सूर्य ग्रहण 2018: गर्भवती महिलाएँ रखें इन बातों का ध्यान

16 फरवरी को वर्ष का पहला  सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। वैसे तो इस साल पूरे तीन सूर्य ग्रहण है जिनमे से ये सबसे पहला है। भारतीय समय के अनुसार यह ग्रहण 12 बजकर 25 मिनट से शुरू होगा जो कि सुबह 4.18 मिनट तक रहेगा। लेकिन यह भारत में दिखाई नहीं देगा।

कहा जा रहा है कि यह ग्रहण दक्षिण जार्जिया, प्रशांत महासागर, चिली, ब्राजील  और अंटार्कटिका आदि देशों में दिखाई देगा। हांलाकि यह सूर्य ग्रहण भारत में नही दिखाई देगा किन्तु इसका प्रभाव यहाँ भी आम जन जीवन पर  पर पड़ेगा।

आईये जानते है कैसे।

गर्भवती महिलाएँ बरतें सावधानी

ग्रह दशा के मुताबिक सूर्य ग्रहण के 12 घंटे पहले सूतक लग जाता है। इस दौरान कुछ काम ऐसे होते है जिन्हे करना वर्जित माना गया है। ख़ास तौर पर गर्भवती महिलाएं सावधानी बरतें वरना आपके लिए यह ग्रहण हानिकारक हो सकता है। आने वाले बच्चे की कुशलता के लिए आप एकांत स्थान पर बैठ जाए और अपने इष्ट देव का स्मरण करें, पूजा-पाठ करें यही नहीं आप अपने बुजुर्गो के कहे अनुसार ही कार्य करें।

ग्रहण के दौरान घर से बाहर न निकले यहाँ तक कि घर की दहलीज लांघने से भी परहेज करें ऐसी धारणा है कि उस वक्त की कुछ किरणें खतरनाक असर डाल सकती हैं।

इसके अलावा सिलाई, कढ़ाई, काटने और छीलने जैसे कार्यों बिलकुल भी न करें।

भूल कर भी ग्रहण के दौरान नहीं करें ये कार्य

ग्रहण के दौरान कुछ कार्य ऐसे होते है जिन्हे करना अशुभ माना गया है।

  1. बुजुर्ग, बच्चों और रोगियों के अलावा घर का कोई भी सदस्य भोजन न करे।
  2. काम वासना से दूर रहें क्योंकि इससे आपके जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
  3. भूल कर भी किसी साधू संत का मज़ाक न उड़ाए।
  4. ग्रहण के दौरान मंदिर के द्वार बंद ही रखें और भगवान को भी ग्रहण के दर्शन न होने दें वरना आपके घर में सुख समृद्धि नहीं आएगी।
  5. घर में किसी भी खाने पीने की वस्तु को खुला न छोड़े। उसमे तुलसी का पत्ता डाल दें इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आएगी।

ग्रहण के बाद करें ये काम

  1. सूतक काल खत्म होने के बाद स्नान करें। अगर आस पास धार्मिक महत्व के घाट हो तो उस पर जाकर श्रद्धा की डुबकी लगाना अच्छा रहता है।
  2. इसके बाद देवी देताओं की मूर्तियों पर गंगजल छिड़ककर उन्हें शुद्ध करना चाहिए।
  3. घर में रखे तुलसी के पौधे पर भी गंगाजल छिड़कें।
  4. ग्रहण के बाद गरीबों में अन्न या अपनी राशि के अनुसार दान करना अच्छा माना जाता है।
  5. अगर आसपास कोई धार्मिक स्थल है तो वहां जाएं।

इन मंत्रों का करें जाप

ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए ग्रहण काल के दौरान ध्यान मुद्रा में रहे और इन मंत्रों का जाप करें।

  1. महामृत्युंजय जाप- “ओम् त्र्यम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्द्धनं, उर्वारुक्मिव बंधनात्, मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्”
  2. गायत्री मंत्र- ” ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्”
  3. सूर्य मंत्र- ” ऊँ घृणि सूर्याय नम:”

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