सूर्य का धनु राशि में गोचर इन राशियों के लिये रहेगा भाग्यशाली!

सूर्य का धनु राशि में गोचर लाएगा कई अवसर! पढ़ें गोचर का भविष्यफल और जानें सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने से सभी राशियों के जीवन में क्या परिवर्तन आएंगे।

वैदिक ज्योतिष में सूर्य की प्रकृति आधिकारिक है, इसे सभी नौ ग्रहों में राजा का दर्जा प्राप्त है। सूर्य पिता, आत्मा, सरकारी काम, आदि का कारक है। काल पुरुष की कुंडली में इसे सिंह राशि का स्वामित्व प्राप्त है। किसी की भी जन्म कुंडली मे यदि सूर्य मजबूत है तो इससे राजनीति के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है। मेष राशि में सूर्य उच्च का तथा तुला राशि में नीच का होता है। हालांकि सूर्य यदि धनु, सिंह और मेष राशियों में हो तो यह मजबूत होता है और इससे अच्छे फलों की प्राप्ति होती है।

सूर्य की स्थित को कुंडली में मजबूत करने के लिये पहनें सूर्य यंत्र

कुंडली में सूर्य ग्रह

वैदिक ज्योतिष में सूर्य ग्रह को  तेजस्वी और पौरुष से भरे ग्रह के रुप में देखा जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं में सूर्य ग्रह को अग्नि देवता भी कहा जाता है। जब किसी जातक की कुंडली के तीसरे, षष्ठम, दशम और एकादश भाव में सूर्य विराजमान होता है तो यह बहुत अच्छे परिणाम देता है, ऐसे व्यक्ति को देश विदेश में ख्याति प्राप्त होती है।

सूर्य की कमजोर स्थिति व्यक्ति को अभिमानी, ईर्ष्यालु, आत्म-केंद्रित और अहंकारी बनाती है। जिन जातकों की कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर होता है उन्हें कार्यक्षेत्र में भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे जातकों के पिता की तबीयत खराब रह सकती है, पिता के साथ ऐसे लोगों का संबंध बहुत अच्छा नहीं होता है। यदि ऐसे जातक रुबी रत्न को सोने या चांदी की अंगूठी में पहनते हैं, तो इससे सूर्य ग्रह के नकारात्मक प्रभाव खत्म हो जाते हैं।

धनु संक्रांति का महत्व

सूर्य के धनु राशि में गोचर के दिन धनु संक्रांति का त्योहार मनाया जाएगा। किसी भी राशि में सूर्य के गोचर को संक्रांति के रुप में जाना जाता है। इसलिये धनु संक्रांति के दिन सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करेंगे। इस शुभ दिन पर लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और दान देते हैं। इस दिन अपने पित्रों को याद करते हुए हवन और पूजन करना चाहिये, इसके बाद प्रसाद ( तिल के दानों और गुड़ से बना हुआ) लोगों को बांटना चाहिये।

जानें संक्रांति की तारीखों के बारे में

गोचर का समय

सूर्य के धनु राशि में गोचर से सभी राशि के जातकों के जीवन में परिवर्तन आएंगे। सूर्य देव 16 दिसंबर 2019, सोमवार दोपहर 15:10 बजे अपने मित्र ग्रह देव गुरु कहे जानें वाले बृहस्पति की राशि धनु में गोचर करेंगे और 15 जनवरी 2020, बुधवार 01:54 बजे तक इसी राशि में विराजमान रहेंगे। । आईये देखें विभिन्न राशि के जातकों को सूर्य किस प्रकार प्रभावित करते हैं और इससे सारे राशियों को कैसे फल मिलते हैं।

  • सूर्य बीज मंत्र

ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः

  • सूर्य गायत्री मंत्र

ॐ भास्कराय विद्महे महातेजाय धीमहि

तन्नो सूर्य: प्रचोदयात् ।।

आइये अब जानते हैं सूर्य के गोचर से सारी राशियों पर कैसे फल मिलेंगे.

