बुध मेष राशि में मार्गी: इन राशियों को मिलेगा सुख-समृद्धि का आशीर्वाद!

बुध मेष राशि में मार्गी: ग्रहों के राजकुमार के नाम से प्रसिद्ध बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क, वाकपटुता, लेखन, प्रकाशन, संवाद और गणित जैसे विषयों का कारक माना जाता है। आपको बता दें कि बुध 21 अप्रैल 2023 को मेष राशि में रहते हुए वक्री हुए थे और अब यानी कि 15 मई 2023 को सुबह 08 बजकर 30 मिनट पर मेष राशि में ही मार्गी हो गए हैं। ऐसे में, बुध ग्रह जिन-जिन चीजों के कारक माने गए हैं, उन सब में सुधार देखने को मिल सकता है। बशर्ते कि बुध आपकी कुंडली में अनुकूल हों क्योंकि आपकी कुंडली में बुध जिन-जिन भावों पर आधिपत्य रखते हैं अर्थात जिन-जिन भावों के स्वामी हैं उन भावों में सुधार देखने को मिलेगा। 

Varta Astrologers

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें फ़ोन पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

हालांकि, यहां पर ध्यान देने वाली बात यह है कि बुध यदि आपके लिए अच्छे भाव के स्वामी हैं, तो बुध के मार्गी होने के कारण आपके वह भाव और उससे से संबंधित कारक बेहतर होंगे। वहीं, यदि बुध आपके लिए किसी नकारात्मक भाव के स्वामी हैं अथवा नकारात्मक भाव में बैठे हुए हैं, तो बुध का मार्गी होना आपको कमज़ोर परिणाम भी दे सकता है। तो आइए जानते हैं एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से कि बुध का मेष राशि में मार्गी होना सभी 12 राशियों के लिए कैसे परिणाम लेकर आ सकता है? बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की। 

यह भी पढ़ें:  राशिफल 2023

बुध मेष राशि में मार्गी: राशि अनुसार राशिफल और उपाय  

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए बुध आपकी कुंडली में तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके पहले भाव में मार्गी हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में भाई-बंधुओं और पड़ोसियों के साथ यह आपके रिश्ते को और बेहतर बना सकते हैं। पिछले दिनों से चली आ रही गलतफ़हमियां दूर हो सकती हैं। यदि आप विद्यार्थी हैं, तो प्रतिस्पर्धात्मक कार्यों में अब आप काफ़ी अच्छा कर सकते हैं। कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में भी अनुकूलता देखने को मिल सकती है। हालांकि, इन सबके बावजूद भी आपको बात करते समय सतर्क रहना होगा, अर्थात जो बोलें बहुत सोच-विचार करके बोलें। साथ ही, किसी की निंदा इत्यादि न करें। आपको संबंधियों के साथ बेहतर संबंध बनाए रखने होंगे और आर्थिक पक्ष को लेकर भी सजग रहना होगा।

उपाय: स्वयं को शुद्ध और सात्विक बनाए रखना आपके लिए शुभ होगा।

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए बुध आपकी कुंडली के लिए दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में यह द्वादश भाव में स्थित हैं। यहीं पर बुध मार्गी हो रहे हैं। धन भाव का स्वामी बारहवें भाव में मार्गी हो रहा है। ऐसी स्थिति में खर्चे बढ़ सकते हैं। हालांकि, आपको कोशिश करनी होगी कि जो भी खर्चे हो रहे हैं सार्थक चीजों में हो। इस बात का ध्यान रखें कि मित्रों के साथ संबंध ख़राब न होने पाए। संतान की बातों को ध्यान से सुनने के बाद ही कोई निर्णय लेना उचित होगा। इस समय पार्टनर के साथ प्रेम संबंधों को मेंटेन करना आपके लिए जरूरी होगा।

