शुक्र का कुम्भ में गोचर, इन 3 राशिवालों के लिए रहेगा भाग्यशाली !

शनि शासित कुंभ में शुक्र का गोचर इन तीन राशियों के लिए रहेगा भाग्यशाली!

धन, सौंदर्य और कामुकता के दाता शुक्र 9 जनवरी 2020 को कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं, और 3 फरवरी 2020 तक इसी राशि में स्थित रहेंगे। यह गोचर तीन राशि वालों के जीवन में बड़े बदलाव लाएगा, और इन्हें ढेरों अवसर और सफलता भी दिलाएगा। तो चलिए जानते हैं शुक्र ग्रह के बारे में और कैसे यह गोचर कुछ राशियों के लिए राज योग बनाएगा।

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वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह 

शुक्र ग्रह को तुला राशि और वृषभ राशि का स्वामित्व हासिल है, और कालपुरुष की कुंडली में यह दूसरे और सातवें घर का स्वामी है। शुक्र ग्रह अच्छे दांपत्य जीवन, प्रेम जीवन, विवाह, किसी भी तरह की पेशेवर या व्यक्तिगत साझेदारी और सभी प्रकार के सुख-साधनों का प्रदाता है। यह एक राशि में लगभग 23-30 दिनों के लिए रहता है। 9 जनवरी, 2020 को  कुंभ राशि में शुक्र ग्रह का यह गोचर, दिसंबर 2019 में होने वाले अपने पिछले गोचर की तरह ही आपके प्रेम जीवन, नौकरी या व्यवसाय में बदलाव लाने वाला साबित हो सकता है।

गोचर के दौरान कुंडली पर शुक्र का प्रभाव

शुक्र अपने इस गोचर के दौरान अलग-अलग राशियों को  मिश्रित परिणाम देगा, वहीँ कुछ राशियों के लिए राज योग का भी निर्माण हो सकता है। चलिए जानते हैं इसके प्रभाव :

सकारात्मक शुक्र: यदि कुंडली में शुक्र सकारात्मक स्थिति में हो तो सुंदरता के साथ-साथ व्यक्ति को धनी, समृद्ध और आकर्षक बनाता है। साथ ही, उनका वैवाहिक जीवन भी आनंदमय रहता है।

मजबूत शुक्र: अगर कुंडली में शुक्र मज़बूत स्थिति में हो, तो व्यक्ति को विपरीत लिंग का साथ मिलता है, और साथ-साथ भौतिक सुख-सुविधाओं का आनंद लेने में भी सक्षम बनाता है।

प्रभावित शुक्र: कुंडली में मौजूद शुक्र यदि प्रभावित हो, तो व्यक्ति के विवाह और संतान प्राप्ति में बाधाएं उत्पन्न करता है।

शुक्र को मजबूत करने के उपाय

शुक्र ग्रह को बलि करने और उनसे मनचाहा फल पाने के लिए आपको नीचे कुछ उपाय बताये गए हैं –

  • गुलाबी या सफेद रंग के कपड़े पहनें।
  • देवी जगदम्बा या देवी लक्ष्मी की पूजा करें और श्री सूक्त का पाठ करें।
  • शुक्र के नक्षत्र और शुक्र की होरा के दौरान शुक्रवार को वैभव लक्ष्मी व्रत का पालन करें।
  • दही, खीर, इत्र, चाँदी, चावल आदि वस्तुओं का दान करें।
  • शुक्र बीज मंत्र का 16000 बार उच्चारण करें

।। “ऊँ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः ।।

  • कन्याओं की पूजा करें और उनके पैर छू कर उनसे आशीर्वाद लें। साथ ही उन्हें सफेद रंग की मिठाई भेंट करें।

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गोचर काल का समय

9 जनवरी, गुरुवार को शुक्र ग्रह शाम 04 बजकर 14 मिनट पर मकर राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। शुक्र का यह गोचर कुम्भ राशि के अलावा कुछ और राशि वालों के लिए एक वरदान साबित होगा, क्योंकि इस गोचर की वजह से उनकी कुंडली में राज योग बनने की संभावनाएं हैं। शुक्र ग्रह का मकर राशि से कुंभ राशि में स्थान परिवर्तन इन तीन राशियों के लिए भी शुभ साबित हो सकता है:

  • मिथुन राशि
  • सिंह राशि
  • वृश्चिक राशि

ऊपर बतायी गयी राशियों के अलावा बाकी बची राशियों पर भी शुक्र का ये गोचर किसी न किसी रूप से प्रभाव डालेगा। क्या इस गोचर से आपके करियर में आएगा उछाल? या प्रेम संबंधों में आएगी निखार? या गोचर काल में भाग्य देगा आपका साथ? ऐसी तमाम जानकारियों के लिए जुड़े रहें एस्ट्रोसेज के साथ!

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