ऐसे पड़ता है अंक ज्योतिष का आपके जीवन पर प्रभाव

अंक शास्त्र एक ऐसी ज्योतिषीय विद्या है जिसके द्वारा भविष्य का आकलन किया जाता है। इसे अंक ज्योतिष के नाम से भी जानते हैं। अंक शास्त्र में मूलांक के आधार पर लोगों के जीवन की भविष्यवाणी की जाती है। इसके द्वारा जातक अपने करियर, आर्थिक, वैवाहिक, पारिवारिक, स्वास्थ्य, प्रेम जीवन एवं शिक्षा आदि से संबंधित भविष्य जान सकता है। इसके अलावा यह हमारे स्वभाव, गुण और दोषों को भी दर्शाने का काम करता है। इसलिए हम यह कह सकते हैं कि अंक ज्योतिष का प्रभाव प्रत्यक्ष रूप से व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है।

अंक ज्योतिष में मूलांक

अंक विज्ञान के अनुसार हमारे जन्म की तारीख की संख्या के कुल योग को मूलांक कहते हैं। उदाहरण के लिए यदि किसी जातक का जन्म 15 तारीख़ को हुआ हो, तो उस व्यक्ति का मूलांक 5+1 यानी 6 होगा। ध्यान रहे, यदि किसी जातक का जन्म 19 या 28 तारीख़ को हुआ है तो इन दोनों संख्या का योग क्रमशः 10 (1+9) और 10 (2+8) होगा। लेकिन इनका मूलांक 1 (1+0) होगा। इसी प्रकार किसी का जन्म 29 तारीख़ को हुआ है तो इसका योग भले 11 हो। परंतु इसका मूलांक 2 (1+1) होगा।

अंक शास्त्र में मूलांक और उनका महत्व

अंक ज्योतिष में मूलांक 1 से लेकर 9 तक होते हैं। यहाँ हर एक मूलांक की प्रकृति दूसरे मूलांक से भिन्न है, इसीलिए प्रत्येक मूलांक की अलग विशेषताएं भी होती हैं। इन मूलांक में गुण और दोष दोनों ही समाहित हैं। आइए जानते हैं  प्रत्येक मूलांक का महत्व :-

  • मूलांक 1: स्वतंत्र, ज़िद्दी, स्वार्थी, नेतृत्व क्षमता, आत्म बल और आत्म निर्भर
  • मूलांक 2: संवेदनशील, सहयोगी, अध्ययनशील, सुस्त, बेपरवाह
  • मूलांक 3: कल्पनाशील, कलात्मक गुण, आशावादी, ओजस्वी वक्ता, अहंकारी, पाखंडी
  • मूलांक 4: देशभक्त, ईमानदार, अनुशासित, अंतर्मुखी, बेपरवाह
  • मूलांक 5: ऊर्जावान, अस्थिर, गैर जिम्मेदार, मिलनसार, साहसी,  स्व-कृपालु
  • मूलांक 6: ज़िम्मेदार, बलिदानी, विश्वास पात्र, संदेहास्पद, संवेदनशील
  • मूलांक 7: आध्यात्मिक, विश्लेषक,  मननशील, गंभीर, अंतर्मुखी, दूरदर्शी, व्यंग्यकार
  • मूलांक 8: अधिपति, शक्तिशाली, यथार्थवादी, निर्दयी, लालची
  • मूलांक 9: दयालु,  प्रतापी, रचनाकार, घमंडी,  मानसिक रूप से अस्थिर

आप हमारे अंक ज्योतिष कैल्कुलेटर से अपना मूलांक भी ज्ञात कर सकते हैं : अंक ज्योतिष कैल्कुलेटर

जीवन के अहम पहलुओं पर अंक ज्योतिष का प्रभाव

  1. अंक ज्योतिष और जीवन पथ

अंक ज्योतिष का संबंध हमारे जीवन पथ से जुड़ा है। इसके द्वारा हम जीवन में आने वाले सुनहरे अवसरों को भुनाने में सफल हो सकते हैं। इसके अलावा अंक ज्योतिष के माध्यम से हमें अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों और समस्याओं का पूर्वानुमान होता है जिससे हम उसके लिए पहले से तैयार हो जाते हैं।

2. अंक शास्त्र और आपका व्यापार व करियर

अंक शास्त्र की मदद से आप अपने अनुकूल कार्य अथवा प्रोफेशन को चुन सकते हैं। ऐसा करने से आपको इसमें कार्य में सफलता मिलेगी। वहीं यदि आप अंक ज्योतिष के माध्यम से अपना व्यापार चुनते हैं तो इसमें अच्छा लाभ देखने को मिलेगा।

3. अंक ज्योतिष से निखरती है प्रतिभा

अंक विज्ञान के माध्यम से आप अपने रुचिकर क्षेत्र की पहचान अच्छे से कर पाते हैं। यह आपकी प्रतिभा को निखारने में मदद करता है। अंक ज्योतिष में कुछ विशेष मूलांक आपके रुचिकर क्षेत्र, आपकी आदतें और प्रतिभा को बताते हैं।

4. व्यक्तित्व विकास

मूलांक के द्वारा आपको अपने गुण व दोषों को पता चलता है। यदि आप अपने गुणों को निखारते और दोषों को मिटाते हैं तो आपका व्यक्तित्व निखर कर सामने आता है। अतः हम यह कह सकते हैं कि अंक ज्योतिष आपके व्यक्तित्व का विकास करने में मदद करता है।

5. जीवन को लेकर सकारात्मक दृष्टि

जीवन को लेकर आपकी दृष्टि कैसी है? यदि आप इस बात का अवलोकन करते हैं तो अंक ज्योतिष के माध्यम से आपको इसका जवाब मिल सकता है। अंक शास्त्र आपके अंदर सकारात्मक सोच को विकसित करता है जिससे आप बड़ी से बड़ी चुनौतियों को आसानी से पार कर जाते हैं।

6. प्रेम संबंध को बनाए मजबूत

कई बार हम अपने प्रेम जीवन को लेकर काफी असमंजस में होते हैं। प्रेम संबंध को सही दिशा न मिलने के कारण यह रिश्ता नाज़ुक मोड़ पर आ जाता है। लेकिन अंक विज्ञान की मदद से आप ऐसे परिस्थितियों से आसानी से निकल सकते हैं। इसके द्वारा आप अपने सच्चा प्रेमसाथी पा सकते हैं।

7. घर में आती है सकारात्मक ऊर्जा

यदि आप कोई नया घर ख़रीदने जा रहे हैं तो अंक ज्योतिष के माध्यम से आप अपने अनुकूल घर का चुनाव कर सकते हैं। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहेगी। मूलांक के ज़रिए आप अपने घर का उचित नंबर, ब्लॉक, गली आदि का चुनाव आसानी से कर सकते हैं।

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