उपाय: नियमित रूप से नंगे पांव मंदिर जाना आपके लिए फलदायी साबित होगा।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए बुध आपके राशि स्वामी हैं और आपकी कुंडली में चौथे भाव के स्वामी भी हैं जो अब आपके लाभ भाव में मार्गी हो रहे हैं। स्वाभाविक है कि यह सारे लक्षण सकारात्मक परिणामों में वृद्धि करने वाले कहे जाएंगे, अर्थात आपकी आमदनी में बढ़ोत्तरी करवा सकते हैं। यदि व्यापारी हैं, तो व्यापार-व्यवसाय में अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यदि स्वास्थ्य में कोई समस्या आ रही थी और कई प्रयासों के बाद भी स्वास्थ्य ठीक नहीं हो रहा था, तो इस समय कुछ सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद नज़र आ रही है। हो सकता है कि आपको अपने डॉक्टर में बदलाव करना पड़े या किसी और डॉक्टर को दिखाना पड़े और ऐसी स्थिति में आपको अच्छे परिणाम मिले। भाई-बंधुओं के साथ संबंधों में मज़बूती देखने को मिल सकती हैं। सामान्य तौर पर कामों में सफलता मिलने के आसार हैं। 

उपाय: नियमित रूप से गाय को हरा पालक खिलाएं।

कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए बुध आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ बारहवें भाव के भी स्वामी हैं और वर्तमान में बुध आपके कर्म भाव में मार्गी हो रहे हैं। सामान्य तौर पर बुध की इस स्थिति से हम अच्छे परिणामों की उम्मीद रखते हैं। इस समय कार्यक्षेत्र पर काम को लेकर की गई भागदौड़ अच्छे परिणाम देने का काम कर सकती है। यदि आपका व्यापार-व्यवसाय विदेश से संबंधित है, यानी किसी भी तरीके के काम में आप विदेश से संबंध रखते हैं, चाहे वह विदेशी कंपनी में जॉब करने का काम हो या फिर कुछ और। उनमें आपको अनुकूल परिणाम मिलने की अच्छी संभावनाएं नज़र आ रही हैं। आप अपने प्रतिस्पर्धियों से बेहतर करते हुए देखे जा सकेंगे। पद-प्रतिष्ठा से संबंधित मामलों में बुध का मार्गी होना आपके लिए फायदेमंद रहेगा।

उपाय: प्रतिदिन शिवलिंग पर दूध अर्पित करें।

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए बुध आपकी कुंडली में धन और लाभ भाव के स्वामी हैं तथा यह आपके भाग्य भाव पर मार्गी हो रहे हैं। इस भाव में बुध के गोचर को अच्छा नहीं माना गया है। अतः बुध का मार्गी होना कई मामलों में कठिनाई देने का काम कर सकता है। जैसे कि आपकी मेहनत के परिणाम उस रूप में नज़र न आएं, जितनी आपकी मेहनत हो अथवा आपके कामों में बीच-बीच में अड़चनें आती रहे। कुछ व्यर्थ के खर्चे भी हो सकते हैं। साथ ही, आप जिस मान सम्मान के हकदार हैं उतना मान-सम्मान आपको बुध के मेष राशि में रहने तक शायद न मिल पाए। हालांकि, कुछ सकारात्मक पहलू भी हैं, जैसे कि धन भाव का स्वामी मार्गी हो रहा है तो धन बचाने में मदद करेगा। लाभ भाव का स्वामी मार्गी हो रहा है तो आमदनी में भी बढ़ोतरी हो सकती है, इस तरह के फायदे भी संभव है।

उपाय: मिट्टी के बर्तन में मशरूम भरकर किसी मंदिर के पुजारी को देना हितकारी साबित होगा।

कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए बुध आपकी कुंडली में आपके राशि स्वामी होने के साथ-साथ करियर स्थान के भी स्वामी हैं जो अब आपके आठवें भाव में मार्गी हो रहे हैं। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि आठवें भाव में बुध के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला कहा गया है। ऐसी स्थिति में आपके वह काम जो काफ़ी दिनों से अधूरे थे अचानक से उनकी सफलता की राह आपको नज़र आ सकती है। हालांकि, जिस काम के लिए या जिस उद्देश्य से आप प्रयास कर रहे होंगे उसमें कुछ धीमापन देखने को मिल सकता है, लेकिन काम पूरे होने की अच्छी संभावनाएं हैं। आर्थिक मामले में भी बुध का मार्गी होना अप्रत्याशित रूप से धन लाभ करवाने का काम कर सकता है। सामाजिक कार्यों में भी बुध गोचर से अनुकूल परिणाम की उम्मीद की जा सकती है। हालांकि, आठवें भाव को ध्यान में रखते हुए हम यह सुझाव जरूर देंगे कि जिस पद या प्रतिष्ठा के लिए आप प्रयास कर रहे हैं, स्वयं को उसके लिए योग्य बनाना भी आवश्यक होगा। 

