहुत अच्छा तो नहीं है लेकिन समझदारी दिखाकर आप कुछ अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

उपाय: संभव हो, तो रविवार के दिन नमक का सेवन न करें। 

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कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में सप्तम भाव के स्वामी हैं और यह आपके अष्टम भाव में गोचर करने जा रहे हैं। गोचर शास्त्र के अनुसार, अष्टम भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं कहा जाता है। विशेषकर सातवें भाव के स्वामी का आठवें भाव में जाना दैनिक रोजगार के मामलों में कठिनाइयां देने का काम कर सकता है। यदि आप व्यापारी या व्यवसायी हैं तो सूर्य का यह गोचर आपको कुछ हद तक कठिनाइयां दे सकता है। साथ ही, दांपत्य जीवन से संबंधित मामलों में भी कुछ परेशानियां रह सकती हैं, लेकिन सूर्य और मंगल की युति के चलते कार्यक्षेत्र में अचानक से कुछ लाभ हो सकता है। इस अवधि में अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना भी जरूरी होगा। साथ ही, आपको चोट या खरोच न लगने पाए इस बात की कोशिश करनी होगी।

उपाय: स्वयं को क्रोध और कलह से दूर रखेंगे तो बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। 

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में छठे भाव के स्वामी हैं और यह आपके सातवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। सामान्य तौर पर सप्तम भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं कहा गया है। ऊपर से छठे भाव के स्वामी का सप्तम भाव में जाना इस बात का संकेत कर रहा है कि आपका आपके पार्टनर के साथ सामंजस्य बिगड़ सकता है यानी कि यदि आप साझेदारी में कोई काम कर रहे हैं, तो पार्टनर के साथ विवाद न होने पाए इस बात की कोशिश करनी होगी। वहीं, यदि आप विवाहित हैं तो जीवनसाथी अथवा जीवनसंगिनी के साथ भी विवाद न पड़ने से बचें। साथ ही, स्वयं के स्वास्थ्य का ख्याल भी रखना होगा और बेवजह के क्रोध से भी स्वयं को बचाना होगा। ऐसा करने की स्थिति में परिणाम तुलनात्मक रूप से बेहतर रह सकते हैं।

उपाय: सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर सूर्य भगवान को कुमकुम मिला हुआ जल चढ़ाना शुभ रहेगा।

हम उम्मीद करते हैं कि सूर्य के इस गोचर के परिणामों को पहले से जानकर आप एक बेहतरीन योजना बनाएंगे और सूर्य के गोचर का न केवल लाभ ले सकेंगे बल्कि इससे होने वाले नुकसान को भी योजनाबद्ध तरीके से दूर कर सकेंगे। हम आशा करते हैं कि हमारा यह प्रयास आपके जीवन में बेहतरी लाने का काम करेगा। भगवती आप सब पर कृपा बनाए रखें। 

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