नोटः यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें: चंद्र राशि कैल्कुलेटर

मेष राशि

इस गोचर के दौरान सूर्य आपकी राशि से नवम भाव में स्थित होंगें। सूर्य के इस गोचरीय अवधि में छात्र विशेष रूप से उच्च शिक्षा प्राप्ति के लिए ख़ास योजना बना सकते हैं। इस दौरान पढ़ाई के लिए विदेश जाने की आपकी योजना…आगे पढ़ें

वृषभ राशि

वृषभ राशि में सूर्य का प्रवेश आठवें भाव में होगा। सूर्य के इस गोचर के फलस्वरूप आपका रुझान खासतौर से ध्यान, आध्यात्म और योग की तरफ हो सकता है। इस दौरान आप अपने स्वास्थ्य को विशेष अहमियत देंगे और सेहत को लेकर सतर्कता…आगे पढ़ें

मिथुन राशि

इस गोचरीय अवधि के दौरान सूर्य आपकी राशि से सातवें भाव में स्थित होंगें। सूर्य का ये गोचर आपके लिए निम्न फलदायी साबित हो सकता है। यदि आप किसी बिज़नेस से जुड़े हैं तो इस गोचरकाल में आपके बिज़नेस पार्टनर…आगे पढ़ें

कर्क राशि

कर्क राशि में सूर्य का प्रवेश छठे भाव में होगा। सूर्य के इस गोचरकाल में खासतौर से आपकी सामाजिक मान मर्यादा में वृद्धि होगी। ग़ौरतलब है कि इस दौरान आप सामाजिक रूप से ज्यादा सक्रिय होंगें और समाज के प्रभावी लोगों के संपर्क…आगे पढ़ें

सिंह राशि

इस गोचर के दौरान सूर्य आपकी राशि से पांचवें भाव में स्थापित होंगें। आपके लिए सूर्य के गोचर की ये अवधि विशेष रूप से आपके आर्थिक दृष्टिकोण के लिए फलदायी साबित हो सकती है। इस दौरान आपको आर्थिक स्तर पर किसी अज्ञात…आगे पढ़ें

कन्या राशि

इस गोचरकाल में सूर्य आपकी राशि से चौथे भाव में विराजमान होंगें। गोचर की ये अवधि आपके लिए आर्थिक रूप से फलदायी साबित हो सकती है। इस दौरान आर्थिक स्तर पर आपको विशेष लाभ की प्राप्ति भी हो सकती है। इसके…आगे पढ़ें

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तुला राशि

तुला राशि में सूर्य का प्रवेश उनकी कुंडली से तीसरे भाव में होगा। इस गोचरकाल के दौरान आपका विशेष रूप से भाग्योदय होगा। भाग्य का साथ मिलने से आपको जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता भी मिल सकती…आगे पढ़ें

वृश्चिक राशि

इस गोचर के दौरान सूर्य आपकी राशि से दूसरे भाव में विराजमान होंगें। सूर्य के इस गोचर काल के दौरान आप विशेष रूप से धन अर्जित करने में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान आपको आर्थिक…आगे पढ़ें

धनु राशि

चूँकि सूर्य का गोचर आपकी ही राशि में हो रहा है, लिहाजा ये आपकी राशि से पहले या लग्न भाव में स्थापित होंगें। सूर्य का ये गोचर आपके लिए कार्य क्षेत्र में शुभ परिणामदायी सिद्ध हो सकता है। यदि आप…आगे पढ़ें

मकर राशि

सूर्य आपकी राशि से बारहवें भाव में स्थापित होंगें। गोचर की ये अवधि आपके लिए आर्थिक रूप से हानिकारक साबित हो सकती है। इस दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि होने की संभावना…आगे पढ़ें

कुंभ राशि

इस दौरान सूर्य आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में विराजमान होगा। सूर्य के इस गोचरकाल के दौरान आप अपने उन लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल हो सकते हैं जिसे पाने का इंतज़ार आप काफी लंबे वक़्त…आगे पढ़ें

मीन राशि

सूर्य आपकी राशि से दसवें भाव में विराजमान होंगें। आपके लिए सूर्य का ये गोचर खासतौर से करियर के लिहाज से फलदायी हो सकता है। यदि आप काम की तलाश में हैं तो गोचर की इस अवधि के दौरान…आगे पढ़ें

Dharma

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