उपाय: शुभ परिणामों की प्राप्ति के लिए गणेश जी के मंत्रों का जाप करें।

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए बुध आपकी कुंडली में भाग्य भाव के स्वामी हैं। साथ ही, यह आपके द्वादश भाव के भी स्वामी हैं और इस समय आपके सातवें भाव में बुध वक्री से मार्गी हो रहे हैं। सातवें भाव में बुध के गोचर को बहुत अच्छे परिणाम देने वाला नहीं कहा गया है। ऊपर से बुध पर राहु-केतु और शनि जैसे ग्रहों का प्रभाव भी होगा। हालांकि, गुरु के प्रभाव के चलते कुछ अच्छे परिणाम भी मिल सकते हैं। बशर्ते आप धार्मिक स्वभाव के हो और संस्कारों को महत्व देते हो, तब ही आप अनुकूल परिणामों की उम्मीद रख सकते हैं। बुध का मार्गी होना दांपत्य जीवन में कुछ परेशानियां देने का काम कर सकता है। यद्यपि व्यापार-व्यवसाय से संबंधित मामलों में भी कुछ अच्छे परिणाम संभावित हैं, लेकिन यदि आपका काम साझेदारी का है तो साझेदार के साथ कुछ उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल सकता है। 

उपाय: नियमित रूप से मस्तक पर हल्दी का टीका लगाएं।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए बुध आपकी कुंडली में आठवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ लाभ भाव के भी स्वामी हैं और अब बुध छठे भाव में मार्गी हो रहे हैं। छठे भाव में बुध के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा माना गया है। ऊपर से छठे भाव के स्वामी का आठवें भाव में जाना विपरीत राजयोग जैसा प्रभाव भी दे सकता है। अर्थात विषम परिस्थितियों में भी कुछ अच्छी सफलता प्राप्त कर सकते हैं। बुध मार्गी होने से आपको आर्थिक मामलों में भी अनुकूलता देखने को मिल सकती है। विशेषकर यदि किसी किए गए काम का परिणाम अभी तक नहीं मिला था तो अब वह जल्द ही मिल सकता है। स्वास्थ्य में भी बेहतरी देखने को मिल सकती है। आपकी कार्य योजना आपको प्रतिस्पर्धियों से आगे ले जाने का काम कर सकती है। वहीं, यदि आपका काम बोलने, लिखने या किसी भी तरह के कलात्मक क्षेत्र से हैं, तो आपको काफ़ी अच्छे परिणाम बुध के मार्गी होने से मिल सकते हैं।

उपाय: किसी कांच की बोतल में गंगाजल भरकर खेतिहर जमीन में दबाना शुभ रहेगा।

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

धनु राशि

धनु राशि वालों के लिए बुध आपकी कुंडली में सप्तम भाव के स्वामी हैं। साथ ही, यह आपके कर्म भाव यानी कि कार्यक्षेत्र इत्यादि पर भी आधिपत्य रखते हैं। वर्तमान में बुध पांचवें भाव में मार्गी हो रहे हैं और ऐसे में, पांचवें भाव में बुध के मार्गी होने से दिमाग में चल रही उलझने काफ़ी हद तक शांत हो सकती हैं। हालांकि, समस्याएं अभी पूरी तरह से दूर नहीं होंगी क्योंकि बुध पर राहु-केतु शनि जैसे ग्रहों का प्रभाव भी होगा, लेकिन गुरु की संगति के चलते आपके दिमाग में कोई ऐसी योजना आ सकती है जो परेशानियों को दूर करने का काम कर सकती है। हालांकि, पांचवें भाव में बुध के गोचर को मन को शांत करने वाला कहा गया है। ऐसे में, हम उम्मीद करते हैं कि राशि स्वामी गुरु आपको बुध के माध्यम से सकारात्मक परिणाम दिलवा सकेगा। इन सबके बावजूद भी आपको मन को शांत करने की कोशिश करनी होगी। संतान के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने होंगे और आर्थिक मामलों में कोई ज़ोखिम उठाने से बचना होगा। 

उपाय: नियमित रूप से काली गाय की सेवा करें।

मकर राशि

मकर राशि वालों के लिए बुध आपकी कुंडली में छठे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ भाग्य भाव के भी स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके चौथे भाव में मार्गी हो रहे हैं। चौथे भाव में बुध के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा माना गया है। अतः भाग्य स्थान का स्वामी चौथे भाव में मार्गी होकर आपके भाग्य को और बेहतर करने का काम कर सकता है। ज़मीन-जायदाद से जुड़े हुए मामलों में भी अनुकूलता देखने को मिल सकती है। कोर्ट-कचहरी संबंधित मामलों में भी सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद बनी रहेगी। माता को लेकर जो भी चिंताएं पिछले समय से रही हैं वह अब दूर हो सकती हैं। घर-गृहस्थी को बेहतर बनाने की कोशिश कामयाब रह सकती है। बुध ग्रह की मार्गी चाल आपको बड़े पद पर बैठे लोगों से जोड़ने का काम कर सकती है अथवा सामाजिक रूप से प्रतिष्ठित व्यक्तियों से आपका जुड़ाव बढ़ सकता है। 

उपाय: पक्षियों के पीने के पानी की व्यवस्था करना हितकारी रहेगा।

आपकी कुंडली में भी है राजयोग? जानिए अपनी  राजयोग रिपोर्ट

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए आपकी कुंडली में बुध पांचवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आठवें भाव के भी स्वामी हैं और यह आपके तीसरे भाव में मार्गी हो रहे हैं। अतः बुध से हम मिले-जुले परिणामों की उम्मीद रख सकते हैं। हालांकि, किसी वजह से आपका मन भयभीत रह सकता है, लेकिन यह भय व्यर्थ का हो सकता है। इस समय बुध पर राहु-केतु और शनि जैसे ग्रहों का प्रभाव तो होगा ही, साथ ही आपके तीसरे भाव का स्वामी मंगल नीच अवस्था में भी है। अतः आपके आत्मविश्वास में कभी-कभार उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। ऐसी स्थिति में अपने आत्मविश्वास को संतुलित बनाए रखना जरूरी होगा। इस दौरान न तो बहुत अधिक उत्साहित होना है और न ही निराश होना है। शांत मन के साथ किए गए प्रयास सफलता दिलाने का काम कर सकते हैं। अप्रत्याशित रूप से भी कुछ सकारात्मक घटनाक्रम संभावित है। भाई-बंधुओं के साथ विवाद से बचने की सलाह आपको दी जाती है। आर्थिक मामलों में भी समझदारी दिखानी होगी। बुध का तीसरे भाव में मार्गी होना कुछ अच्छे मित्रों से भी जोड़ सकता है।

उपाय: प्रतिदिन गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें।

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए बुध आपकी कुंडली में चौथे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ सातवें भाव के भी स्वामी हैं और वर्तमान में वह आपके दूसरे भाव में मार्गी हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में आपके जीवन में चल रही घरेलू समस्याएं दूर हो सकती हैं। भूमि-भवन अथवा वाहन से संबंधित जो प्रयास अभी तक सफल नहीं हो पा रहे थे, अब उनके सफल होने के आसार हैं। दांपत्य जीवन में भी अनुकूलता देखने को मिलेगी। यदि आपका कार्य या व्यापार साझेदारी का है और पार्टनर किसी बात पर असहमत था, तो बुध के मार्गी होने से उन्हें आपकी बातें ज्यादा सार्थक लगेगी और वह आपके विचारों से सहमत हो सकते हैं। आर्थिक मामलों में बुध का मार्गी होना आपके लिए फायदेमंद रह सकता है। यदि आप विद्यार्थी हैं तो बुध के मार्गी होने से आपके शिक्षा में आ रही समस्याएं दूर होंगी और आप पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। आपकी बातचीत का तरीका और अच्छा हो सकता है तथा आप मनपसंद भोजन का आनंद लेते हुए दिखाई दे सकते हैं।

उपाय: तामसिक भोजन जैसे मांस-मदिरा आदि का त्याग करें और अपना चरित्र स्वच्छ बनाए रखें। 

हम आशा करते हैं कि बुध के मार्गी होने के परिणामों को जानने के बाद आप उसके अनुसार अपनी कार्य योजना बनाएंगे और बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। भगवती आप सबका कल्याण करें। 

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.